निस्वार्थ भाव समाज सेवा करने वालों का हर जगह सम्मान होता है

zछतरपुर 28 अगस्त 2017 आज सुबह 7:00 बजे बुंदेलखंड के कर्मयोगी समाजसेवी श्री संतोष गंगेले केंद्रीय विद्यालय छतरपुर में आकर संस्था में अध्ययनरत बेटियों का सम्मान किया तथा छात्रों को साहित्य सामग्री दे कर सम्मानित कर प्रोत्साहन कर
उनका उत्साह बढ़ाया। ऐसे कर्मयोगी सामाजिक समरसता के प्रेरणा स्त्रोत श्री संतोष गंगेले ने भारत सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ एवं स्वच्छ भारत अभियान के बारे में सागर को गागर में भरने का प्रयास किया। संस्था में अध्ययनरत बच्चों को बौद्धिक विकास नैतिक शिक्षा दी साथ ही भारतीय संस्कृति के संस्कारों को बचाने के लिए अपने विचारों के माध्यम से बच्चों में उत्साह प्रदान किया उपयोग विचार केंद्रीय विद्यालय के प्राचार्य श्री विशन सिंह राठौड़ ने संस्था में बच्चों के बीच संतोष गंगेले के जीवन के बारे में चर्चा करते हुए कहे उन्होंने बताया कि श्री संतोष गंगेले नौगांव से लगे छोटे से ग्राम वीरपुरा के रहने वाले हैं ।मुझे ऐसा पता चला कि वह एक साधारण किसान और सामान्य परिवार में पैदा होने के बाद वह छतरपुर जिले सहित टीकमगढ़ जिला विभिन्न शिक्षण संस्थानों में निजी धन राशि खर्च कर बच्चों को प्रसन्न करते है उनका सम्मान कर निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करते हैं ।समाज में ऐसे कम ही लोग होते हैं जो इस प्रकार के कार्य करते हैं। हम उन्हें सामाजिक समरसता के पुरोधा कह सकते हैं इस अवसर पर समाज सेवी श्री संतोष गंगेले ने संस्था के प्राचार्य श्री विशन सिंह राठोर , शिक्षक श्रीमती सीमा शर्मा का मंच पर सम्मान किया साथ ही जीवन सफलता के मंत्र बताया । श्रीमती सीमा शर्मा ने श्री गंगेले के सामाजिक कार्य की सराहना की इस अवसर पर बच्चों ने गीत संगीत पुस्तक किए तथा राष्ट्रगान गाकर कार्यक्रम का समापन किया

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