रिलायंस फाउंडेशन एक विश्वविद्यालय स्थापित करेगी: नीता अंबानी

भविष्य का नेतृत्व तैयार करेगा ये नया विश्वविद्यालय

मुंबई: रिलायंस फाउंडेशन, देश की सबसे बड़ी निजी फाउंडेशन में से एक, ने अत्याधुनिक शोध एवं अनुसंधान के लिए विश्वविद्यालय स्थापित करने की घोषणा की है। रिलायंस फाउंडेशन की संस्थापक चेयरपर्सन नीता अंबानी ने यह घोषणा की। यह विश्वविद्यालय अत्याधुनिक शोध एवं इनोवेशन पर केंद्रित होगा। साथ ही यह भविष्य के नेता, संगीतकार, वैज्ञानिक और ओलंपिक खिलाड़ी तैयार करेगा।

एक कार्यक्रम में अपने संबोधन में कहा कि खेल और शिक्षा दो स्तंभ हैं जिनके बूते आने वाले समय में देश आगे बढ़ेगा। इस दौरान उनके पति रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक मुकेश अंबानी भी मौजूद थे।

‘समानता के लिए सभी को शिक्षा और खेल’ विषय पर अपने संबोधन में नीता अंबानी ने कहा कि दुनिया की सर्वश्रेष्ठ और बड़ी कंपनियों का एक जीवन काल होता है, लेकिन शिक्षा संस्थानों के मामले में ऐसा नहीं होता। ये असीमित समय के लिए होते हैं। ये आनी वाली पीढ़ियों के साथ आगे बढ़ता है सशक्त होता है और जीवंत रहता है।

उन्होंने कहा कि इसी वजह से रिलायंस इंडस्ट्रीज विश्वविद्यालय स्थापित करने की योजना बना रही है।

उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय शिक्षा और खेल, कला और संस्कृति पर केंद्रित होगा। हालांकि, उन्होंने यह नहीं बताया कि यह संस्थान कब तक बनेगा। उन्होंने कहा कि यह विश्वविद्यालय दुनिया के शीर्ष विश्वविद्यालयों से गठजोड़ करेगा और भविष्य की ज्ञान और कौशल वाली पीढ़ी तैयार करेगा।

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय की सहभागिता दुनिया भर के शीर्ष विश्वविद्यालयों के साथ होगी जिससे भविष्य और भविष्य की पीढ़ियों को ज्ञान और कौशल के साथ पूरी दुनिया का सामना करने के लिए तैयार किया जा सके।

उन्होंने कहा कि ‘‘ये विश्वविद्यालय, जो हमारे भविष्य के नेताओं, हमारे संगीतकारों, हमारे वैज्ञानिकों और हमारे ओलंपियनों को सामने लाएगा। ऐसे विश्वविद्यालय का निर्माण रिलायंस फाउंडेशन में हमारा सपना है।’’

रिलायंस फाउंडेशन को 2010 में स्थापित किया गया था ताकि देश की सबसे बड़ी निजी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के विभिन्न परोपकारी प्रयासों को बढ़ावा दिया जा सके।

अंबानी ने कहा कि भारत मानवता का एक छठा हिस्सा है और आबादी का आधा हिस्सा 25 वर्ष से कम है।

उन्होंने कहा कि ‘‘दुनिया में सभी युवा लोगों का पांचवां हिस्सा भारतीय है। अगले दो दशकों में, दुनिया की उम्र के दौरान, भारत युवा बनने के लिए तैयार है। भारत के युवा भारत के कल का निर्माण करेगी।’’ उन्होंने कहा कि ‘‘मुकेश और मेरे पास एक बड़ा सपना और दृढ़ प्रतिबद्धता है – सही शिक्षा और शिक्षा का अधिकार सभी के लिए उपलब्ध हो।’’

अंबानी ने भारत में खेल और शिक्षा के विकास में योगदान करने के लिए अपने संगठन के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया।

रिलायंस फाउंडेशन ने सालाना 16,000 से अधिक बच्चों को शिक्षित करने वाले 14 स्कूलों की स्थापना की है।

उन्होंने कहा कि ‘‘हमारे नए दो स्कूल उत्तराखंड में हैं। ये स्कूल हैं जो 2013 में उत्तराखंड में बाढ़ के दौरान पूरी तरह से नष्ट हो गए थे, जिनको अब हमने फिर से बनाया है।’’

उन्होंने कहा कि गुणवत्ता वाले शिक्षकों की कमी और बुनियादी ढांचे की कमी भारत की प्रमुख चुनौतियां बनी हुई हैं। उन्होंने कहा कि रचनात्मक और गुणवत्ता की सामग्री के साथ-साथ अभिनव और लागत प्रभावी तरीके समय की आवश्यकता हैं।

उनकी फाउंडेशन के जमीनी स्तर पर जारी कार्यक्रम 13 मिलियन उभरते खिलाड़ियों और एथलीटों तक पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि युवा लड़कों और लड़कियों की सपने और सफल होने की प्रेरणादायक कहानियां लगातार सामने आ रही हैं।

उन्होंने अंजू गुर्जर की कहानी बताई, जो कि एक युवा खिलाड़ी है जिसे सिर्फ 15 वर्ष की आयु में एक शादी के प्रस्ताव मिला था लेकिन रिलायंस फाउंडेशन द्वारा आयोजित एक प्रतियोगिता जीतने के बाद अब वह राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने लगी है।

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