सुषमा से येचुरी ने पूछा, आपकी कुर्सी कब तक बची रहेगी

sushmaसैकड़ों करोड़ रुपये की हेराफेरी के मामले में भारत सरकार की ओर से भगोड़ा करार दिए जा चुके आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी को ब्रिटेन में ट्रैवल डॉक्युमेंट दिलाने में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की भूमिका को लेकर सोमवार को विवाद और बढ़ गया। कांग्रेस सहित विपक्षी दलों ने एनडीए सरकार को निशाने पर ले लिया।

संसद की एक समिति की बैठक में जब सुषमा शामिल हुईं तो उन्होंने कांग्रेस के सदस्य कर्ण सिंह से शुरुआत करने को कहा। इस पर सिंह ने सीपीएम सांसद सीताराम येचुरी से अनुरोध किया। येचुरी ने हल्के-फुल्के अंदाज में कहा, ‘आप तो मेरे नाम के साथ जो भी शुरुआत करेंगी, वह आपके लिए शुभ होगा, लेकिन हम तो यह सोच रहे हैं कि आप इस कुर्सी पर कब तक बची रहेंगी।’ इस पर सुषमा ने कहा, ‘चिंता न करें, मैं यहीं रहूंगी।’ इस पर विपक्ष के एक अन्य नेता ने कहा, ‘हम तो आपको दूसरी कुर्सी (पीएम) पर देखना चाहते हैं, लेकिन आप यहां हैं।’

कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा, ‘यह देश और सरकार केवल एक शख्स ही तो चला रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी ललित मोदी को बचा रहे हैं। उन्हें ऐसा करना बंद कर देना चाहिए।’ कांग्रेस ने सरकार पर दबाव बढ़ाते हुए उससे 11 सवाल पूछे और दावा किया कि कानून के तहत भगोड़े घोषित किए जा चुके शख्स की मदद कर सुषमा ने अपराध को बढ़ावा देने का काम किया है। कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘विदेश मंत्री ने आईपीसी की धारा 107 के तहत गलत काम किया है। उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जानी चाहिए।’

आम आदमी पार्टी ने भी मोदी सरकार को निशाने पर लिया और कहा कि इस मामले में पीएमओ का भी ‘हाथ हो सकता है।’ AAP के सीनियर लीडर कुमार विश्वास ने कहा, ‘पहले भी मोदी सरकार में कुछ मंत्रियों के पर कतरे गए हैं। हो सकता है कि इसी रणनीति के तहत सुषमा स्वराज जैसी बड़ी नेता को निशाना बनाया जा रहा हो। हम चाहते हैं कि सुषमाजी आगे आएं और बताएं कि जो फैसला उन्होंने किया, उसमें और कौन लोग शामिल थे।’

दूसरे दलों ने भी बीजेपी को घेरने की कोशिश की। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि इस मामले से पता चलता है कि मोदी सरकार का करप्शन से लड़ने का दावा कितना खोखला है। नीतीश ने कहा कि इस घटना से पूरी सरकार ही ‘शक’ के घेरे में आ गई है। उन्होंने कहा, ‘बीजेपी और आरएसएस ने जिस तरह सुषमा स्वराज का समर्थन किया है, उससे साफ है कि अगर अपने आदमी ने अपराध किया हो, तो उसे बचाना है। जिस तरह सरकार ने सुषमा का बचाव किया है, उससे साफ है कि उसे मामले की जानकारी थी।’

लेफ्ट फ्रंट ने इस मामले की उचित जांच कराने की मांग की। सीपीएम ने एक बयान में कहा, ‘इस मामले में जो भी आरोप लगे हैं, उनकी पूरी जांच होनी चाहिए।’ बीजेपी ने विदेश मंत्री का बचाव जारी रखा। हालांकि सोशल मीडिया पर खबरें उड़ती रहीं कि बीजेपी में अंदरूनी लड़ाई के चलते सुषमा को शिकार बनाया गया है। सीनियर बीजेपी लीडर वेंकैया नायडू ने कहा कि सुषमा ने कोई गलत काम नहीं किया था। पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने कहा कि विपक्ष ‘तिल का ताड़’ बना रहा है।

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