*पूर्वजों को याद करने कुलदेवी की पूजा अर्चना कर किया गया भंडारा*

लिधौरा*टीकमगढ़* गत दिवस जतारा से 11 किलोमीटर दूर वीरान गांव शाहपुर के खंडहरों में यहां से पलायन करने वाले गंगेले परिवारों एवं अन्य ब्राह्मण परिवारों के सदस्यों ने पूर्वजों की जन्मभूमि को पावन पवित्र करने के लिए 3 वर्ष पहले कुलदेवी की पूजा एवं श्री श्री 108 हनुमान जी मंदिर के जीर्णोद्धार का संकल्प लिया l जिसमें स्वर्गीय श्री परमानंद गंगेले जी एवं उनका परिवार दिनेश गंगेले रमेश गंगेले एवं बुंदेलखंड के समाजसेवी संतोष गंगेले कर्म योगी ने इस आयोजन की रूपरेखा तैयार की इसकी एक कमेटी तैयार की गई l जिसमें सतगुवा मैं रहने लगे पंडित श्री बृजकिशोर गंगेले को आयोजन समिति का अध्यक्ष चुना गया इस कार्यक्रम में वर्तमान में छतरपुर में रहने वाले इंजीनियर श्री राजेश गंगेले जी द्वारा पिछले वर्ष ₹50000 का आर्थिक दान देकर के इस पावन पवित्र स्थल को पूजनीय स्थल बनाने के लिए संकल्प लिया l इस स्थान पर आने वाले सभी परिवार कुछ ना कुछ अपनी आर्थिक मदद सहयोग करके कार्यक्रम को सफल बनाने में सहयोग करते आ रहे हैं l
संपूर्ण बुंदेलखंड क्षेत्र के ब्राह्मण गंगेले परिवार दशहरा के बाद में द्वादशी के दिन दशहरा मिलन एवं कुलदेवी की पूजा के लिए एकत्रित होते हैं इस दिन सुबह से कुलदेवी की पूजा श्री हनुमान जी मंदिर पर श्री रामचरितमानस सुंदरकांड हवन यज्ञ पूजन कन्या पूजन के बाद बुजुर्गों का सम्मान समाज के लिए दिशा निर्देश एवं बच्चों में उत्तम संस्कार के लिए गोष्ठी का आयोजन होता आ रहा है l इसी प्रकार 10 अक्टूबर 2019 को मध्य प्रदेश उत्तर प्रदेश एवं अन्य स्थानों पर रहने वाले लगभग 100 से अधिक परिवारों के सदस्यों ने एक आयोजन मैं सहभागिता निभाई एवं समाज में व्याप्त कुर्तियां दूर करने सामाजिक समरसता का काम करने बच्चों में संस्कार और संस्कृति बनाए रखने के लिए जोड़ दिया गया l
इस अवसर पर भगवान सत्यनारायण की कथा हवन पूजन धार्मिक आयोजन शामिल रूप से किया गया l
कार्यक्रम में इंदौर से पधारे श्री विष्णु गंगेले शास्त्री जी द्वारा समाज को उच्च शिखर को ले जाने की चर्चा की गई कथावाचक श्री जगदीश गंगेले द्वारा बच्चों में संस्कार और सभ्यता को स्थान देने पर बल दिया गया l समाजसेवी संतोष गंगेले कर्मयोगी द्वारा दहेज और नशा जैसे कलंक को मिटाने मानसिक स्वच्छता शिक्षा संस्कारों पर बल दिया गया l चंदेरा से पधारे सुरेंद्र कुमार गंगेले एवं जगदीश प्रसाद गंगेले द्वारा अपने विचारों से बच्चों में संस्कार शिक्षित करने पर बल दिया गया कार्यक्रम में दिनेश गंगेले द्वारा आयोजन के बारे में विस्तार से चर्चा की तथा इस पावन पवित्र स्थल को एक तीर्थ स्थल बनाने पर जोर दिया l कार्यक्रम के अध्यक्ष श्री बृजकिशोर गंगेले द्वारा कार्यक्रम के आयोजन आय व्यय का संक्षिप्त ब्यौरा समाज के सामने प्रस्तुत किया गया l इस स्थान पर धर्मशाला बनाने एवं पानी व्यवस्था के लिए हैंडपंप लगाने पर जोर दिया l
दशहरा मिलन समारोह के दौरान मातृशक्ति एवं वृद्ध जनों का सम्मान किया गया कार्यक्रम में पंडित श्री रमाशंकर ब्राह्मण कॉलोनी टीकमगढ़ मुन्ना लाल शुक्ला मंडी रोड टीकमगढ़ खेमचंद गंगेले मगरोल कला महोबा संजय गंगेले मालपीता पंडित विष्णु प्रसाद शास्त्री इंदौर प्रदीप मिश्रा अखिलेश कुमार गंगेले दरबार चेतराम गंगेले इटली मथुरा प्रसाद गंगेले जेलवारा अजनर रामकिशोर गंगेले अजय कुमार गंगेले बंधा छतरपुर जगदीश प्रसाद चन्दन बाला प्रसाद गंगेले पलेरा संतोष गंगेले फूटेर खरगापुर हरेंद्र गंगेले भूपेंद्र गंगेले शिवनगर पटेल रानू गंगेले खरों हरिशंकर गंगेले भगवंतपुरा नीरज गंगेले लिधौरा अनिल तिवारी पिपरी अमरचंद सुरेंद्र कुमार गंगेले हरचरण गंगेले मार्ग विश्वनाथ गंगेले शिवराम गंगेले रामप्रसाद गंगेले संतोष गंगेले पृथ्वीपुर मनीष विशाल अमित अशोक गंगेले टीकमगढ़ संदीप गंगेले बारी लिधौरा प्रदीप कुमार रमेश कुमार पलेरा पंकज गंगेले नौगांव देवेश गंगेले नौगांव आशीष गंगेले चरी रवि करण गंगेले वकील मगरोल कला महोबा धर्मेंद्र गंगेले बेलाताल महोबा ब्राह्मण परिवारों ने इस गोष्ठी में अपनी से भागता और परिचय प्रस्तुत किया कार्यक्रम में लगभग 100 से अधिक महिलाएं बहू बेटियों ने भाग लिया l ओरछा से पधारे श्री शुभम गंगेले युवा पत्रकार मीडिया प्रभारी ने संपूर्ण कार्यक्रम की कवरेज किया l
राष्ट्रीय आदर्श शिक्षा रत्न से सम्मानित संतोष गंगेले कर्म योगी का सभी समाज बंधुओं ने स्वागत अभिनंदन करते हुए उनके सामाजिक कार्यों को समाज गौरव की उपाधि देकर उन्हें उत्साहित प्रोत्साहित और सम्मानित किया गया l
कार्यक्रम के अंत में आयोजन समिति के अध्यक्ष पंडित श्री बृजकिशोर ने आयोजन समिति में दूर-दूर से आए सभी ब्राह्मण परिवारों को आभार व्यक्त करते हुए उनके दीर्घायु की कामना की और आगामी वर्ष द्वादशी दशहरा के बाद विशाल ब्राह्मण सम्मेलन कराने पर बल दिया गया
नासिक महाराष्ट्र से पधारे श्रीअभय ईश्वर गंगेले ,श्री बिंलास रघुनाथ गंगेले ,पियूष सुरेश चन्द्र गंगेले ने बताया कि उनके पास 1672 ईसबी में शाहपुर से जाने का लेख उपलब्ध है

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