शादी – ब्याह का समय है. ऐसे में शादी के हर रस्मों के लिए हमारे यहाँ लोकगीत का चलन है, उसी में से एक है विदाई गीत ‘लाले रंग डोलिया’, जो विजय लक्ष्मी भोजपुरी ट्यून से रिलीज हुआ है और खूब वायरल भी हो रहा है. विदाई गीत ‘लाले रंग डोलिया’ को अब तक 4,148,310 लोगों ने देखा है. यानि अभी तक इस गाने को 4 लाख से भी अधिक लोग देख चुके हैं और यह लोकगीत हर जगह पर शादी के विदाई समारोह में अक्सर सुनाये दे जाते हैं.
लिंक : https://youtu.be/aBfLEbuGOAE
विदाई गीत ‘लाले रंग डोलिया’ को एक बार फिर से सामाजिक व पारिवारिक भोजपुरी गीतों को लेकर इन दिनों श्रोताओं के बीच लोकप्रिय हुई म्यूजिक कंपनी विजय लक्ष्मी भोजपुरी लेकर आई है. यह कम्पनी लगातार परिवार और संस्कारों वाली गीत लेकर लोगों के सामने है, जिसे लोग भी खूब प्यार और दुलार दे रहे हैं. जहाँ तक बात गीत ‘लाले रंग डोलिया’ की करें तो इसे काजल श्री ने गाया है. उनकी सुमधुर आवाज में यह गाना लोगों के दिलों पर गहरा छाप छोड़ने में सफल रही है.
काजल श्री ने गीत ‘लाले रंग डोलिया’ को अपने दिल के करीब बताया और कहा कि विदाई का वक्त एक बेटी के लिए बेहद मुश्किल वाला होता है. इस वक्त वो अपने पिता के घर से पति के घर जा रही होती है. ये बेहद भावुक क्षण होता है. इसलिए मैं इस गाने को गाते वक्त कई बार इमोशनल हो गयी. आपको बता दें कि गीत ‘लाले रंग डोलिया’ लिरिक्स अमन अलबेला का है और म्यूजिक प्रियांशु का है. डीओपी रंजीत कुमार सिंह हैं. पीआरओ रंजन सिन्हा (Ranjan Sinha) हैं. कलाकार नेहा सिद्दीकी, मनोज गुप्ता और आनंद मोहन पांडेय हैं.