बसपा नेता के बेटे को तलाशने पहुंची पुलिस

damohदमोह / हटा / पीएमटी घोटालों की जांच की आंच अब हटा तक पहुच गई है। हटा के बसपा नेता देवेन्द्र चौरसिया के पुत्र सोमेश क ी गिरफतारी के जिए हटा पुलिस ने मुख्यालय से मिले निर्देश पर देवेन्द्र चौरसिया के आजाद वार्ड स्थित घर पर दबिश दी। जहां बर्खास्त छात्र सोमेश चौरसिया के नहीं मिलने पर पिरजनों को पेश करने की हिदायत दी गई। इसके साथ ही सोमेश के चाचा संजू चौरसिया को पुलिस थाने की निगरानी मे रहने के निर्देश भी दिए।
संजू चौरसिया के अनुसार उसके भतीजें सोमेश का चयन नियंमानुसार हुआ था। लेकिन किसी दलाल की डायरी में सोमेश का नाम दर्ज होने के कारण स्पेशल टॉक्स फोर्स में प्राथमिकी दर्ज हैं। सोमेश को हाईकोर्ट से गिरफतारी पूर्व जमानत मिली है, जिसे गुरूवार को भोपाल के एसटीएफ मुख्यालय में पेंश किया गया हैं। इस संबंध में हटा पुलिस द्वारा अधिकृ त रूप से कुछ भी नहीं बताया गया है। एएसआई जीपी द्विवेदी ने बताया कि हटा में सोमेश चौरसिया या उनके परिवार जनों के खिलाफ कोई प्रकरण दर्ज नहीं है। भोपाल एसटीएफ के मिले निर्देश पर संजू चौरसिया को निगरानी  में लिया गया है ताकि मूल आरोपी को गिरफतार किया जा सके आरोपी बनाए गए सोमेश सौरसिया के पिता बसपा नेता देवेन्द्र चौरसिया फरार होने के साथ ही संपर्क से बहार है सूत्रों के अनुसार सोमेश चौरसिया ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष में भोपाल के गांधी मेडीकल कॉलेज में एडमिशन लिया था। घोटाला उजागर होने के कारण उसकी परीक्षा व्यापमं ने निरस्त कर दी थी और प्रथम सूची में ही उसे मेडिकल से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। गुरूवार के पूर्व सोमेश या उसे पिता देवेन्द्र चौरसिया के द्वारा किसी प्रकार की कार्यवाई की चर्चा हटा में किसी से नहीं की गई। फिलहाल में किसी से नहीं की गई। फिलहाल एसटीएफ की हटा में कार्यवाई से चर्चा का  बाजार गर्म है।

अघोषित रूप से बंद रहे बैंक 
दमोह/नगर मे गुरूवार को भारतीय स्टेट बैंक की सभी शाखाएं सर्वर ठप्प रहने से अघोषित रूप से बैंक में कामकाज पूर्ण: बंद रहा। हालांकि 3 दिनों से लगातार ही स्टेट बैंक की सेवाएं तकनीकी कारणों के चलते प्रभावित रहीं है वहीं कुछ अन्य प्रभावित रही है। वहीं कुछं अन्य बैंकों में तों लिंक फेल रहने से भी कामकाज प्रभावित रहा है। बताया जाता है कि स्टेट बैंक में तो ड्राफट पिछले दो तीन दिनों से नहीं बन रहे हैं किन्ही बैंकों में स्टेशनरी का अभाव तो किसी बैंक क ी शाखा में स्टूमेंट न  होने की जानकारियां उपभोक्ताओं के द्वारा बताई जा रहीं है। एक उपभोक्ता का कहना था कि वह पिछले दो दिनों से लगातार ही बैंक जाकर ड्राफट बनवाने के लिए परेशान हो रहा है लेकिन अब तक ड्राफट नहीं बन सका है जिससे उसे तथा अन्य व्यवसायियों को परेशानियों का सामना करना पड रहा है। एक उपभोंक्ता ने तो बताया कि उसके द्वारा जैसे ही बैंक में पैसे जमा किए गए वैसे ही लिंक फेल हो जाने से उसके खाते में राशि जमा नहीं हो सकी। वहीं तैनात बैंक कर्मी भी खाते में राशि न जाने के चलते असमंजस में खाली हाथ पर हाथ रखे बैठा रहा। ताकि कब अपनी जिम्मेदारी से मुक्त हो सके । इन्ही दिनों स्कूलों में विद्यार्थियों को जहां समग्र आईडी प्रस्तुत की जाने है तों वहीं अब स्कूलों में छात्र वृत्ति के लिए खाते खुलवाने के लिए बैंक के चक्कर काट रहे हैं लेकिन उन्हें केवल एक हीं जबाब मिलता है। कि लिंक फेल है कॉलेज के विद्यार्थियों को भी अपनी फीस बैंक में जमा करने में पसीना आ रहां है और आए दिन की बैंक के चक्कर लगाना पड रहे है।
Dr.Laxmi Narayan Vaishnava

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