केवल 825 लोगो के सर्वे पर मोदी जी लोकप्रियता 85 प्रतिशत नाप दी , कमाल है भाई साहेब , 125 करोड़ की जनसँख्या का मंतव्य केवल 825 लोगो वह भी मेरठ जैसे शहर का जहाँ मेरठ सहित बाग़पत, मुजफ्फर नगर सहारनपुर शामली बुलंद शहर जो कि बीजेपी का गढ है और यहाँ से सभी सांसद बीजेपी के ही है ? भाई साहेब लोकतंत्र के तथाकथित चौथे स्तम्भ की लाज जो रखी होती बेशर्मी दिखाने में ? ये किस्सा तो है पहले पेज का जबकि ग्यारहवें पेज पर नोट बंदी से हो रही परेशानी से जूझ रहे लोगों की तकलीफ से पूरा पेज ही भरा हुआ है यह कैसा विरोधाभाष है चौथे स्तम्भ का ? फिर संपादकीय में प्रधान संपादक विरोधी पार्टियों द्वारा दिखाया जा रहा सच बिना मतलब का विरोध नजर आता है ? लगता तो ऐसा ही है की लोकतंत्र के नाम पर लोकतंत्र की चार संस्थाओं में से दो को तो खूब मजा आ रहा है विधाययिका और मीडिया को दोनों मजे में हैं लेकिन कार्यपालिका और न्यायपालिका दोनों ही असमंजस में लोकतंत्र का मजाक बनते हुए देख रहे हैं ? लेकिन मीडिया को नहीं नजर आता की लोकतान्त्रिक तरीके से चुना हुआ कोई व्यक्ति तानाशाही की ओर बढ़ रहा है ?
एस. पी. सिंह, मेरठ ।