मोदी शादीशुदा होने के बयान पर मौन !

शशि थरूर की पत्नी सुनंदा पुष्कर पर भद्दी टिप्पणी करने के बाद गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो अपने लिए शामत बुला ली है। इस खुलासे से उनके राजनीतिक करियर पर खतरे की घंटी बचने के आसार हैं उन्होंने अपने नामांकन के दौरान अपने अविवाहित होने की बात स्वीकारी है । वहीं इस पर मोदी ने मौन धारण कर लिया है इस बात से अब मौन मनमोहन सिंह हैं मौन नरेंद्र मोदी जी।

 

दिग्विजय सिंह ने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा है कि नरेंद्र मोदी का 1968 में यशोदाबेन से विवाह हुआ था, जबकि वह हमेशा खुद को अविवाहित ही बताते रहे हैं। यहां तक कि चुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करते समय भी उन्होंने खुद को अविवाहित ही बताया है। हैं या उनकी शादी हो चुकी है।

 

अपने इस पचड़े में नहीं पडऩा चाहते, असलियत या तो मोदी जानें या भगवान।  वहीं आवारा बंजारा वाले संजीत भाई को मोदी के अविवाहित लिखने पर आपत्ति थी। एक महिला जसोदाबेन मोदी ने नरेंद्र भाई मोदी की पत्नी होने का दावा किया है। वहीं नरेंद्र मोदी हमेशा खुद को अविवाहित बताते आए हैं। उनका संघ प्रचारक होना भी इस दावे को मजबूत करता है, लेकिन इस चुनाव में उनके विरोधियों ने इस मामले को उठाया और चुनाव आयोग को उनकी इस कथित पत्नी की जानकारी देकर गलत जानकारी के आरोप में नामंकन पत्र खारिज करने की मांग की है।
उस महिला का वीडियो यू टयूब पर भी उपलब्ध है। वीडियो में रजोसाना प्राइमरी स्कूल भी दिखाई है जिसमें वे पढ़ाती हैं। इस वीडियो में उनके भाई अशोक भी दिखाए गए हैं। यह महिला मोदी के पुराने फोटो भी दिखाती हैं, इसके अलावा उनके पास मोदी की दी हुई संघर्ष मां गुजरात किताब भी रखी है। जसोदाबेन के अनुसार उनकी शादी 1968 में हुई। मोदी तीन साल तक उनके साथ रहे और एक दिन अचानक उन्हें छोड़कर चले गए। वहीं मोदी की ऑफिशियल प्रोफाइल में पत्नी का जिक्र नहीं है।

 

विकीपीडिया पर शादी के मामले में कोई जानकारी नहीं है। वहीं डीएनए में आठ दिसंबर को संजय सिंह की एक खबर ने स्थानीय भाजपा नेताओं के हवाले से लिखा था कि यह बाल विवाह का मामला था और मोदी ने उनसे तलाक नहीं लिया, लेकिन वे कभी उस महिला के साथ रहे भी नहीं। वैसे गुजरात के अखबारों में ये खबरें बीच बीच में छपती आई हैं। वैसे एक बात की इस वीडियो और इस तरह की खबरों का टाइमिंग चुनाव के आसपास का ही क्यूं चुना गया।

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