सीआरपीएफ जवानों पर नक्सली हमला, 13 शहीद

naxaliteरायपुर. छत्तीसगढ़ में नक्सलियों ने एक बार फिर बड़े हमले को अंजाम दिया है। सुकमा जिले के चिंतागुफा इलाके में एलमागुंडा और एरागोंडा के बीच सीआरपीएफ की 233 बटालियन के गश्ती दल पर घात लगाकर किए गए हमले में अर्द्धसैनिक बल के 11 जवान और 2 अफसर शहीद हो गए हैं। नक्सलियों से मुठभेड़ अब भी जारी है। घटना की जानकारी मिलते ही सीआरपीएफ के आईजी ऑपरेशन, सुकमा जिले के एसपी घटनास्थल के लिए रवाना हो चुके हैं।यह हमला एरिया डॉमिनेशन एक्सरसाइज के दौरान हुआ। छत्तीसगढ़ के एडीजीपी (इंटेलिजेंस) का कहना है कि कम्युनिकेशन की नाकामी की वजह से यह घटना हुई। छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में सोमवार को नक्सली हमले में 13 जवान शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि जवान एरिया डॉमिनेशन के लिए निकले थे। सुकमा में चिंतागुफा के पास एलमागुंडा और एरागोंडा के बीच यह मुठभेड़ हुई। यहां पर नक्सलियों ने एंबुश लगाकर रखा था। शहीदों में सीआरपीएफ और डीएफ के जवान शामिल हैं।
नक्सलियों ने एरिया डॉमिनेशन के लिए निकले 120 जवानों को एम्बुश में घेरकर आईईडी ब्लास्ट किया। जब तक जवान कुछ समझ पाते तब तक अधिकारियों समेत 13 जवान शहीद हो चुके थे। आसपास के कैम्पस और थानों से घायल जवानों को निकालने की कोशिश की जा रही है लेकिन रात का वक्त होने के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में परेशानी आ सकती है। बताया जा रहा है कि नक्स​लियों की पफायरिंग का जवाब जवानों ने भी दिया। पुलिस अधिकारी आरके विज ने हमले में 13 जवानों के शहीद होने की पुष्टि की है।
यह हमला पीएलजीए की वर्षगांठ के ठीक एक दिन पहले हुआ है। माओवादियों ने 2 दिसम्बर से 8 दिसम्बर तक 14वीं वर्षगांठ जोर-शोर से मनाने के लिए अभियान छेड़ रखा था। इस अवधि में उन्होंने छत्तीसगढ़ में बड़ा भर्ती अभियान चला रखा था। इसके लिए पूरे इलाके में पोस्टर बैनर चिपकाए गए थे। इस हमले को इसी वर्षगांठ के रूप में देखा जा रहा है।
केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सुकमा में हुए नक्सली हमले को एक कायराना हरकत बताया है। स्थिति का जायजा लेने राजनाथ मंगलवार को सुकमा जाएंगे। घटना की सूचना मिलने के बाद उन्होंने मुख्यमंत्री रमन सिंह से बात की और स्थिति को मॉनिटर करने के निर्देश दिए।

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