नई दिल्ली। आज प्रेस कांफ्रेंस में आम आदमी पार्टी के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले लक्ष्मी नगर से विधायक विनोद कुमार बिन्नी ने आईबीएन 7 से इस्तीफा देकर पार्टी में शामिल हुए पत्रकार आशुतोष को भी नहीं छोड़ा और कहा कि वह अवसरवादी हैं और लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए पार्टी में शामिल हुए हैं। बिन्नी ने उन आरोपों के जवाब में यह कहा जिसमें आशुतोष ने कहा था कि स्वार्थी और अवसरवादी लोगों के लिए ‘आप’ में कोई जगह नहीं है। हालांकि आशुतोष ने जवाब दिया कि अभी तक लोकसभा चुनाव को लेकर पार्टी ने कुछ भी फैसला नहीं किया है, अत: बिन्नी के आरोप बेबुनियाद हैं। लोकसभा चुनाव में टिकट देने के मुद्दे पर पार्टी नेता योगेंद्र यादव और अरविंद केजरीवाल में भी मतभेद उभर कर सामने आ गये हैं। जहां कल केजरीवाल ने कहा था कि हम किसी भी सिटिंग एमएलए को लोकसभा का टिकट नहीं देंगे वहीं योगेंद्र यादव ने कहा है कि इसकी औपचारिक घोषणा अभी नहीं की गई है। केजरीवाल ने बिन्नी पर आरोप लगाये थे कि बिन्नी पहले तो मंत्रिमंडल में मंत्री का पद चाहते थे लेकिन जब हमने मना किया तो वह लोकसभा में टिकट की मांग कर रहे थे, लेकिन हमने किसी भी विधायक को लोकसभा का टिकट न देने का फैसला किया है। विनोद कुमार बिन्नी के आरोपों को योगेंद्र यादव ने अनुशासनहीनता कहा है और बताया कि पार्टी उनको कारण बताओ नोटिस जारी करेगी।
वहीं बिन्नी का कहना है कि जनता के हितों की बात करना अगर अनुशासनहीनता है तो मैं यह सौ बार करने को तैयार हूं। बिन्नी के बगावती सुरों के बाद अब कई और असंतुष्ट विधायक सामने आ सकते हैं। भाजपा से ‘आप’ में शामिल हुई टीना शर्मा और कैप्टन गोपीचंद ने कई मुद्दों पर पार्टी से असहमति जाहिर की है।
आज राजनीति में सेवा व सिद्धांत के लिए कौन आता है यह बात बिन्नी भी अच्छी तरह जानते हैं.आज राजनीतिज्ञ का दूसरा नाम ही अवसरवादी है,शायद बिन्नी गहराई तक अपने अंदर झांक लेते तो अच्छा था.अभी तो एक बार कुछ ठहराव सा है आप में घुसने को, पर कुछ दिन में और कुछ लोग जुड़ सकते हैं अवसर का फायदा उठाने के लिए.राजनीति अवसरवाद का ही नाम है बिन्नी साहब.