हुनर गांधी ऊर्फ ‘परमावतार श्री कृष्ण‘ की रूक्मिणी

“करवा चौथ मेरे लिये एक बेहद प्रमुख और खास त्योहार है जिसे मैं मनाती हूं। यह मेरे लिये और भी ज्यादा यादगार त्योहार है, क्योंकि मेरे पति भी इस दिन मेरे लिये व्रत रखते हैं। इस दिन हम सुबह जल्दी उठते हैं और वह दिन की शुरुआत मेरे लिए ‘सरगी‘ तैयार करके करते हैं। इसके बाद हम आशीर्वाद लेने के लिए पास के मंदिर जाते हैं। दिवाली से ज्यादा, मैं वास्तव में इस त्योहार का आनंद लेती हूँ और खुद को इस पर्व के रंग यानी लाल रंग में सजाती हूँ। इस साल, मैं फूलों की डिजाइन की कढ़ाई वाला क्रॉप टॉप और लहंगा पहनूंगी, और इसके साथ लॉन्ग झुमके बतौर एक्सेसरीज के रूप में पहनने की योजना बना रही हूं। मुझे अपने बाल को इस तरह करीने से सजाना पसंद है, जिससे मेरे झुमके छिपे नहीं। इसलिए मैं बालों को चोटी के रूप में बांध कर रखूंगी। इसके साथ ही मैं अपने बालों को मोगरा के फूलों से सजाऊंगी, जो हमेशा से ही हर करवा-चौथ पर मेरे पहनावे का हिस्सा रहे हैं। मेरे पति को इन फूलों से विशेष लगाव है और ऐसे में मैंने तय किया है कि साल दर साल इस विशेष दिन में उन्हें अपनी ड्रेसिंग का एक जरुरी हिस्सा बनाती रहूँ। मेरे पति का प्यार मेरे चेहरे पर वह रौनक लेकर आता है, जो कोई कॉस्मेटिक आइटम नहीं दे सकता है और इसलिए मैं अपने चेहरे पर कम-से-कम मेकअप रखना पसंद करती हूं, जिससे कि मेरे चेहरे पर उनका प्यार चमकता रहे।“

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