प्रतिभा सिंटेक्स की सीएसआर नीतियों का लक्ष्य है सामाजिक कल्याण

मप्र। कॉर्पोरेट सामाजिक दायित्व किसी भी कंपनी या आर्गेनाइजेशन की समाज के प्रति वह दायित्व है, जो समाज द्वारा दिए गए सहयोग और समाज पर होने वाले संभावित दुष्प्रभाव के बदले मे निभाई जाती है। इसको व्यापार परिचालन में महत्वपूर्ण मानने वाली कंपनी प्रतिभा सिंटेक्स, डीपीआई विभाग के दिशा-निर्देशों के अनुसार काम करते हुए अपनी सीएसआर नीतियों का क्रियान्वयन कर रही है।
प्रतिभा सिंटेक्स के एमडी श्रेयस्कर चौधरी ने बताया कि कंपनी ने अपनी कार्पोरेट नीति के माध्यम से स्वयं को समाज के व्यापक हित के लिए सामाजिक उत्तरदायित्व के प्रति वचनबद्ध किया हुआ है। विगत कई वर्षों से कंपनी ने अपनी बनाई सीएसआर नीतियों पर उत्कृष्टता के साथ काम करते हुए सामाजिक हित वाली गतिविधियों पर काम कर रही है। अपने संसाधनों का सही उपयोग कर उन्हें बचाते हुए प्रतिभा सिंटेक्स ने सीएसआर पहलों से जुड़े विशिष्ट क्षेत्रों को लक्ष्य बनाया है। एजुकेशन, बुनियादी सुविधाएं, स्वच्छता एवं लोक स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, स्वराज (किसान और खेती), स्वच्छ जल, पर्यावरण, कौशल विकास आदि इसमें शामिल हैं।
कंपनी द्वारा फेयर ट्रेड आर्गेनाइजेशन के सहयोग से किसानों के 500 बच्चों के लिए सीबीएसई माध्यम के स्कूल का संचालन किया जा रहा है, जिसमें न्यूनतम शुल्क पर बच्चे शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। कंपनी और चौधरी फैमिली फाउंडेशन, फ्रेंड्स ऑफ ट्राइबल सोसायटी द्वारा संचालित सालाना 50 स्कूलों को धनराशी प्रदान की जाती है।
वहीं स्वराज इनिशिएटिव के तहत कंपनी ने सर्वांगीण कृषि अवसर उपलब्ध कराए हैं। इसके तहत कंपनी द्वारा कृषि अनुसंधान एवं विकास नवीनता को मुख्य रूप से खेती की उत्पादकता बढाने में उपयोग किया जाता है। वहीं कृषि भूमि और फसलों का वैज्ञानिक विश्लेषण करना और किसानों को बुवाई के लिए स्वंय के बीज पैदा करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
झाबुआ क्षेत्र के लोगों को गर्मी आते ही काफी परेशानियों से गुजरना पड़ता था। वर्तमान में जानवरों को पेयजल, खेतों की सिंचाई और अन्य दैनिक जल आपूर्ति के कार्यों में पानी की कमी होती हैं, इसलिये कंपनी द्वारा शिवगंगा समग्र ग्राम विकास परिषद, झाबुआ में तालाब का निर्माण करवाया जा रहा हैं। कंपनी द्वारा बिखरौन गांव में कम्यूनिटी आरओ इंस्टॉल किया गया है, जो 4000 ग्रामीण लोगों की स्वच्छ पेयजल आवश्यकता की पूर्ति कर रहा है। इस आरओ से प्रत्येक घंटे में 2000 लीटर पानी प्यूरिफाइ होता है। जामनिया गांव में ग्राम उत्थान संस्थान केन्द्र के विकास हेतु कंपनी द्वारा 5 एकड भूमि प्रदान की गई हैं।
कंपनी द्वारा केंद्र सरकार की कौशल विकास योजना के तहत पिछले तीन वर्षो में 6581 लोगों को कौशल विकास प्रशिक्षण भी दिया गया है, जिसमें तकरीबन 5434 लोगों को रोजगार भी उपलब्ध करवाया गया हैं। यही नहीं, ग्रामीण क्षेत्रों में स्ट्रीट लाइट्स, बाउंड़ी वॉल, शौचालयों आदि का निर्माण भी कंपनी द्वारा कराया गया है।

स्थानीय क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए कंपनी हेल्थ कैंप और ब्ल्ड डोनेशन कैंप भी आयोजित करती है। प्रतिभा सिंटेक्स द्वारा हाल ही में छोगमल चौधरी चौरिटेबल ट्रस्ट की स्थापना की गई है, जिसके माध्यम से कंपनी अपनी लोकहितैषी गतिविधियों को संचालित करेगी। इसके अलावा कंपनी महिला कौशल विकास, स्वच्छ जल, पर्यावरण संरक्षण आदि क्षेत्रों में सक्रिय भागीदारी करती है।
उल्लेखनीय है कि इंदौर के समीप औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर में स्थित प्रतिभा सिंटेक्स एक एकीकृत विकासोन्मुखी टेक्सटाइल प्रोडक्ट्स मैन्यूफैक्चरर है। कंपनी को अपैरल एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल द्वारा अपैरल एक्सपोर्ट कैटेगरी में रु. 100 करोड़ से रु. 500 करोड़ तक के लिए वर्ष 2016-17 का गोल्ड ट्रॉफी फॉर हाइयेस्ट ग्लोबल एक्सपोर्ट और अवॉर्ड फॉर इन्वायरमेेंटल सस्टेनेबिलिटी से नवाजा गया।

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