अपाहिजों के नाम पर भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे केंद्रीय कानून मंत्री सलमान खुर्शीद पर एक तरफ मीडिया का शिकंजा कस रहा है तो दूसरी तरफ कांग्रेसी नेता, पार्टी और सरकार खुलकर उनके पक्ष में आ गई है. खुर्शीद के ट्रस्ट पर लगे 71 लाख रुपये की कथित गड़बड़ी के आरोप के बारे में बड़बोले राजनेता और केंद्रीय मंत्री बेनी प्रसाद वर्मा ने ऐसा बयान दिया है जिससे सरकार की ही नहीं खुर्शीद की भी मुश्किलें बढ़ सकती हैं. केंद्रीय इस्पात मंत्री वर्मा ने कहा है कि एक केंद्रीय मंत्री के लिए 71 लाख रुपये की रकम बड़ी छोटी रकम होती है. इसे घोटाला नहीं कहा जाना चाहिए. उन्होंने कहा, “सलमान खुर्शीद जैसे नेता 71 लाख रुपये का घपला नहीं कर सकते. 71 लाख बड़ी छोटी रकम है. यदि यह रकम 71 करोड़ होती तो हम भी सीरियस होते.” उन्होंने साफ कहा कि सलमान को इस्तीफा देने की बिल्कुल जरूरत नहीं है.” केजरीवाल पर निशाना साधते हुए बेनी ने कहा, “इसीलिए हम कहते हैं कि दिन रात भौंकने वालों की कद्र नहीं होती है. केजरीवाल जैसे लोगों को रात-दिन भौंकना नहीं चाहिए जो अपनी पार्टी शुरू करने जा रहे हैं. उन्हें तो कभी-कभी दहाड़ना चाहिए.”
केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण मंत्री अंबिका सोनी ने कहा है कि खुर्शीद एक सम्मानित राजनेता हैं और पार्टी उनके साथ है. उन्होंने यह भी कि सरकार केजरीवाल के हर एक आरोप का जवाब नहीं देगी क्योंकि वह बार-बार अपना बयान बदलते रहते हैं. कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने तो यहाँ तक कह दिया है कि “स्टिंग ऑपरेशन करने वाला टीवी चैनल “आजतक” झूठा साबित हो गया है.” उन्होंने यह भी कहा कि “खुर्शीद के इस्तीफे का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता है.” यह पूछे जाने पर कि क्या मीडिया के प्रति इस तरह गुस्सा दिखाना कानून मंत्री को शोभा देता है, दिग्विजय ने कहा, “यदि आप किसी बेगुनाह के खिलाफ इस तरह के आरोप लगाएंगे तो जाहिर है कि उसे गुस्सा आएगा.” कांग्रेस नेता ने कहा कि वह पीएम, वित्त मंत्री और सीएजी से इस बात की जांच का अनुरोध करेंगे कि सीएजी की ड्राफ्ट रिपोर्ट मीडिया को कैसे लीक हो जाती है. उन्होंने कहा, ‘जब कांग्रेस सरकार के खिलाफ सीएजी की रिपोर्ट होती है तो यह मीडिया में लीक हो जाती है.’