कांग्रेस ने दी चुनावी तैयारी को ‘स्पीड’

दिल्ली की कामयाब रैली के बाद कांग्रेस ने चुनावी तैयारियों को स्पीड देना शुरू कर दिया है। पहली फिक्र अमेठी व रायबरेली संसदीय क्षेत्र को अजेय गढ़ बनाए रखने की है इसलिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी विशेष दौरे पर लाव लश्कर समेत रायबरेली पहुंचेगी। साथ में तीन केंद्रीय कैबिनेट मंत्रियों के अलावा राहुल व प्रियंका गांधी भी आ रहे हैं। वादे पूरा करने व विकास कार्यो को गति देने की कोशिशें होंगी।

दो दिनी व्यस्त कार्यक्रम में सोनिया जनता से मिलने के अलावा बुधवार को बरवारीपुर में कम लागत के आवासीय भवनों का शिलान्यास करेंगी। जिला पंचायत भवन में पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी की मूर्ति का अनावरण किया जाएगा। लालगंज में रेल फैक्ट्री में बने कोचों को रवाना करके वर्ष 2006 का चुनावी वादा पूरा करेगी। रायबरेली-उतरठिया रेलवे दोहरीकरण व बहुउद्देशीय काम्पलेक्स का शिलान्यास करने के साथ जमीन देने वालों को नौकरी के नियुक्ति पत्र भी सौंपे जाएंगे। सोनिया महबूब शाह आलम की दरगाह का उद्घाटन करने के बाद निफ्ट के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। दूसरा दिन बृहस्पतिवार भी व्यस्तता भरा रहेगा। भुएमऊ गेस्ट हाउस में जन समस्या सुनने के उपरांत स्माइल ट्रेन को हरी झंडी दिखाएगी और जिला सर्तकता एवं अनुश्रवण समिति की बैठक में भाग ले विकास के रुके कार्यो को आगे बढ़ाएंगी। दौरे में केंद्रीय कपड़ा मंत्री आनंद शर्मा, रेल मंत्री पवन बंसल व अजय माकन भी राज्य मंत्रियों सहित मौजूद रहेंगे। रायबरेली में प्रियंका गांधी के आने का कार्यक्रम आठ नवंबर का है। राहुल सात नवंबर को निफ्ट के समारोह में शामिल होंगे और अमेठी में आठ को जगदीशपुर क्षेत्र की वर्कर मीटिंग में भी शामिल होंगे।

उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव में रायबरेली एवं अमेठी क्षेत्र में बेहतर नतीजे नहीं मिलने से कांग्रेस की चिंता बढ़ी हुई है। रायबरेली व अमेठी क्षेत्र की जनता को मनाने की कोशिशें जारी हैं। वीवीआइपी क्षेत्रों के अलावा अन्य संसदीय सीटों के लिए भी दमदार प्रत्याशियों की तलाश का काम शुरू कर दिया गया है। अन्य राज्यों से आए पर्यवेक्षकों ने आवंटित लोकसभा क्षेत्रों में बैठकें लेना शुरू कर दी हैं। उन्हें दिसंबर के अंत तक अपनी रिपोर्ट केंद्रीय कार्यालय में जमा करा देने को कहा गया है। दूसरी ओर विपक्षी दलों के लगातार हमलों से कार्यकर्ताओं में आई निराशा को दूर करने और जवाबी कार्रवाई को विशेष अभियान चलाया जाएगा। प्रदेशीय व केंद्रीय नेता ब्लाक व जिला स्तर पर बैठकें कर एफडीआइ घोटाले एवं महंगाई जैसे आरोपों पर कांग्रेस का पक्ष रखने का काम होगा।

सभी जोनल अध्यक्षों को संगठन की समीक्षा कर एक माह में पुनर्गठन को कहा गया ताकि विधानसभा चुनाव के दौरान निचले स्तर पर उजागर संगठन की खामियों को दुरुस्त किया जा सके।

नाम रेलकोच फैक्ट्री, काम सिर्फ डेंट पेंट

रायबरेली, [आशुतोष अग्निहोत्री]। काग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाधी के संसदीय क्षेत्र रायबरेली में 2009 में खुली रेलकोच फैक्ट्री से चार साल में अब तक एक भी कोच पूरी तरह नहीं बना है। बाहर से बनकर आए कोच ही यहां से डेंट पेंट होकर जा रहे हैं।

अब सोनिया बुधवार को दो दिवसीय रायबरेली दौरे पर आ रही हैं। वह जिले में कई विकास योजनाओं के शिलान्यास सहित रेल कोच फैक्ट्री में बन रहे कोचों का अनावरण भी करेंगी। विकास योजनाओं का शिलान्यास तो ठीक है लेकिन रेलकोच फैक्ट्री में कोचों का अनावरण लोगों के गले नहीं उतर रहा। फैक्ट्री के शिलान्यास के समय कहा गया था कि यहां पर रेल कोच का निर्माण होगा। स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा। लेकिन अब तक एक भी डिब्बा बनकर तैयार नहीं हुआ। कपूरथला से लगभग 65 डिब्बे फैक्ट्री में आए। जिनमें से दो दर्जन कोच पटरियों पर दौड़ रहे हैं।

हाथ कुछ नहीं लगा: कारखाने में घटिया निर्माण सामग्री लगाने, स्थानीय लोगों को काम न मिलने, मजदूरी हड़प करने जैसी समस्याएं आम हैं। फरियाद कोई सुनता भी नहीं। असर यह रहा कि विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का रायबरेली में सूपड़ा साफ हो गया। अब आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी में लगी कांग्रेस किसानों को कोच फैक्ट्री में नौकरी देने का सपना दिखा रही है। लेकिन जिन किसानों को नौकरी मिल रही उनकी संख्या जमीन देने वाले किसानों के सापेक्ष न के बराबर है।

रेलकोच कारखाना के प्रोजेक्ट मैनेजर एके शुक्ला कहते हैं कि 2000 करोड़ की लागत से रेलकोच फैक्ट्री 2013 तक पूरी होनी है। अभी शेल निर्माणाधीन है। टेंडर हो चुके हैं। जल्द ही इस पर काम शुरू हो जाएगा। फिलहाल कपूरथला से आए कोच तैयार हो रहे हैं। जल्द ही यहां कोच भी बनने लगेंगे।

कुछ यूं रहा सफर

– 2006 : रेल बजट में देश के तीसरे कोच कारखाने को रायबरेली में लगाने की घोषणा

– 13 फरवरी 2007 : तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद यादव व सोनिया गांधी ने रखी फैक्ट्री की आधारशिला।

– अप्रैल 2007: विधानसभा चुनाव हुए। कुल 200 हेक्टेयर जिसमें 89.25 हेक्टेयर कृषि फार्म व दस गांवों को मिलाकर 72 हेक्टेयर जमीन किसानों की लेनी थी।

– जनवरी 2009 : एडीएम साहब सिंह ने सरकार की ओर से हस्ताक्षर कर जमीन फैक्ट्री के नाम दर्ज की।

– 27 जनवरी 2009 : सोनिया ने किया भूमि पूजन

– अक्टूबर 2011 : कोच कारखाने से पहला डिब्बा निकाला जाना प्रस्तावित।

– 18 अप्रैल 2011 को कपूरथला से आया पहला एसी कोच डेंट पेंट होकर अनावरण के लिए तैयार।

– 27 जून 2012 : एक साल तक अनावरण की राह देखने के बाद एक साथ 9 एसी कोच टेस्टिंग के नाम पर नागपुर भेजे गए।

– 18 जुलाई 2012 : कपूरथला से आये 16 एसी कोच तैयार होकर फैक्ट्री से नागपुर व अन्य जगह भेजे गए।

– 7 नवंबर 2012 : कारखाने को राष्ट्र को समर्पित करने, 20 डेंट पेंट कोचों के अनावरण, किसानों को नौकरी का कार्यक्रम प्रस्तावित।

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