रिलायंस जियो इंफोकॉम और रिलायंस कम्यूनिकेशंनस के बीच स्पेक्ट्रम शेयरिंग

jioरिलायंस जियो इंफोकॉम और रिलायंस कम्यूनिकेशंनस ने 800 मेगाहर्टज बैंड में आंबटित स्पेक्ट्रम की अदला बदली और स्पेक्ट्रम शेयरिंग के समझोतों पर हस्ताक्षर की घोषणा की। समझौते के अनुसार 9 सर्किलों में आंबटित स्पेक्ट्रम की अदला बदली और 17 सर्किलों में स्पेक्ट्रम शेयरिंग की जा सकेगी।

मुंबई, 18 जनवरी 2016 रिलायंस जियो इंफोकॉम लिमिटेड (“RJIL”) और रिलायंस कम्यूनिकेशंनस लिमिटेड (“RCOM”) ने 800 मेगाहर्टज बैंड में आज आंबटित स्पेक्ट्रम की अदला बदली और स्पेक्ट्रम शेयरिंग के समझौतों पर हस्ताक्षार की घोषणा की। आंबटित स्पेक्ट्रम की अदला बदली 9 सर्किलों में और स्पेक्ट्रम शेयरिंग 17 सर्किलों में की जा सकेगी। रणनीतिक तौर पर दोनों कंपनियां इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) के क्षेत्र में भी परस्पर सहयोग को इच्छुक हैं।
रिलयोंस जियो इंनोकॉम (“RJIL”) ने अभी कुछ दिन पहले ही अत्याधुनिक LTE सेवाएं शुरू की हैं। 800 मेगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम बैंड में हुए इन समझौतों से रिलयोंस जियो इंनोकॉम (“RJIL”) को मजबूत नेटवर्क कवरेज और सेवाओं की उत्तम गुणवत्ता हासिल होगीं।
RJIL और RCOM के बीच हुए इस समझौते से नेटवर्कस् के बीच बेहतर तालमेल और मजबूत नेटवर्क क्षमता मिलेगी साथ ही स्पेक्ट्रम का बेहतर इस्तेमाल और कैपेक्स कार्यकुशलता में भी वृद्धि होगी। दोनो ऑपरेटर भविष्य में नेटवर्कस् में निवेश और परिचालन परिचालन लागत में कमी की उम्मीद करते है।
पारस्परिक शेयरिंग और इंट्रा सर्किल रोमिंग (ICR) लागू हो जाने से RCOM के ग्राहक विश्व स्तरीय LTE नेटवर्क का लाभ ले सकेंगे।
सभी आपेक्षित मंजूरियों और 800 मेगाहर्टज बैंड में RCOM के स्पेक्ट्रम उदारीकरण के बाद ही ये व्यवस्था लागू होगी।
RJIL और RCOM के बीच इंटर और इंटरा सिटी ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क और टॉवर इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए राष्ट्रव्यापी लॉग टर्म (IRU) समझौते पहले से ही हैं। नए हुए इन समझौते से दोनो कंपिनियों के बीच आपसी सहयोग को बढ़वा मिलेगा और व्यापार की व्यापक रूपरेखा को मजबूती मिलेगी।

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