ओलंपिक के महाकुंभ में बीजिंग को पछाड़ेगा लंदन?

चार साल पहले जब बीजिंग में ओलंपिक खेलों की शुरुआत हुई थी, तो चीन ने अपने भव्य उदघाटन समारोह से सबको अचंभित कर दिया था. अब लंदन ओलंपिक खेलों के आयोजक भी उदघाटन समारोह में कोई कोर कसर नहीं छोड़ना चाहते.

शुक्रवार रात को पूरे चमक दमक के साथ लंदन ओलंपिक खेलों की शुरुआत होगी. गीत-संगीत के कार्यक्रमों के अलावा कई सांस्कृतिक झाकियाँ भी दिखाई जाएँगी.

उदघाटन समारोह का नाम आयल्स ऑफ वंडर रखा गया है. परंपरा के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति के प्रमुख जाक रोखे ब्रिटेन की महारानी का स्वागत करेंगे. इसके बाद ओलंपिक में भाग लेने वाले देशों का मार्च पास्ट शुरू होगा.

इस मार्च पास्ट में 204 देशों के एथलीट हिस्सा लेंगे.

चर्चित फिल्म स्लमडॉग मिलिनेयर के निर्देशक डैनी बॉयल की देखरेख में उदघाटन समारोह होंगे. इस कार्यक्रम का थीम क्या होगा, इसे अभी गुप्त रखा गया है. लेकिन माना जा रहा है कि इंग्लैंड की कला-संस्कृति को अनोखे अंदाज में पेश करने की पूरी तैयारी है.

ब्रिटेन में ओलंपिक टॉर्च रीले लंदन के बहुचर्चित हाईड पार्क में पहुँची. इससे पहले ब्रितानी शाही खानदान के सदस्यों ने बकिंगम पैलेस में ओलंपिक मशाल का स्वागत किया और इसे देखने हजारों दर्शकों एकत्र हुए.

पिछले 69 दिनों में 8000 जानी-मानी हस्तियों ने इस मशाल को उठाया और उनमें हिंदी फिल्म जगत के सुपरस्टर अमिताभ बच्चन भी थे जो गुरुवार को मशाल लेकर दौड़े थे.

भारत की दावेदारी

इस बार भारत की ओर से सबसे ज्यादा 81 एथलीट इस ओलंपिक में हिस्सा ले रहे हैं और ये भी उम्मीद जताई जा रही है कि बीजिंग ओलंपिक के मुकाबले भारत के पदकों की संख्या भी बढ़ेगी.

इस बार निशानेबाजी, कुश्ती, मुक्केबाजी और तीरंदाजी में भारत को पदक की उम्मीद है. शुक्रवार को उदघाटन समारोह से पहले ही तीरंदाजी के मुकाबले शुरू हो रहे हैं.

भारत को तीरंदाजी में दीपिका कुमारी से काफी उम्मीदें हैं, वे इस समय दुनिया की नंबर एक खिलाड़ी भी हैं. लेकिन पिछले दिनों तबीयत खराब होने के कारण उनकी तैयारियों पर भी असर पड़ा है.

लंदन ओलंपिक के दौरान जिन अन्य भारतीय एथलीटों पर नजर होगी, वे हैं- विजेंदर सिंह, सुशील कुमार, अभिनव बिंद्रा, रोंजन सिंह सोढ़ी, साइना नेहवाल, ज्वाला गुट्टा, शिव थापा, योगेश्वर दत्त और विकास कृष्ण.

लेकिन सबसे रोचक जंग होगी, अमरीका और चीन के बीच. 300 से ज्यादा पदकों की दौड़ में इस बार कौन बाजी मारता है, इस पर सबकी नजर होगी.

अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ियों में सबकी निगाह जमैका के उसैन बोल्ट पर होगी, क्योंकि बोल्ट ने बीजिंग ओलंपिक में इतिहास रचा था. अब सवाल ये है कि लंदन ओलंपिक में भी वे अपना करिश्मा दिखा पाते हैं या नहीं.

तो तैयार हो जाइए 12 अगस्त तक दुनिया के सबसे बड़े खेल मेले का आनंद लेने के लिए.

 

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