हमारे बजट से बहुत उम्मीदें हैं जनता को

-केंद्र सरकार के बजट से जनता खुश है या नहीं, यह तो जनता ही बता सकती है
-लेकिन जनता अब राजस्थान के बजट पर आशाभरी निगाहें लगाए हुए है

✍️प्रेम आनन्दकर, अजमेर।
👉राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा वित्तमंत्री के रूप में 23 फरवरी को विधानसभा में पेश किए जाने वाले सालाना बजट से जनता को काफी उम्मीदें हैं। केंद्र की भाजपानीत सरकार के बजट से जनता खुश है या नहीं, यह तो जनता ही बता सकती है, लेकिन प्रदेश की जनता 23 फरवरी को पेश किए जाने वाले बजट पर आशाभरी निगाहें लगाए हुए है। पिछले दिनों केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश बजट से जनता को कितनी राहत मिलेगी, यह तो केंद्र सरकार के नुमाइंदे, खुद सीतारमण या जनता ही बता सकती है। यह बात अलग है कि भाजपाई सत्तारूढ़ दल के सदस्य होने के नाते केंद्र सरकार के बजट की तारीफों में खूब पुल बांधते हुए थकते नहीं हैं, लेकिन जनता की जुबान बोलने में हिचकते हैं। यदि बजट पेश करने में महारत हासिल होने की बात करें, तो भाजपा के शासनकाल में इसमें पूर्व केंद्रीय वित्तमंत्री स्व. अरूण जेटली खरे उतरते थे।

प्रेम आनंदकर
वे बहुत ही सोच-समझ कर जनता की भावनाओं और उम्मीदों के अनुरूप बजट तैयार कराया करते थे। उनके निधन के बाद भाजपानीत सरकार के पास क्या ऐसा कोई मजबूत नेता या सांसद नहीं है, जो स्व. जेटली की भरपाई कर सके। कांग्रेस के शासनकाल में जब मनमोहन सिंह वित्तमंत्री होते थे, तब भी बजट जनता के लिए हितकर हुआ करता था। चूंकि वे अर्थशास्त्री हैं, इसलिए जनता की उम्मीदों के अनुरूप बजट तैयार कराया करते थे। मनमोहन सिंह के नेतृत्व में जब कांग्रेस की सरकार थी, तब पी. चिदम्बरम भी नपा-तुला बजट रखते थे। अब बात करते हैं प्रदेश के बजट की। वैसे भी राजनीति के पिच पर शानदार बेटिंग करने में माहिर मुख्यमंत्री गहलोत द्वारा अगले साल नवंबर-दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव को देखते हुए जनता के लिए राहत का पिटारा खोले जाने की उम्मीदें बनी हुई हैं। वे इस बार संभवतः बजट के पिटारे से इतना-कुछ खोल सकते हैं, जिसे देखकर जनता राहत महसूस करे। हालांकि कोरोना महामारी के कारण सरकार को अपने तमाम साधनों के साथ-साथ आर्थिक संसाधन भी झोंकने पड़े थे। हो सकता है, इस परिस्थिति के कारण सरकार के सामने बहुत बड़ा आर्थिक संकट भी बना हुआ हो, लेकिन संकटों के बीच में सफलता की राह बनाना मुख्यमंत्री गहलोत अच्छी तरह जानते हैं। अब प्रदेश की जनता को 23 फरवरी का इंतजार है। संभवतः मुख्यमंत्री गहलोत जनता की वे सभी उम्मीदें पूरी करने का प्रयास करेंगे, जो जनता सरकार से लगाए हुई है। अगर मुख्यमंत्री गहलोत आमजन की उम्मीदों को पूरा करने वाला बजट पेश करते हैं तो यह उनकी जादूगरी ही होगी।

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