जागो जागो नगरी का लोग रना देवी आया पावणा

चैत्र वदी दससंव के दिन संस्कतिक ग्राम कालमुखी की प्राचीनतम उपाध्याय परिवार की बाड़ी में श्रीमती अनुज अनिमेष उपाध्याय ( निमाड़ के लोक संस्कृति पुरुष पद्मश्री पं रामनारायणजी उपाध्याय शिवनारायण उपाध्याय के परिवार में ) लोक देवी गणगौर माता के खड़े लाकर मूठ रखी गई ।। डां सुमन चवरे मुम्बई ने मुठ रखकर सेवा माय का जिम्मा लिया ।वे नव दिन तक बाडी की सिंचाई व सेव सहयोगियों के साथ करेंगी । आज कालमुखी में सम्पूर्ण ग्रामीण की महिलाओं ने पवित्र कावेरी तट पर जाकर होली को शीतल कर वहाँ से गौर लाकर पूजन किया । तत्पश्चात कुरकईयों में माता माय के जुवारो को परम्परागत रूप से बोया गया । इस दौरन गाये गए मुख्य गीत के बोल थे — 1फागुन फर्क्यो चेत लागी ग्यो । 2 जागो – जागो नगरी का लोग रना देवी आया पावणा । 3 पांच बधावा आया म्हारा मन भाया।
इसके साथ ही 9 दिन का गणगौर पर्व प्रारम्भ हुवा । आज से नित्य माता की बाड़ी के बाहर लोक गायन, लोक नर्तन एवम गम्मत स्वांग इत्यादि से माई का मान किया जावेगा । 20 तारीख को विसर्जन न हो कर अनिमेष उपाध्याय द्वारा रथ बौढ़ाए जावेंगे। यहां की बाड़ी के जवारों का भोजन प्रसादी बाद 21 मार्च को होगा.

कालमुखी से हेमंत उपाध्याय

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