नाटो सेनाओं पर हमले के लिए आइएसआइ जिम्मेदार

अफगानिस्तान में नाटो सैनिकों पर लगातार बढ़ रहे हमलों के लिए राष्ट्रपति हामिद करजई के सलाहकारों ने पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ को जिम्मेदार ठहराया है। उनका आरोप है कि पाकिस्तान और इरानी खुफिया एजेंसियां अफगानिस्तान के युवाओं को बरगला कर उन्हें अमेरिका और नाटो के सैनिकों पर हमला करने के लिए प्रशिक्षण दे रही है।

अफगानिस्तान में पिछले कुछ समय में अचानक ही अमेरिकी और संयुक्त राष्ट्र की सैनिकों पर हमले बढ़ रहे हैं। अफगानिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने इस मामले की जांच में पड़ोसी देश पाकिस्तान और इरान की खुफिया एजेंसियों की भूमिका सामने आई। राष्ट्रपति के अधिकारिक प्रवक्ता अयमल फैजी का कहना है कि अफगान सेना और पुलिस के की बढ़ती ताकत से ये दोनों देश चिंतित हैं। ऐसे में दोनों देश घुसपैठ कर यहां हमले करा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस बात के सबूत के रूप में दस्तावेज, टेलीफोन कॉल, तस्वीर और आडियो हैं। जिससे विदेशी खुफिया एजेंसियों और घुसपैठियों के बीच संबंध जाहिर होते हैं।

माना जा रहा है कि अफगान सरकार ने इन दस्तावेजों को अफगानिस्तान में तैनात मरीन कॉ‌र्प्स के जनरल जॉन आर एलन को सौंप दिया है।

वहीं, अफगानिस्तान ने हाल ही में अपने सभी सैनिकों से पाकिस्तान और इरान से अपने परिवार वापस बुलाने के निर्देश जारी किए हैं। ऐसा न किए जाने पर उन्हें नौकरी छोड़ने की चेतावनी भी दी जा रही है।

 

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