महापुरूषों के दिखाए मार्ग का अनुसरण करें-डॉ शेजवार

van mantri 2van mantri-3van mantri 1रायसेन / महापुरूषों की स्मृति में जयंती या पुण्यतिथि आदि समारोह के आयोजन का उद्देश्य उनके त्याग, बलिदान तथा राष्ट्र व समाज के प्रति समर्पण तथा उनके अच्छे कार्यो का स्मरण कर उनके दिखाए मार्ग का अनुकरण करना है। यह विचार वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार ने वीर शिरोमणी राष्ट्रवीर श्री दुर्गादासजी राठौर की जयंती के अवसर पर व्यक्त किए। यह कार्यक्रम जिला राठौर क्षत्रीय समाज द्वारा मण्डी प्रांगण में आयोजित किया गया।
डॉ शेजवार ने कहा कि देश, काल तथा परिस्थितियों के परिवर्तन के बाद भी महापुरूषों, समाज सेवियों की जयंती मनाते हैं। क्यांेकि समाज उनके आदर्शो को अपनाकर या उनसे प्रेरणा लेकर देश, समाज और मानव कल्याण की दिशा में कार्य कर सके। उन्होंने कहा कि वीर शिरोमणी राष्ट्रवीर श्री दुर्गादासजी ऐसे राष्ट्रभक्त थे जिन्होंने राष्ट्र की संपत्ति की रक्षा के लिए जो साहसिक कार्य किया है वह सदैव स्मरणीय रहेगा और सभी को राष्ट्रभक्ति के लिए प्रेरित करेगा। श्री दुर्गादासजी हमेशा अन्याय और अत्याचार के खिलाफ लड़ते रहे। उनके साहस और राष्ट्रभक्ति को देखकर तत्कालीन शासक जसवंत सिंह ने उन्हंे अपना सेनापति बना लिया। श्री दुर्गादासजी जीवन पर्यन्त मुगलों से लड़ते रहे।
डॉ शेजवार ने कहा कि देश के विकास और उन्नति के लिए प्रत्येक व्यक्ति को अपना दायित्व पूरी निष्ठा के साथ निभाना चाहिए। व्यापारी पूरी ईमानदारी से व्यापार करें, उद्योगपति उत्पादन बढ़ाएं, किसान खेतों में काम करें, श्रमिक पूरी मेहनत करें और अधिकारी कर्मचारी पूरी निष्ठा और लगन के साथ काम करें तो यह उनकी राष्ट्रभक्ति होगी और तभी देश आगे बढ़ेगा। देश के आगे बढ़ने में ही सभी का विकास और कल्याण है।
डॉ शेजवार ने अपने संबोधन में कहा कि राठौर समाज ने वीर शिरोमणी राष्ट्रवीर श्री दुर्गादासजी राठौर की जयंती के अवसर पर कार्यक्रम आयोजित कर न केवल उनकी राष्ट्रभक्ति और साहस का स्मरण दिलाया है बल्कि वर्तमान पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेकर राष्ट्र के प्रति समर्पण का भाव जगाने में बड़ी भूमिका निभाई है। इस अवसर पर जिला राठौर क्षत्रिय समाज के अध्यक्ष श्री कामताप्रसाद राठौर तथा सचिव श्री अशोक राठौर सहित समाज के अनेक विशिष्ट अतिथियों ने संबोधित किया। समाज की ओर से श्री अशोक राठौर द्वारा डॉ शेजवार को स्मृति चिन्ह भी भेंट किया गया।

धर्मशाला का शिलान्यास
जिला राठौर क्षत्रीय समाज द्वारा निर्मित की जाने वाली धर्मशाला का वनमंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार ने शिलान्यास किया। इस धर्मशाला के निर्माण के लिए समाज के अनेक व्यक्तियों द्वारा दान भी दिया गया। इस अवसर पर डॉ शेजवार ने कहा कि सामाजिक संस्थाएं जनकल्याण और समाज सेवा के लिए बनाई जाती हैं पद, प्रतिष्ठा आदि पाने के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि संस्था का उद्देश्य जनमानस की सेवा होना चाहिए।

सामाजिक समरता का पर्व है भुजरिया
वन मंत्री डॉ गौरीशंकर शेजवार मण्डी प्रांगण में आयोजित भुजरिया मिलन समारोह में शामिल हुए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि यह ऐसा पर्व है जो सभी धर्मो एवं वर्गो को आपस में प्रेम और भाईचारे का संदेश देता है और आपसी सदभाव बढ़ाता है। भुजरिया पर्व सामाजिक समरसता का पर्व है। इस अवसर पर डॉ शेजवार द्वारा पौधारोपण भी किया गया।

स्वतंत्रता दौड़ का आयोजन, कलेक्टरसहित शामिल हुए अनेक नागरिक
रायसेन / स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जिला मुख्यालय पर स्वतंत्रता दौड़ (फ्रीडम रेस) का आयोजन किया गया है। इस दौड़ में कलेक्टर श्री जेके जैन, जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग चौधरी सहित स्कूल कॉलेजों के छात्र-छात्राओं सहित अनेक गणमान्य नागरिक शामिल हुए।
स्वतंत्रता दौड़ का शुभारंभ शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में कलेक्टर श्री जेके जैन द्वारा हरी झण्डी दिखाकर किया गया। राष्ट्रीय एकता, अखण्डता का संदेश देने आयोजित यह दौड़ उत्कृष्ट विद्यालय से प्रारंभ होकर शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए पुलिस परेड ग्राउण्ड पर समाप्त हुई। इस दौड़ में छात्र-छात्राओं सहित लगभग डेढ़ हजार से अधिक लोगों ने भाग लिया।

मुख्य कार्यक्रम पुलिस परेड ग्राउण्ड में होगा, प्रभारी मंत्री गौर करेंगे ध्वजारोहण
रायसेन / स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर 15 अगस्त को आयोजित होने वाला कार्यक्रम पुलिस परेड ग्राउन्ड में होगा। कलेक्टर श्री जेके जैन और एसपी श्री केबी शर्मा ने प्रातः 9 बजे पुलिस परेड ग्राउन्ड पहुंचकर पुलिस परेड तथा प्रस्तुत किए जाने वाले कार्यक्रमों की पूरी रिहर्सल देखी। उन्होंने परेड तथा कार्यक्रमों की प्रस्तुति के दौरान बच्चों का उत्साहवर्धन भी किया। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अनुराग चौधरी, अपर कलेक्टर श्री राधेश्याम अगस्थी सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री जैन ने अधिकारियों से कहा कि वे समारोह के दौरान पूरे कार्यक्रमों का संयोजन इस प्रकार करें कि कार्यक्रमों में क्रमबद्धता तथा गति में अवरोध या रिक्तता प्रतीत न हो। उन्होंने सभी कार्यक्रमों के संचालकों, प्रशिक्षकों से कहा कि वे बच्चों को पर्याप्त अभ्यास करवाएं ताकि कार्यक्रमों को न केवल सफलतापूर्वक प्रस्तुत किया जा सके बल्कि इससे समारोह की भव्यता एवं गरिमा भी बढ़े।

15 अगस्त को आयोजित कार्यक्रम
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर मुख्य समरोह पुलिस परेड ग्राउण्ड में आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम का शुभारंभ प्रातः 9 बजे मुख्य अतिथि गृह मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री बाबूलाल गौर के आगमन एवं झण्डावंदन के साथ होगा। प्रातः 9.02 बजे राष्ट्रधुन एवं सलामी तथा प्रातः 9.07 मिनिट पर मुख्य अतिथि श्री गौर द्वारा परेड का निरीक्षण किया जाएगा। प्रातः 09.15 मिनिट पर मुख्य अतिथि द्वारा गुब्बारे छोड़े जाएंगे तथा प्रातः 09.17 मिनिट पर श्री गौर द्वारा मुख्यमंत्री के संदेश का वाचन किया जाएगा। प्रातः 09.27 मिनिट पर हर्ष फायर एवं भारतमाता की जय के नारे एवं प्रातः 09.29 मिनिट पर मार्च पास्ट किया जाएगा।
प्रातः 9.40 बजे मुख्य अतिथि परेड कमाण्डर्स से परिचय प्राप्त करेंगे तथा प्रातः 09.43 बजे मध्यप्रदेश गायन किया जाएगा तथा प्रातः 09.47 मिनिट पर स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों एवं मीसाबंदियों का सम्मान किया जाएगा। प्रातः 09.50 बजे सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा प्रातः 10.30 बजे पुरस्कार वितरण किया जाएगा।

प्लास्टिक से बने झण्डे का उपयोग नहीं करें
रायसेन / राज्य शासन ने राष्ट्रीय, सांस्कृतिक, खेलकूद तथा अन्य महत्वपूर्ण अवसरों पर प्लास्टिक के झण्डों का उपयोग नहीं करने को कहा है। प्लास्टिक के झण्डों के स्थान पर कागज से बने झण्डों का उपयोग किया जाना चाहिये। भारत सरकार ने राज्य शासन से यह अनुरोध किया है। भारत सरकार द्वारा भारतीय झण्डा संहिता-2002 तथा राष्ट्रीय गौरव अपमान निवारण अधिनियम-1971 में निहित उपबंधों का कड़ाई से पालन करने के निर्देश भी दिये गये हैं।
केन्द्र के निर्देशानुसार समारोह के पश्चात झण्डों को न तो विकृत किया जाये और न ही जमीन पर फेंका जाय। ऐसे झण्डों का निपटान उनकी मर्यादा के अनुरूप एकांत में किया जाय। यह भी कहा गया है कि प्लास्टिक से बने झण्डे जैविक रूप से अपघट्य नहीं होने के कारण यह वातावरण के लिए भी हानिकारक होते हैं। राज्य शासन ने इस संबंध में जागरूकता कार्यक्रम चलाने के निर्देश भी जिला कलेक्टर्स को दिये हैं।

विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अदर््ध-घुमक्कड़ छात्र-छात्राओं के लिये 141 लाख आवंटित
रायसेन / प्रदेश में विमुक्त, घुमक्कड़ और अदर््ध-घुमक्कड़ जनजाति के छात्र-छात्राओं को वर्तमान शैक्षणिक सत्र में छात्रवृत्ति वितरण के लिये विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अदर््ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण विभाग ने स्कूल शिक्षा विभाग को 1 करोड़ 41 लाख रुपये की राशि प्रदाय की है। प्रदत्त राशि में से प्राथमिक शिक्षा छात्रवृत्ति योजना में 50 लाख रुपये, माध्यमिक शिक्षा छात्रवृत्ति योजना में 35 लाख, पोस्ट-मेट्रिक योजना में 16 लाख और कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना में 26 लाख रुपये शामिल है।
विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अदर््ध-घुमक्कड़ जनजाति कल्याण मंत्री श्री अंतर सिंह आर्य ने बताया कि विभाग इन छात्रों को छात्रवृत्ति स्कूल शिक्षा विभाग के माध्यम से वितरित करता है। राज्य शासन द्वारा वर्ष 2014-15 में प्राथमिक शिक्षा छात्रवृत्ति योजना में 50 लाख रुपये, माध्यमिक शिक्षा छात्रवृत्ति में 35 लाख, पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति में 40 लाख और कन्या साक्षरता योजना में 65 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।
प्राथमिक शिक्षा छात्रवृत्ति योजना में कक्षा 1 से 5 तक अध्ययनरत सभी विमुक्त, घुमक्कड़ एवं अदर््ध-घुमक्कड़ जनजाति के बालक-बालिकाओं को छात्रवृत्ति दी जा रही है। इसी तरह माध्यमिक शिक्षा छात्रवृत्ति में कक्षा 6 से 10 तक के विद्यार्थियों को, पोस्ट-मेट्रिक छात्रवृत्ति योजना में कक्षा 11 और इससे ऊपर की कक्षाओं में अध्ययन करने वाले छात्र-छात्राओं को और कन्या साक्षरता प्रोत्साहन योजना में कक्षा 6, कक्षा 9 और कक्षा 11 में प्रवेश लेने वाली विमुक्त, घुमक्कड़ और अदर््ध-घुमक्कड़ जनजाति की छात्राओं को क्रमशरू 500 रुपये, 1000 रुपये और 3000 रुपये की छात्रवृत्ति अतिरिक्त प्रोत्साहन के रूप में दी जाती है। इस वर्ष के बजट में कक्षा 6 में प्रवेश लेने वाली कन्याओं के लिये 40 लाख और कक्षा 9 एवं कक्षा 11 में प्रवेश लेने वाली कन्याओं के लिये 25 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।

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