आइसीयू में घुसकर बाप-बेटे को गोली मारी, एक की मौत

खूनी संघर्ष में धारदार हथियार से घायल एक अस्पताल के आइसीयू में भर्ती पिता-पुत्र पर मंगलवार को दिनदहाड़े 10-12 लोगों ने अंधाधुंध फायरिंग कर दी। सिर में गोली लगने से दोनों गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं एक अन्य मरीज के हाथ में भी गोली लगी है। उसे सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया। घायल पिता-पुत्र को मेदाता अस्पताल के आइसीयू में दाखिल किया गया। आइसीयू में भर्ती पुत्र ने जहां बुधवार को दमतोड़ दिया, वहीं, पिता जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।

खेड़की दौला पुलिस ने बसंत फौजी, कालू, मनोज व अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया है। डीसीपी क्राइम महेश्वर दयाल ने बताया कि आरोपियों की धरपकड़ के लिए पाच पुलिस टीमें गठित की गई हैं, जो हमलावरों को पकड़ने में जुटी हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया है। पुलिस सीसीटीवी फुटेज देख यह तय करेगी कि वह हमले में शामिल थे कि नहीं।

एक मई 2011 को खाडसा गाव में पहले भी सौ गज के प्लाट को लेकर दोनों गुटों में संघर्ष हुआ था। थाना खेड़की दौला पुलिस ने मनोज की शिकायत पर सतबीर व उसके बेटे रवींद्र के खिलाफ कातिलाना हमला करने का मामला दर्ज किया था।

इस मामले की मंगलवार को अदालत में पेशी थी। दोनों ही गुट के लोग पेशी में आए। अदालत से जाने पर दोनों ही गुटों में करीब तीन बजे गाव में खूनी संघर्ष हो गया। लाठी बल्लम चलने से एक गुट के सतबीर [55] उसका बेटा जोगेंद्र [30] व रवींद्र चोटिल हुए। उन्हें खाडसा रोड स्थित सनराइज अस्पताल के आइसीयू में दाखिल कराया गया था। जबकि दूसरे गुट से भी दो लोग घायल हुए। उन्हें सिविल अस्पताल में दाखिल कराया गया था। सनराइज अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक निसार अहमद ने पुलिस को बताया कि सतबीर व जोगेंद्र को आइसीयू में दाखिल कर इलाज कर रहे थे। रवींद्र आपातकालीन वार्ड में था। तभी करीब दस बारह लोग अस्पताल आए। रिसेप्शन पर उन्होंने सतबीर व जोगेंद्र के बारे में पूछा, नर्स ने पक्ष का समझ बता दिया। उसके बाद वे लोग आइसीयू में दाखिल हो गए। स्टाफ ने रोकने का प्रयास किया तो हमलावरों में से पाच ने स्टाफ को पकड़ लिया।

वहीं, दो युवक आइसीयू में घुसे और सतबीर व जोगेंद्र पर एक साथ कई फायर किए। दोनों ने बचने का प्रयास किया, लेकिन सतबीर व जोगेंद्र के सिर के पिछले हिस्से में एक गोली लग गई। जिसके चलते वह बेहोश हो गए। गोली चलने से अस्पताल में अफरातफरी मच गई। नर्स व डाक्टर डर कर छिप गए। डा. निसार ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस आती उससे पहले हमलावर चंपत हो चुके थे। सूचना पाते ही डीसीपी, एसीपी व थाना प्रभारी मौके पर पहुंचे और जाच में जुट गए।

घटनाक्रम

दोपहर बाद 3.11 पर खाडसा गाव में दो गुटों में हुई लड़ाई।

3.32 पर जोगेंद्र को सनराइज अस्पताल लाया गया।

3.40 पर रवींद्र व सतबीर दाखिल हुए।

3.55 पर हमलावर आए।

3.59 पर चलाई गोली।

4.23 पर पहुंची पहली पुलिस पार्टी।

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