जनपद सीईओ के बचाव में क्षेत्र के जनप्रतिनिधि

लोकायुक्त के नाम कलेक्टर को सौंपा ज्ञापन
सीईओ को रिश्वत लेते लोकायुक्त ने पकडा था 
सबने कहा जबरन फंसाया गया आरोप निराधार
d-डा.एल. एन. वैष्णव- दमोह / जनपद सीईओ के बचाव में क्षेत्र के बडी संख्या में जनप्रतिधियों सहित अनेक ग्राम पंचायतों के सचिवों ने एक साथ उतरकर मामले को जहां एक ओर झूठ का पुलंदा बतलाया तो वहीं मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की। तेंदूखेडा के जनपद अध्यक्ष के नेतृत्व में सैकडों की तादाद में स्थानीय कलेक्ट्रेड कार्यालय में पहुंचे विभिन्न ग्राम पंचायतों के सचिव ,रोजगार सहायकों,कर्मचारी तथा नेताओं ने कहा कि जो कार्यवाही गत दिवस की गयी है वह महज एक राजनैतिक षडयंत्र का हिस्सा के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है। सौंपे गये ज्ञापन के अनुसार ग्राम पंचायत हर्रई सिंगौरगढ से ग्राम पंचायत हिनौती जिला पंचायत के आदेश पर सचिव नरेन्द्र सिंह लोधी का स्थानांतरण कर दिया गया था। सरपंच एवं सचिव के तालमेल नहीं बैठने के चलते उक्त सचिव को स्थानांतरण करने हेतु अनुरोध किया गया था। नरेन्द्र सिंह पर लगातार लग रहे आरोप एवं अनिमिताओं के चलते तत्कालीन उर्जा राज्य मंत्री दशरथ सिंह ने भी कार्यवाही के निर्देश दिये थे। वहीं वर्तमान में प्रभारी मंत्री कुसुम महदेले एवं पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री गोपाल भार्गव द्वारा हर्रई में ही पदस्थ रखने हेतु निर्देश दिये थे। सीईओ अमित सिंह द्वारा जिला पंचायत के आदेशानुसार कार्यवाही करते हुये जो कार्य उक्त सचिव नरेन्द्र सिंह को सौंपे थे उसके अनुसार न तो इन्होने प्रभार ग्रहण किया और न ही कर्तव्य को निभाया। ज्ञापन के अनुसार एैसी परिस्थिति में भी यह आरोप लगाना कि 13 माह से वेतन नहीं मिला अनुचित है। इनके अनुसार किसी भी ग्राम पंचायत मेंं इस अवधि में कार्य नहीं किया गया। जिसके चलते नो वर्क नो पे किया गया था। ज्ञापन सौपने वालों के अनुसार योजनाबद्ध तरीके से दस हजार रूपये को जबरन सीईओ के जेब में रख लोकायुक्त से कार्यवाही करवायी गयी। इन्होने लोकायुक्त की कार्यप्रणाली पर भी गंभीर आरोप लगाये। सीईओ के बचाव में आये क्षेत्र के लोगों ने कहा कि पदस्थापना के बाद क्षेत्र में विकास के कार्यो को गति मिल रही थी। किसी भी व्यक्ति न तो रिश्वत की मांग की गयी न ही दी गयी। अमित कुमार सिंह को एक कर्मठ एवं ईमानदार अधिकारी सबने बतलाया।
क्या है मामला- 
जिले के ही तेन्दुखेडा जनपद पंचायत में पदस्थ कार्यपालन अधिकारी अमित सिंह को लोकायुक्त सागर द्वारा दस हजार रूपये की रिश्वत लेते पकडा था। गत दिवस उनके निवास पर कार्यवाही करने वाले लोकायुक्त निरीक्षक केके अग्रवाल के अनुसार जनपद पंचायत तेंदुखेडा के ग्राम पंचायत सर्रा हिनौती के सचिव नरेन्द्र सिंह लोधी का करीब आठ माह पूर्व हिनौता स्थानांतरण हो गया था। लेकिन न तो उसको प्रभार मिला न ही वेतन । वेतन निकालने के लिये सीईओ अमित कुमार सिंह साठ हजार रूपये मांग रहे थे। मामला बीस हजार में तय हुआ। नरेन्द्र सिंह द्वारा शासकीय आवास पर सीईओ को प्रथम किस्त दस हजार रूपये जैसे ही दिये लोकायुक्त टीम ने पकड लिया।

ग्राम पंचायत झलौन के सचिव निलंबित 
दमोह /    जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. जगदीश जटिया ने म.प्र. पंचायत सेवा (अनुशासन तथा अपील) नियम में निहित प्रावधान के तहत जनपद पंचायत तेन्दूख़ेडा की ग्राम पंचायत झलौन के सचिव  रामसेवक विश्वकर्मा को सचिव पद से निलंबित कर दिया है। विदित हो कि सचिव रामसेवक विश्वकर्मा ने ग्राम पंचायत दिनारी में पदस्थापना के दौरान वर्ष २००७-०८ से २०११-१२ तक की अवधि में कराये गये मनरेगा कार्यो में गम्भीर अनियमितता एवं गबन किये जाने पर तेजगढ़ पुलिस ने २३ मई को इन्हें हिरासत में लेकर जेल भेजे जाने के कारण यह कार्यवाही की गई है। यह आदेश तत्काल प्रभावशील हो गया है।

error: Content is protected !!