4 जी कवरेज 2 जी को पीछे छोड़ देगी

डेटा ही डिजिटल अर्थव्यवस्था का ऑक्सीजन होगा: अंबानी
mukesh_ambaniनई दिल्ली, 27 सितंबर: रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने कहा है कि एक साल में भारत में 4 जी टेलीकॉम का कवरेज 2जी से अधिक हो जाएगा।

अंबानी भारत को लेकर पूरे आशावादी हैं जो कि इस समय डिजिटल क्रांति के पीछे चल रहा है। हालांकि भारत अगले दस वर्षों में 2.5 ट्रिलियन डॉलर से 7 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था तक बढ़ जाएगा और दुनिया के शीर्ष तीन अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

उन्होंने जोर देकर कहा कि डेटा डिजिटल अर्थव्यवस्था का ऑक्सीजन है। हम इस महत्वपूर्ण एवं जीवन के लिए उपयोगी एवं जरूरी संसाधन के भारतीयों को वंचित नहीं कर सकते हैं। हमें बेहद सस्ती कीमतों पर उच्च गति वाले डेटा की पहुंच सभी आम लोगों तक पहुंचाएंगे।

रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन ने कहा कि यह सुनिश्चित किया जाना चाहिए कि हर भारतीय के पास एक किफायती स्मार्टफोन हो जो कि उसे असीम ज्ञान और इंटरनेट की शक्ति से जोड़ता है।

रिलायंस जियो, जो अपनी शुरुआत के एक वर्ष के भीतर 128 मिलियन से अधिक उपयोगकर्ताओं को अपने साथ जोड़ चुका है, इस सप्ताह एक बेसिक 4जी फोन भी पेश कर रहा है जो कि ग्राहकों को 1500 रुपए के रिफंडेबल जमा पर उपलब्ध होगा।

अंबानी ने कहा कि भारतीय मोबाइल बाजार, अब डेटा के साथ अत्याधिक प्रवाहित हो रहा है और 1.3 बिलियन भारतीयों को डेटा सर्विस उपलब्ध प्रदान करने के लिए एक मजबूत डिजिटल सकुलेटरी सिस्टम को तैयार किया जाना है।

उन्होंने कहा कि भारत में 4 जी कवरेज अगले 12 महीनों में 2जी कवरेज से भी अधिक हो जाएगी।
अंबानी ने कहा कि भारत में मोबाइल ब्रॉडबैंड अब न्यूनतम 155वें स्थान से अब सबसे बड़े मोबाइल डेटा खपत वाले स्थान पर पहुंच गया है और ये सफलता सिर्फ एक साल में प्राप्त हुई है।

रिलायंस जियो की शुरुआत के समय प्रमोशनल चरण में असीमित डेटा फ्री दिया गया और उसके बाद भी ये बेहद सस्ती दरों पर प्रदान किया गया, जिससे ये बड़ा उछाल आया है और अंबानी ने कहा कि भारतीय मोबाइल उद्योग में जिस गति से वृद्धि हुई है वह दुनिया से पूरी तरह से अलग है।

उन्होंने बताया कि भारतीय दूरसंचार और आईटी उद्योग को डिजिटल बुनियादी ढांचे के निर्माण में मूलभूत भूमिका निभानी है। देश में मशीनीकरण, बड़े पैमाने पर उत्पादन और स्वचालन के पहले तीन वैश्विक औद्योगिक क्रांतियों पर कोई चूक नहीं हुई है, लेकिन चौथी औद्योगिक क्रांति में इसका नेतृत्व करने की क्षमता और अवसर है जिसमें कनेक्टिविटी, डेटा और आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का समर्थन भी है।

उन्होंने कहा कि मोबाइल इंटरनेट और क्लाउड कंप्यूटिंग चौथी औद्योगिक क्रांति में मूलभूत प्रौद्योगिकियां हैं। डेटा, एक नया तेल है और भारत को इसे आयात करने की ज़रूरत नहीं है, हम इसे बहुतायत में रखते हैं। यह मूल्य का एक नया स्रोत होगा और भारत और लाखों भारतीयों के लिए अवसर और समृद्धि पैदा करेगा।

देश के सबसे अमीर आदमी ने नई प्रौद्योगिकियों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, रोबोटिक्स, इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी), क्लाउड कंप्यूटिंग, बिग डेटा एनालिटिक्स, 3-डी प्रिंटिंग, ब्लॉकचैन और नैनो टेक्नोलॉजीज का उपयोग नई नौकरियां पैदा करने और समृद्धि की नई लहर पैदा करने के लिए कहा।

उन्होंने कहा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, ऊर्जा, जल और संसाधन सुरक्षा के राष्ट्रीय प्राथमिकताओं को प्राप्त करने के लिए वरदान साबित हो सकता है।

उन्होंने कहा कि कई प्रौद्योगिकियों में बदलाव से ऊर्जा और नए तरीकों के परिवहन के नए स्रोत संभव हो गए हैं। भारत को सुपर-इंटरनेट के जरिए हर चीज और सभी को जोडऩे का कार्य शुरू करना चाहिए। उन्होंने कहा कि इससे हमारे जैसी लोकतांत्रिक आर्थिक माहौल में 130 करोड़ भारतीयों को एक दूसरे के साथ सीधे सहयोग के लिए जोडऩे में मदद मिली है, जो कि इससे पहले नहीं मिल रही थी।

उन्होंने सुझाव दिया कि एक व्यापक तरीके से शिक्षा, प्रशिक्षण और मानव संसाधन विकास के डिजिटलीकरण से डिजिटल इंडिया की सफलता को तय किया जा सकता है और इसे मूल आधार बनाने की जरूरत है।

अंबानी ने कहा कि इन सभी कार्यों को पूरा करने के लिए, दूरसंचार और आईटी उद्योग को अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र और सरकार, हर व्यवसाय और हर संस्था के साथ सबसे बड़ी से छोटी से छोटी हिस्सेदारी के साथ भागीदारी करनी होगी।

उन्होंने बताया कि डिजिटल इंडिया के सपने को समझने के लिए, अगली पीढ़ी की प्रौद्योगिकी संपत्ति बनाने में निवेश करना होगा और डिजिटल पारिस्थितिकी तंत्र में अक्षमताएं निहित होनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि हमें पुरानी जड़ता को तोडऩा होगा और नई सहभागिता करनी होगी। कोई कॉर्पोरेट नहीं, न ही सरकार, हम ये अकेले कर सकते हैं। हम साथ मिलकर अकल्पनीय सफलता एवं लक्ष्य हासिल कर सकते हैं।

इसकी शुरूआत के बाद से, भारती एयरटेल की अगुवाई वाले पुराने दूरसंचार समूहों के साथ जियो को बाजार में हिस्सेदारी के लिए काफी लड़ाई लडऩी पड़ी है। पुरानी कंपनियों ने बाजार को बाधित करने के लिए हमारी वित्तीय सक्षमता को भी आरोपी बनाया है लेकिन हम बाजार में किसी एक का एकाधिकार नहीं चाहते हैं।

अंबानी ने कहा कि हम इस बात को भूल नहीं सकते हैं कि भारत हमारे सभी लोगों के लिए एक बड़ा अवसर प्रदान करता है। हम एक साथ ही समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। हमारे देश की प्रगति के लिए रास्ता तैयार करने और हर भारतीय की जिंदगी को बेहतर एवं गुणवत्तापूर्ण बनाने का अवसर हमें मिला है।

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