क्या क्रोध आदमी के लिये यमराज है ? Part 2

dr. j k garg
क्रोध उत्पन्न होने के लिये आंतरिक एवं बाह्य घटनायें जिम्मेवार हो सकती है |आप किसी व्यक्ति विशेष यथा आपके कार्यालय के सहकर्मी, आपके पड़ोसी, आपके अधिकारी यहाँ तक कि रास्ते चलते राहगीर के व्यवाहर से भी क्रोधित हो सकते हैं | सडक पर यातायात का जाम लगने से या

आपकी हवाई जहाज की यात्रा का अचानक निरस्त हो जाने से भी आप क्रोधित हो सकते है कभी कभी आपकी निजी समस्याओं की चिंताओं अथवा अनहोनी, अनचाही भूत काल की घटनाओं को यादकरने से भी क्रोध उत्पन्न हो सकता है | किन्तु इस घटना मात्र से मेरे जीवन में सफलता अर्जन के सभी मार्ग बंद तो नहीं हो जाते हैं , में अन्य रास्ते खोज लूगाँ |

क्यों होते हैं कुछ स्त्री पुरुष ज्यादा क्रोधी ?

मनोवैज्ञानिक जैरी डेफनबेकर के अनुसार ” सच में ही कुछ लोग अन्य लोगों की तुलना में कुछ ज्यादा ही गर्म दिमाग के होते हैं, इन्हें जल्दी गुस्सा आ जाता है और उन्हें एक औसत व्यक्ति से अधिक तेज गुस्सा आता है । कुछ ऐसे भी लोग हैं जो अपने गुस्से को बाहर शोर मचा कर प्रकट नहीं करते किन्तु अन्दर ही अन्दर वे बहुत चिढचिढे और गुमसुम से रहते हैं । आसानी से नाराज होने वाले कुछ लोग हमेशा बकझक नहीं करते, न ही बात बात पर हाय हाय करते रहते हैं, वे चीजे भी नहीं फेंकते, किन्तु ऐसे लोग स्वयं को समाज से दूर कर लेते हैं और अपने आपमें सिमट जाते हैं और वें शारीरिक रूप से बीमार तक भी हो ज़ाते हैं।

प्रस्तुतिकरण डा. जे. के. गर्ग

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