प्रताप यादव[/caption]मोदी जी दलित वर्ग व उनके समर्थक नही समझ पा रहे कि आपने अपने चिरपरीचित अंदाज में जो भाषण दिया था, उससे आपने बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का सम्मान घटाया या बढाया l
आपने कहा आज अम्बेडकर भी जिन्दा होते व वह भी आरक्षण समाप्त कराना चाहते तो समाप्त नही करवा पाते l
दलित नही समझ पा रहे कि बाबा साहब ऐसा क्येों करते या आप बिना ऊंगली में चीरा लगवाये दलितों के भगवान बनना चाहते हो l
काश आपकी सरकार का 22 महिने में ऐसा कुछ दिखता कि आप हमारे लिए कुछ करना चाहते हो ,आप तो दलितों हेतु रखे बजट को आधा भी नही लगाते ,आपके गुजरात में दलितों के श्मशान तक अलग बनाये जा रहे है l नौकरीयो में अतिरिक्त लाभ कि बात तो दुर स्वीकृत पदो पर ही 30-40% तक रिक्त पडे रह जाते बताये l
उच्चतम पदों पर तो दलित ढुंढने से भी मुश्किल से मिल पाते है ,सरकार बतावे कि कितने सरकारी विश्वविद्दालयों में दलित कुलपति /उपकुलपति है l
जवाब में निराशा ही हाथ लगेगी l
वैसे मोदी जी आर एस एस के सरसंघ चालक जी तो आरक्षण पर जो चाहे टिप्पणी कर देते है ,उन्हें तो आप रोक लें l
वैसे भी गत विधानसभा व लोकसभा चुनावो मे दलितों ने आपको भरपुर सीटें दी पर बदले में उन्हें मिला एक बडा शुन्य l
लेकिन अब अपनी अनदेखी पर दलित चुप नही रहेगा l
जय भारत-भारत माता की जय
मेरा भारत महान्
**प्रताप यादव,अजमेर
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1 thought on “बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर का सम्मान घटाया या बढाया ?”
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अगर उच्च पदों पैर और सभी जिम्मेदार पदों पर योग्य आदमी होने चाहिए ना की आरक्षित वाले।
पहले ही क्वालिटी की बैंड बजी पड़ी है