पेरिस में आतंकवादी हमलों में 160 लोगों की मौत

parisपेरिस / संगीत समारोहों में शिरकत करने के लिए जा रहे युवाओं और रात्रिकालीन मनोरंजक स्थलों पर मौजूद पेरिसवासियों को निशाना बनाकर किए गए कई हमलों में 160 लोग मारे गए हैं। दूसरे विश्वयुद्ध के बाद से फ्रांस में हुई यह अब तक की सबसे घातक हिंसात्मक घटना है। राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने संकल्प लिया कि फ्रांस आतंकवाद के खिलाफ दृढ़ता के साथ खड़ा रहेगा। सबसे भयावह जनसंहार शुक्रवार को एक कॉन्सर्ट हॉल में हुआ, जहां एक अमेरिकी रॉक बैंड ने प्रस्तुति देनी थी। कई लोगों को यहां बंदी बना लिया गया और हमलावरों ने इन बंधकों की ओर विस्फोटक उछाल दिए। इमारत पर धावा बोलकर पुलिस ने तीन हमलावरों को मार गिराया। पुलिस को इमारत के अंदर बेहद भयावह खूनी मंजर दिखाई दिया। पेरिस के प्रोसीक्यूटर फ्रांस्वा मोलिंस ने कहा कि पांच हमलावर मारे गए हैं। हालांकि यह अभी तक स्पष्ट नहीं है कि वे कुल कितने लोग थे और कितने लोग अभी पकड़ से बाहर हैं। अधिकारियों ने कहा कि कुल छह स्थानों पर मारे गए लोगों की संख्या 200 के पार जा सकती है।

ओलांद ने आपात स्थिति की घोषणा कर दी और साथ ही उन्होंने यह भी घोषणा की कि वह देश की सीमाएं बंद कर रहे हैं। मात्र 10 माह पहले हुए शार्ली एब्दो हमले के कारण शहर में भय का माहौल था और अब हुए इन हमलों के कारण लोगों में भय और बढ़ गया है। पुलिस अधिकारी ने कहा कि कॉन्सर्ट हॉल में हुई मौतों के अलावा पेरिस के 10वें प्रांत के एक रेस्तरां में 11 लोग मारे गए। अन्य अधिकारियों ने कहा कि एक स्टेडियम के बाहर बम फटने के कारण कम से कम तीन लोग मारे गए। सभी अधिकारियों ने यह जानकारी उनका नाम उजागर न करने की शर्त पर दी क्योंकि ये लोग तेजी से हो रही जांच के दौरान सार्वजनिक रूप से बयान दिए जाने के लिए अधिकृत नहीं हैं। इन हमलों के लिए किसी ने तत्काल जिम्मेदारी नहीं ली है। इसके अलावा यह तस्वीर भी साफ नहीं है कि इन हमलों में कुल कितने हमलावर शामिल थे और क्या कोई हमलावर भाग भी गया है? जिहादियों ने ट्विटर पर हमले की तत्काल सराहना की और इस्लामिक स्टेट के चरमपंथियों के खिलाफ फ्रांस के सैन्य अभियानों की आलोचना की। स्टेडियम के बाहर बम फटने के बाद ओलांद को स्टेडियम से निकालना पड़ा। उन्होंने टीवी पर प्रसारित अपने संबोधन में कहा कि देश दृढ़ता के साथ एकजुट होकर खड़ा रहेगा।

ओलांद ने कहा, ”यह एक कड़ी परीक्षा है, जिसने एक बार फिर हम पर हमला बोला है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘हम जानते हैं कि यह किसने किया है, अपराधी कौन हैं और ये आतंकी कौन हैं?’’ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने वाशिंगटन में संवाददाताओं से कहा कि पेरिस पर किए गए हमले ‘‘मासूम नागरिकों को आतंकित करने का घृणित प्रयास है’’। उन्होंने संकल्प जताया कि वह इन हमलों के साजिशकर्ताओं को न्याय के कटघरे तक लाने के लिए हर संभव मदद करेंगे। उन्होंने इन हमलों को ‘‘हृदयविदारक स्थिति’’ और ‘‘संपूर्ण मानवता पर हमला’’ करार दिया। उत्तरी पेरिस में शुक्रवार को स्टाडे डी फ्रांस स्टेडियम के बाहर दो विस्फोट हुए। इस दौरान यहां फ्रांस और जर्मनी के बीच फुटबॉल मैच चल रहा था। पुलिस यूनियन के एक अधिकारी ने कहा कि वहां हुए दो आत्मघाती हमलों और एक बम विस्फोट में कम से कम तीन लोग मारे गए। अलायंस पुलिस नेशनेल के अधिकारी ग्रेगरी गौपिल ने कहा कि दो प्रवेश द्वारों और मैक्डॉनल्ड्स के निकट एक साथ विस्फोट हुए। स्टेडियम ग्रेगरी के इलाके में आता है। स्टेडियम में शुक्रवार रात मौजूद एसोसिएटिड प्रेस के एक रिपोर्टर ने दो विस्फोटों की आवाज सुनी। यह आवाज इतनी जोरदार थी कि वहां टीमों की हौसला अफजाई कर रहे दर्शकों के भारी शोरगुल बावजूद भी यह कानों को भेद गई। तत्काल सायरन सुनाई देने लगे और उपर एक हेलीकॉप्टर मंडरा रहा था।

ये हमले एक ऐसे समय पर किए गए हैं, जब फ्रांस ने एक बड़े वश्विक जलवायु सम्मेलन से पहले हिंसक प्रदर्शनों और संभावित आतंकी हमलों के डर से सुरक्षा प्रबंधों को काफी मजबूत किया हुआ है। यह सम्मेलन दो सप्ताह में शुरू होना है। ओलांद को इस सप्ताहांत तुर्की में होने वाले जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने जाना था लेकिन उन्होंने इस यात्रा को रद्द कर दिया है। इस शिखर सम्मेलन में इस्लामी चरमपंथियों द्वारा फैलाए जा रहे आतंकवाद के बढ़ते भय पर प्रमुख तौर पर ध्यान केंद्रित किया जाना था। इटली के रावेना के एमिलियो माचियो उसी कैरिलन रेस्तरां में थे, जिसे हमलावरों ने निशाना बनाया था। जिस समय गोलीबारी शुरू हुई, वह फुटपाथ पर बीयर पी रहे थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने किसी बंदूकधारी या पीड़ित को नहीं देखा। माचियो पहले एक कोने के पीछे छिप गए और वह फिर भाग निकले। उन्होंने कहा, ‘‘इससे आतिशबाजी जैसी आवाजें आईं।’’फ्रांस में जनवरी से ही घबराहट की माहौल है। जनवरी में इस्लामी चरमपंथियों ने शार्ली एब्दो और यहूदी किराना स्टोर पर हमला बोला था। उस समय 20 लोग मारे गए थे, जिनमें तीन हमलावर भी थे। शार्ली एब्दो पर हमला बोलने वाले हमलावों ने दावा किया था कि उनके यमन में मौजूद चरमपंथियों के साथ संबंध हैं। वहीं बाजार में हमला बोलने वाले हमलावर ने इस्लामिक स्टेट समूह के साथ संबंध का दावा किया था।

इस बार हमलों में रॉक कॉन्सर्ट का लुत्फ़ उठाने जा रहे युवाओं को और शुक्रवार की रात को मौज मस्ती करने गए शहर के आम निवासियों को निशाना बनाया गया। शुक्रवार को जिन दो रेस्तरांओं को निशाना बनाया गया, उनमें से एक ली कैरिलन है, जो कि शार्ली ऐब्दो के कार्यालयों के पड़ोस में ही है। हमलावरों ने बैटाक्लान को भी निशाना बनाया, जो कि पूर्वी पेरिस के सबसे जाने-माने स्थानों में से एक है। यह रात के समय मौजमस्ती के लिहाज से बेहद जीवंत माने जाने वाले ओबरकैंप्फ इलाके के पास है। शुक्रवार रात को कैलिफोर्निया के बैंड ईगल्स ऑफ डेथ मेटल ने कार्यक्रम पेश करना था। देश में पिछले कुछ समय से कई छोटे स्तर के हमले या उनके प्रयास होते रहे हैं। इनमें एक घटना अगस्त की है, जब तेज गति से चल रही ट्रेन में अमेरिकी यात्रियों ने हथियारों से लैस एक व्यक्ति के हमले के प्रयास को विफल कर दिया था। फ्रांस की सेना सीरिया और इराक में इस्लामिक स्टेट के ठिकानों पर बमबारी कर रही है और अफ्रीका में चरमपंथियों से लड़ रही है। चरमपंथी समूह बीते समय में लगातार फ्रांस को धमकियां देते रहे हैं। फ्रांसीसी अधिकारी, विशेष तौर पर सैंकड़ों फ्रांसीसी इस्लामी चरमपंथियों को लेकर चिंतित हैं, जो कि सीरिया गए थे और अब देश में हिंसा को अंजाम देने के लिए लौट आए हैं।

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