मुंबई। मुंबई के आजाद मैदान में 13 अप्रैल की रात हर तरफ लोग अपने हाथों में दीये लेकर खड़े थे, और पूरा माहौल उन दीयों की रोशनी से जगमगा रहा था, तो लोगों के लिए वह बेहद अदभुत नजारा था। यह भगवान महावीर स्वामी के 2613वें जन्म कल्याणक महोत्सव में महाआरती का अवसर था। विख्यात जैन संत नयपद्म सागर महाराज के सान्निध्य में संपन्न इस महोत्सव के आयोजन में विधायक मंगल प्रभात लोढ़ा, पृथ्वीराज कोठारी, राजेश वर्धन, मनीष शाह आदि का महत्वपूर्ण सहयोग रहा। इस आयोजन के निमित्त मुंबई भर में प्रसाद स्वरूप 7 लाख लड्डुओं का वितरण किया गया। जैन इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन (जियो) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में 50 हजार से भी ज्यादा लोगों ने भाग लेकर एक नया इतिहास कायम किया।
आजाद मैदान में इस आयोजन के लिए क्षत्रियकुंड नगरी का निर्माण किया गया था। भगवान महावीर जन्मोत्सव के इस राष्ट्रीय आयोजन में शाम 7 बजे गुरू भगवंतों के मंगलाचरण के बाद जैसे जैसे वक्त बीतता गया, भक्ति का माहौल और गहरा होता गया। लोगों की संख्या भी लगातार बढ़ती रही। एक साथ पचास हजार से भी ज्यादा लोगों के हाथों में सजे दीयों से भगवान महावीर की महाआरती का यह अपने आप में अद्भुत दृश्य था। मुंबई में यह पहला मौका था, जब इतने सारे लोगों ने भगवान महावीर के जन्मोत्सव पर उनकी सामूहिक आरती उतारी हो। इस महाआरती के आयोजन स्थल पर लिए दीयों की विशेष व्यवस्था की गई थी। आयोजन स्थल पर भगवान के जन्म के बाद उनको पालना झुलाने का दृश्य भी बहुत अदभुत था। भगवान महावीर के जन्मोत्सव के इस राष्ट्रीय आयोजन के विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेने के लिए लोगों में काफी उत्साह था। जाने माने धार्मिक संगीतकारों नीलेश राणावत एवं राजीव विजयवर्गीय द्वारा पेश भक्ति संगीत की स्वर लहरियों पर लोग देर रात तक झूमते रहे। नयपद्म सागर महाराज ने अपने ओजस्वी प्रवचन से लोगों को बांधे रखा। सूरत, बड़ौदा, पुणे, चेन्नई, अहमदाबाद सहित देश के कई स्थानों से धर्मप्रेमी लोग भी ‘जियो’ द्वारा आयोजित इस महोत्सव में भाग लेने के लिए विशेष रूप से आए थे।
जैन इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन ‘जियो’ परिवार की ओर से राजेश वर्धन ने इस आयोजन में सहयोग करनेवालो का धन्यवाद ज्ञापित किया है। इस आयोजन में गोडवाड़ समाज, भीनमाल समाज, सांचोर समाज, जोधपुर समाज, बाली समाज, मंडार समाज, शिवगंज समाज, भावनगर समाज, झालावाड़ी समाज, घोगारी समाज, पाटन समाज सहित जिन संस्थाओं एवं लोगों का सहयोग रहा, नयपद्म सागर महाराज ने उन सभी लोगों को आशीर्वाद दिया है।