भारत बंद: जनता का आक्रोश सड़कों पर

खुदरा क्षेत्र में विदेशी निवेश को छोटे कारोबारियों के लिए खतरा बताया जा रहा है.

खुदरा क्षेत्र में विदेशी कंपनियों को निवेश करने की छूट देने और डीजल के दामों में बढोत्तरी के खिलाफ विपक्ष की ओर से आयोजित राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण कई जगहों पर रेल सेवाएँ बाधित होने की खबरें आ रही हैं.

कई राज्यों में राजनीतिक पार्टियों के कार्यकर्ता धरना और प्रदर्शन कर रहे हैं. कुछ जगहों पर ये प्रदर्शन हिंसक भी हुए हैं लेकिन किसी बड़ी घटना की खबर नहीं है.

दिल्ली

शहर के प्रसिद्ध जंतर मंतर पर वामपंथी पार्टियों के नेता इकट्ठा हुए हैं. मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो सदस्य सीताराम येचूरी ने वहाँ पर पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित किया है. उनके अलावा भारत की कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेता एबी बर्धन ने अपनी बात कही.

उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार भारतीय जनता की बजाए अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा और विदेशमंत्री हिलरी क्लिंटन को खुश करने के लिए ज्यादा चिंतित रहती है.

दिलचस्प बात ये है कि राजनीतिक तौर पर एक दूसरे के कट्टर विरोधी वामपंथी और हिंदुत्ववादी भारतीय जनता पार्टी इस प्रदर्शन में एक ही मंच पर आने में परहेज़ नहीं कर रहे.

जिस मंच से येचुरी और बर्धन बोले उसी मंच से कुछ देर बाद भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी भी बोले.

जोशी ने कहा,”अमरीकी कंपनी वॉलमार्ट का जितना व्यापार है, हमारे देश में कुल खुदरा बाजार का उतना व्यापार है. लेकिन वॉलमार्ट 20 लाख लोगों को रोजगार देता है लेकिन भारत के खुदरा बाजार से पाँच करोड़ लोग रोजी रोटी कमाते हैं.”

उन्होंने आरोप लगाया कि ये सब कुछ चीन को पिछले दरवाजे से भारत में घुसने देने की साजिश का हिस्सा है.

बिहार

राज्य में सत्तारूढ़ जनता दल (युनाइटेड) के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर रेलगाड़ियाँ रोक दी हैं. धनबाद के पास राजधानी एक्सप्रेस, राजधानी पटना के पास मालदा एक्सप्रेस और जहानाबाद के पास गंगा-दामोदर एक्सप्रेस को रोक दिए जाने की खबरें आ रही हैं.

पटना में भारतीय जनता पार्टी के नेता रविशंकर प्रसाद ने साइकिल सवारों की एक रैली का नेतृत्व किया. बाद में उन्हें न्यायिक हिरासत में ले लिया गया.

केंद्र सरकार से समर्थन वापिस लेने की ममता बनर्जी की घोषणा के बाद राज्य के मुख्यमंत्री नितीश कुमार कह चुके हैं कि अगर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिया जाता है तो वो किसी को भी समर्थन दे सकते हैं. उनके इस बयान का अर्थ ये निकाला जा रहा है कि वो मुश्किल में पड़ी मनमोहन सरकार के प्रति नर्म रवैया अपना रहे हैं.

पश्चिम बंगाल

राज्य में कोलकाता, हावड़ा और उत्तरी 24 परगना जिलों में हिंसा की छिटपुट घटनाएँ हुई हैं. उत्तरी 24 परगना में भारतीय जनता पार्टी और तृणमूल काँग्रेस के कार्यकर्ताओं में झड़पें हुई हैं. उधर हावड़ा में मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी और तृणमूल कार्यकर्तों के बीच धक्का-मुक्की की खबरें हैं.

सत्ताधारी तृणमूल काँग्रेस इस बंद का विरोध कर रही है. पार्टी नेता और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वो भारतीय जनता पार्टी और वामपंथियों की ओर से आयोजित इस बंद में शामिल नहीं हैं.

कोलकाता से बीबीसी संवाददाता अमिताभ भट्टाशाली ने बताया है कि सभी सरकारी कर्मचारियों को कल ही खबरदार कर दिया गया था कि बंद के दिन उन्हें दफ्तर आना होगा. कोलकाता शहर में सरकारी बसें तो चल रही हैं लेकिन उसमें मुसाफिर कम हैं. राजनीतिक कार्यकर्ता मोहल्ले-मोहल्ले में जुलूस निकाल रहे हैं और नारेबाजी कर रहे हैं.

उत्तर प्रदेश

इलाहाबाद, वाराणसी और कानपुर आदि महत्वपूर्ण शहरों में भी प्रदर्शनकारी जगह जगह प्रदर्शन कर रहे हैं और धरना दे रहे हैं. राज्य में विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने कुछ जगहों पर रेलगाड़ियाँ भी रोकी हैं.

राज्य में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी इस हड़ताल में शामिल है और उसके कार्यकर्ता सुबह से ही लगभग हर बड़े शहर और छोटे कस्बे में बंद को सफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं.

पार्टी नेता मुलायम सिंह यादव ने केंद्र सरकार को समर्थन देने के बारे में अभी अपना रुख स्पष्ट नहीं किया है लेकिन उनके कार्यकर्ता सड़कों पर उतरे हैं.

आँध्र प्रदेश

आंध्र प्रदेश में सभी विपक्षी दल इस बंद का समर्थन कर रहे हैं. राजधानी हैदराबाद से बीबीसी संवाददाता उमर फारुख ने कहा है कि शहर में बस सेवाएँ ठप हो गई हैं. हैदराबाद और राज्य के अन्य नगरों में आज सुबह से ही तेलुगु देसम, वाम दलों और भारतीय जनता पार्टी के नेता रोड ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन के डिपो के सामने धरने पर बैठे हैं. छोटे छोटे नगरों में भी दुकानें और कारोबार बंद हैं.

तेलंगाना राष्ट्र समिति की और से बंद के समर्थन के करण तेलंगाना क्षेत्र में भी बंद सम्पूर्ण है. विपक्षी विधायकों ने विधानसभा की करवाई रोक दी और स्पीकर को सदन की करवाई स्थगित करनी पड़ी है.

तेलुगु देसम के अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू जंतर मंतर पर विपक्षी नेताओं के धरने में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुँचे हैं.

हैदराबाद में मुख्य बस स्टेंड पर धरना देने वाले वाम दलों के नेताओं को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. भाजपा के एम वेंकय्या नायडू और शाहनवाज़ हुसैन ने भी इस धरने में हिस्सा लिया.

विजयवाडा और विशाखापत्तनम में भी बंद की खबर है.

बंद के कारण स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं और चारों ओर पुलिस का कड़ा पहरा है.

तमिलनाडु और कर्नाटक

यूपीए का गठक दल द्रविड़ मुनेत्र कषगम इस बंद में शामिल है. बंद के आह्वान का मिलाजुला असर पड़ा है और बसें चल रही है. हालाँकि सत्तारूढ़ अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम ने भी डीजल की कीमत में बढ़ोत्तरी और गैस सिलेंडरों की संख्या में कटौती की कड़ी आलोचना की है लेकिन वो बंद का समर्थन नहीं कर रही है.

वामपंथी दल अब डीएमके पर इस बात के लिए दबाव बढ़ा रहे हैं की वो केवल बंद का समर्थन न करे बल्कि तृणमूल कांग्रेस की तरह केंद्र सरकार से समर्थन वापिस ले ले.

कर्नाटक राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा ने ही बंद का आह्वान किया है. बंद से आम जीवन अस्तव्यस्त हैं और पूरे राज्य में बस सेवाएँ ठप पड़ी हुई हैं. बंगलौर में कई प्राइवेट कंपनियों ने छुट्टी घोषित कर दी है. उधर केरल से भी बंद से व्यापक असर की खबर है. वहाँ भी बाज़ार और कारोबार बंद है. बस सेवा रोक दी गई है लेकिन ट्रेने चल रही हैं. बंद के कारण रक्षामंत्री एके एंटनी ने अपनी कोच्चि यात्रा रद्द कर देनी पड़ी है.

 

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