भाजपा कर रही है जी न्यूज की तरफदारी

वसंत विहार गैंगरेप पीडि़त युवती के दोस्त का इंटरव्यू टेलिकास्ट करने के मामले में जैसे ही जी न्यूज चैनल के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया, भाजपा को तकलीफ हो गई और उसने इसको लेकर अपना विरोध दर्ज करवाया।
ज्ञातव्य है साउथ दिल्ली के वसंत विहार थाने में दर्ज केस में कहा गया है कि युवक की पहचान उजागर करना गलत है। उसकी पहचान उजागर करने से केस पर तो असर पड़ता ही है, इससे युवती की पहचान भी सार्वजनिक होने का खतरा है। लिहाजा यह गैरकानूनी काम किया गया है। इसी बीच इस बात की जांच की जा रही है कि चैनल पर इंटरव्यू में युवक ने पीसीआर की तीन वैन के बारे में जो कुछ कहा है, वह कितना सही है? इसी बीच यह भी पता चला है कि इंटरव्यू देने वाले युवक के पिता पर यूपी में कई केस रहे हैं। युवक के पिता ने चैनल पर कहा था कि इस मामले में सारी सहायता युवती के परिवार को मिल रही है, उन्हें कुछ नहीं मिला। इसके बाद युवक का इंटरव्यू सामने आ गया। इस एंगल पर भी नजर है।
जी न्यूज पर मुकदमा दर्ज करने पर भाजपा को पीड़ा हो गई और पार्टी प्रवक्ता रविशंकर ने इस कार्यवाही की भत्सर्ना करते हुए इसे प्रेस की आजादी पर प्रहार बताया दिया। सवाल ये है कि यदि कानूनन जी न्यूज ने गलत किया है तो वह गलत ही है। उसे सही कैसे ठहराया जा सकता है? माना कि जी न्यूज का मकसद मामले पर और प्रकाश डालना और एक और पक्ष को उजागर करना है, मगर यदि वह कानूनन गलत है तो है। मीडिया की आजादी अपनी जगह है और कानून अपनी जगह। मीडिया हो या कोई और, कानून से ऊपर कैसे हो सकता है? इसमें किसी राजनीतिक सलाह के कोई मायने ही नहीं हैं, मगर रविशंकर ने जी न्यूज से कोई फायदा उठाने के लिए उसकी तरफदारी कर दी।

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