मुंबई हो या पटना, हाई स्पीड में दौड़ेंगी ट्रेन

बस कुछ साल और इंतजार कीजिए। इसके बाद मुंबई हो या पटना, अब आपका सफर और आसान होने जा रहा है। फिर दिल्ली से मुंबई पहुंचने में सिर्फ साढ़े सात घटे लगेंगे। वहीं, दिल्ली-पटना हाई स्पीड कॉरीडोर बनने से आगरा से दिल्ली महज 45 मिनट में पहुंच सकेंगे और आगरा से पटना पहुंचने में ढाई घटे लगेंगे। फिलहाल इन दोनों ही प्रोजेक्ट की पहली बाधा पार हो गई है।

उत्तर मध्य रेलवे के एक आला अधिकारी के अनुसार रेल मंत्रालय ने सर्वे की रिपोर्ट को स्वीकार कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। दिल्ली से मुंबई (वाया मथुरा, भरतपुर) की दूरी करीब 1,233 किमी है। इस दूरी को तय करने में ट्रेनों को करीब बीस घटे लगते हैं। इसकी वजह यह है कि ट्रेनों की स्पीड 110 किमी प्रति घटा से ज्यादा नहीं की जा सकती है। जबकि ट्रेन की औसत स्पीड 65 से 80 किमी प्रति घटे के बीच रहती है। इसी आधार पर ट्रैक को अब हाईस्पीड के रूप में विकसित किया जा रहा है। इससे ट्रेनों की स्पीड को अधिकतम 210 किमी प्रति घटा व औसत 160 से 180 किमी प्रति घटा किया जा सके। इससे दिल्ली से मुंबई पहुंचने में साढ़े सात घटे लगेंगे। इसके लिए मई 2012 में भारतीय व जापानी रेलवे विशेषज्ञों की दो बार टीम यहा आ चुकी है।

पटना कॉरीडोर करेगा सफर आसान

दिल्ली-आगरा-लखनऊ-वाराणसी-पटना हाई स्पीड कॉरीडोर बनाया जा रहा है। करीब 991 किमी लंबे इस कॉरीडोर में 300 किमी प्रति घटा की रफ्तार से ट्रेनें दौड़ेंगी। कॉरीडोर के सर्वे का काम यूनाइटेड किंगडम की मॉट मैक डोनाल्ड कंपनी ने पूरा कर लिया है। इसमें रेलवे के अफसरों ने भी सहयोग किया है। इस कॉरीडोर में एत्मादपुर तहसील के समीप न्यू टूंडला स्टेशन बनाने का प्रस्ताव है। कॉरीडोर के निर्माण के लिए नेशनल हाई स्पीड प्राधिकरण का गठन किया गया है।

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