चीन:’राजपुत्र’ बो शिलाई की पत्नी ने किया ‘कत्ल’

चंद दिनों पहले तक चीनी राजनीति में सबसे तेज़ी से बढ़ते सितारे बो शिलाई की पत्नी पर हत्या का मामला चलाया जा रहा है.

चीन की सरकारी समाचार एजेंसी शिन्हुआ के अनुसार बो शिलाई की पत्नी गू काई लाई पर ब्रितानी व्यापारी नील हेवुड की हत्या करवाने का आरोप लगाया गया है. बो शिलाई के घर में काम करने वाले जेंग श्याओजुन को भी इस मामले में सह अभियुक्त बनाया गया है.

चीनी समाचार एजेंसी ने इस मामले से जुड़ी कोई और जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.

बीते 15 नवंबर 2011 को चीनी शहर चुंगचिंग में ब्रितानी व्यापारी नील हेवुड की लाश एक होटल में पाई गई थी.

इस कत्ल के बाद मानो चीन की राजनीति में भूचाल आ गया था. आरंभ में स्थानीय अधिकारीयों ने कहा कि हेवुड की मौत अत्याधिक शराब पीने की वजह से हुई है लेकिन अप्रैल में सरकार ने घोषणा की कि इस मामले में बो शिलाई की पत्नी आरोपों का सामना कर रही हैं.

ब्रिटेन ने इस ख़बर का स्वागत किया है.

राजनीति

बो शिलाई अपनी पत्नी के गिरफ़्तार होने के पहले तक चीन में एक तेज़ी से उभरते नेता के रूप में देखे जा रहे थे. इस मामले के सामने आने के पहले तक ऐसा माना जा रहा था की जल्द ही वो देश की सत्ता को चलाने वाली शीर्ष संस्था ‘स्टैडिंग कमेटी’ के सदस्य हो सकते हैं.

चीन में दस साल में एक बार सत्ता परिवर्तन होता है.

इस फैसले को चीन की राजनीति से हटा कर नहीं देखा जा सकता. चीन में चंद ही रोज़ में अगले दस साल के लिए देश की सत्ता पर काबिज़ होने वाले नेताओं का चुनाव होना है.

चीन के अखबार और टीवी पर भी गू काईलाई की ख़बर दिखाई गई लेकिन चीनी सरकार के क़दमों से यह साफ़ ज़ाहिर होता है कि वह नहीं चाहती कि लोग इस बारे में अधिक चर्चा करें. ट्विटर की तरह ही एक चीनी सोशल नेटवर्किंग साईट ‘वेबो’ पर ‘गू काई लाई’ नाम के शब्दों को सेंसर कर दिया गया.

वेबो पर लोगों ने कहा कि सरकार ने बीजिंग में आई बाढ़ से लोगों का ध्यान हटाने के लिए इस ख़बर को इस समय जारी किया है.

बो शिलाई को मार्च में अपने पद से हटा दिया गया था. उन पर आरोप लगाया गया था कि उन्होंने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के नियमों को तोड़ा था.

जन समर्थन

बो शिलाई के पिता चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापकों में से एक थे. चीन में बो शिलाई और उनकी तरह के अन्य परिवारों से आये लोगों का रूतबा बहुत है और उन्हें ‘प्रिन्स्लिंग’ या राजपुत्र कहा जाता है.

बो शिलाई एक लोकप्रिय नेता माने जाते थे. उन्होंने शहर में संगठित अपराध के खिलाफ कई महत्वपूर्ण कदम उठाए. अपराध कम भी हुए.

लेकिन अब आलोचकों का कहना है कि शिलाई के अभियानों में व्यवसायिक वर्ग के लोगों को प्रताड़ित किया जाता था.

लेकिन एक लोकप्रिय नेता होने के नाते बो शिलाई को चुंगचिंग के कामगार वर्ग के लोगों का जोरदार समर्थन प्राप्त था.

अब लोग चाहते है कि बो शिलाई के उत्तराधिकारी भी उन्ही की तरह लोगों के लिए काम करते रहे.

भ्रष्ट अधिकारियों पर कार्रवाई के साथ-साथ सामाजिक कार्यक्रमों में वित्तीय सहायता उपलब्ध कराने के लिए शिलाई को यहां काफी समर्थन मिला.

राजनीतिक समीक्षक का कहना है कि इस स्कैंडल से चीन की कम्युनिस्ट पार्टी को सीख लेनी चाहिए.

उनके अनुसार चीन के ज्यादातर लोग यहीं मानते है कि अधिकारी भ्रष्ट है, लेकिन बो शिलाई ने लोगों के लिए कुछ तो किया ही था.

 

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