विकास कुमार को सलाम, आज अभी में रात्री में कोटा से आया तो देखा अजमेर शहर के हर चौराहे पर 1 ASI औऱ ट्रैफिक पुलिस के दो २ सिपाही बावर्दी खडे मिले ,मैंने ज्ञिग्यासा वश रुक कर पूछा की क्या कोई VIP visit है तो उन्होने बडी सभ्यता से कहा की बिना नम्बर वाली गाडियों की चैकिगं है औऱ १८५ की कार्यवाही करनी है।उनकी मुस्तैदी व व्यवहार देख कर बडा अच्छा लगा, यकीन नहीं हो रहा था कि यह वो ही १ महीने भर पहले वाली पुलिस है , जो पहले रात भर ऐन्ट्रीयां करती थी औऱ इन्टर सेप्टर सारी रात चौथ वसूली करते थे , आज वो ही मुस्तैद है , बदला सिर्फ एक आदमी है औऱ बदल गई अजमेर की सारी कायनात् समय औऱ अनुभव ने विकास कुमार जी को बहुत सिखाया विवादों में रह कर बहुत कुछ सीखे, पर अब उनकी कार्य प्राणाली को सारे राजस्थान में सराहा जा रहा है, अलवर में उनकी कार्यशैली माननीय मुख्य मंत्री जी ने औऱ पुलिस मुख्यालय ने बहुत सराहा औऱ अन्य जिलों में लागू करने की कार्य योजना बनाई जा रही है राजस्थान के हित में काश राजस्थान पुलिस में विकास कुमार जी जैसे ईमानदार औऱ निष्ठावान मेहनती कुछ औऱ युवा अफसर हो जाये जो जातिवाद ,भाई भतिजा वाद औऱ भष्टाचार से उपर उठ कर निर्भीक हो कर राजनितिज्ञो से डरे बिना कार्य करे तो राजस्थान स्वर्ग बन जाये औऱ बेखौफ यहां आदमी निवास करे तथा हिन्दूस्तान में राजस्थान का नाम हो औऱ अपराधियो में खौफ हो तथा आम जन में विश्वास का संचार हो, शुभकामनाओं सहित
राजेश टंडन