मेडीकल कॉलेज की मॉग को लेकर प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री को भेजा ज्ञापन

DSC06301DSC06299छतरपुर / छतरपुर जिला के पत्रकारों व्दारा उठाये गये छतरपुर जिला में ही मेडीकल कालेज खोले जाने की मॉग जो जनहित कल्याणकारी मद्दा के समर्थन में गणेष षंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब, प्रान्तीय संगठन मध्य प्रदेष सरकार का ध्यान आकर्षित कर ज्ञापन पत्र के माध्यम से मॉग करता है कि भारत सरकार व्दारा मध्य प्रदेष सरकार को एक मेडीकल कॉलेज बुन्देलखण्ड क्षेत्र में खोले जाने के लिए स्वीकृति दी है । इसी के तहत संगठन प्रदेष सरकार का ध्यान आकर्षित करते हुए मॉग रखता है कि छतरपुर जिला में ही मेडीकल कॉलेज क्यों खोला जाना चाहिए । इस मॉग को लेकर प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष गंगेले, नगर अध्यक्ष राजेष षिवहरे, ब्लाक अध्यक्ष नन्हेराजा बुन्देला, के नेतृत्व में प्रदेष के मुख्य मंत्री के नाम अनुविभागीय अधिकारी नौगॉव के माध्यम से ज्ञापन भेजा गया । ज्ञापन पत्र पर हस्ताक्षर करने वाले श्री राजेन्द्र गंगेले कौषल किषोर रिछारिया, लेाकेन्द्र मिश्रा, ओमकार तिवारी, भगवानदास कुषवाहा, मनीष व्दिेवदी, खेमचन्द्र रैकवार, सहित पत्रकारों के साथ अधिबक्ताओं ने ज्ञापन सौपा ।
ज्ञापन पत्र में मॉग की गई है कि छतरपुर जिला की तहसील बुन्देलखण्ड की राजधानी नौगॉव छावनी कहलाती है जो कि जलवायु व भूगौलिक दृष्टि से सर्वाधिक उपयुक्त है । छतरपुर जिला में मध्य प्रदेष सरकार की सैकड़ों एकड़ भूमि सरकारी खाली है । छतरपुर जिला चिकित्सालय में प्रतिदिन 12 सौ से 15 सौ मरीजों को देखा जाता है । यहॉ को चिकित्सालय तीन सौ बिस्तर का है जिसे पॉच सौ विस्तर में बदला जा सकता है । छतरपुर जिला के होनहार छात्र/छात्राओं को मेडीकल षिक्षा के लिए बाहर जाना होता है । जबकि छतरपुर जिला में मेडीकल खोले जाने के लिए संसाधन भी है ।
मध्य प्रदेष के ग्वालियर, सागर, रीवा, जबलपुर में पूर्व से मेडीकल कॉलेज है छतरपुर जिला बीचों बीच है यहां पन्ना, दमोह, टीकमगढ़ के साथ साथ उत्तर प्रदेष के महोवा, हमीरपुर, जिला के मरीजों के उपचार केलिए अत्याधिक सुविधायें छतरपुर में मिलती है । पॉच जिला के मरीजो का आपातकालीन उपचार छतरपुर में नही हो पाने के कारण झॉसी या ग्वालियर ले जाने के समय में मरीजों के प्राण चले जाते है । यह बुन्देलखण का पिछड़ा क्षेत्र है, यहांॅ बेरोजगारी अत्याधिक है । झॉसी से 25 किमी की दूरी पर दतिया हैं, दतियॉ से ग्वालियर 70 किमी है । दतियॉ जिला में एक प्राइवेट मेडीकल कॉलेज का निर्माण चल रहा है । इसलिए छतरपुर जिला में ही मेडीकल कॉजेल खोना जाना जनहित में है ।
Santosh Gangele

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