j k gargजवाहर लाल नेहरू ने ऐतिहासिक भाषण ’ट्रिस्ट विद डेस्टनी’14 अगस्त की मध्यरात्रि को वायसराय लॉज (मौजूदा राष्ट्रपति भवन) से दिया था | तब नेहरू प्रधानमंत्री नहीं बने थे | इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना | यह एतिहासिक भाषण हमारे मष्तिष्क पर तत्तकालीन भारत की दशा और स्वतंत्रता सेनानीयों के स्वप्नों का मानचित्र प्रस्तुत करता है इस भाषण को पूरी दुनिया ने सुना, लेकिन गांधी उस दिन नौ बजे ही सोने चले गए थे | इस प्रसिद्ध भाषण में नेहरूजी ने कहा था “भविष्य हमें बुला रहा है | हमें किधर जाना चाहिए और हमारे क्या प्रयास होने चाहिए, जिससे हम आम आदमी,किसानो और कामगारों के लिए स्वतंत्रता और अवसर ला सकें, हम गरीबी, अज्ञानता और बिमारियों से लड़ सकें, हम एक समृद्ध,लोकतान्त्रिक और प्रगतिशील देश का का निर्माण कर सकें, और हम ऐसी सामाजिक,आर्थिक और राजनीतिक संस्थाओं की स्थापना कर सकें जो हर एक आदमी-औरत के लिए जीवन की परिपूर्णता और न्याय सुनिश्चित कर सके?