एमएसडीई ने अपनी महिला कर्मचारियों के लिए स्किल इंडिया सेल्फ-डिफेंस ट्रेनिंग वर्कशॉप की शुरूआत की; अन्य मंत्रालयों और विभागों को लक्षित करके इसे बढ़ाने का लक्ष्य

नई दिल्ली, 29 मार्च, 2022,: माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के विजनरी कार्यक्रम ‘मिशन कर्मयोगी’ के अनुरूप, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय ने आज पांच दिवसीय सेल्फ डिफेंस ट्रेनिंग – “मेरी सुरक्षा, मेरी जिम्मेदारी” का उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम का आयोजन स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल द्वारा किया गया है और इसमें 50 से अधिक महिलाओं की भागीदारी देखी गई। श्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू किया गया ‘मिशन कर्मयोगी’ एक अनूठी पहल है जो सरकारी कर्मचारियों की सोच और दृष्टिकोण को आधुनिक बनाने के साथ-साथ क्षमता निर्माण पर केंद्रित है।
यह सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल द्वारा क्राव मागा, काली, सिलाट, विंग चुन और अन्य जैसी दुनिया की सर्वश्रेष्ठ युद्ध प्रणालियों के आधार पर डिजाइन किया गया है। प्रशिक्षक परिस्थितियों के अनुसार जागरूकता के साथ-साथ दुनिया की सर्वोत्तम तकनीकों को सिखाने में विशेषज्ञ हैं। इन तकनीकों को युद्ध विशेषज्ञों द्वारा 15 वर्षों के अनुभव के साथ डिजाइन किया गया है, और खतरे में सीखना और कार्यान्वित करना आसान है।
कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय के सचिव श्री राजेश अग्रवाल ने इस तरह की वर्कशॉप के महत्व को समझाते हुए कहा, “महिलाओं की सुरक्षा सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है और इस सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम के साथ, हम महिलाओं को किसी भी तरह के हमले या खतरे से खुद को बचाने के लिए ऐसे प्रशिक्षण मॉड्यूल में नामांकन के लिए प्रोत्साहित करने की आशा करते हैं। मंत्रालय ऐसे प्लेटफॉर्म स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है जहां महिलाएं सेल्फ डिफेंस विशेषज्ञों से अपना बचाव करना सीख सकती हैं। इसके अलावा, देश की महिला कार्यबल की सुरक्षा और अखंडता सुनिश्चित करने हेतु महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण बनाना महत्वपूर्ण है और यह सही दिशा में एक छोटा कदम है। हमें उम्मीद है कि यह पायलट सफल होगा और हम इन सत्रों को अधिक संरचित और परिणाम आधारित वर्कशॉप में अन्य मंत्रालयों, विभागों, स्कूलों और संगठनों में ले जाने में सक्षम होंगे।”
स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल के सीईओ श्री तहसीन जाहिद ने इस पहल पर टिप्पणी करते हुए कहा, “महिलाओं के लिए एक सुरक्षित वातावरण समय की मांग है और इस तरह की पहल सही दिशा में उठाया गया एक कदम है। महिलाओं के बीच सेल्फ डिफेंस को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि खतरे की स्थिति में खुद का बचाव करने के लिए वे आत्मनिर्भर हैं।”

महिला कर्मचारियों में से एक महिला कर्मचारी ने वर्कशॉप के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि “सेल्फ डिफेंस स्किल्स सभी के लिए महत्वपूर्ण हैं, खासकर हम जैसी कामकाजी महिलाओं के लिए। यह जानते हुए कि हमारे पास अपनी रक्षा करने की क्षमता है जो हमें सुरक्षित और आत्मनिर्भर महसूस कराता है। यह हम सभी के लिए एक अलग तरह का अनुभव रहा है।
महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध को देखते हुए, सेल्फ डिफेंस स्किल्स सीखना समय की मांग है ताकि महिलाएं अपनी सुरक्षा स्वयं कर सकें। सतर्क रहना सुरक्षित रहने की कुंजी है। सेल्फ-डिफेंस तकनीक सीखने से महिलाओं को इन अपराधियों के खिलाफ खतरे के समय में अधिक जागरूक, सतर्क और सुसज्जित बनने में मदद मिलेगी। यह महिलाओं के खिलाफ अपराधों की संख्या को कम करने में भी मदद करेगा।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं को खतरनाक स्थितियों से निपटने के लिए एक सुरक्षा तंत्र से समर्थ बनाना है। इसका लक्ष्य उन्हें सशक्त बनाना है और उन्हें वास्तविक जीवन में मुश्किल परिस्तिथियों से अवगत कराना है। सेल्फ डिफेंस प्रोग्राम में भाग लेने वालों को कई हमले की स्थितियों, विशेष रूप से लूटपाट से निपटने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके अलावा, महिलाओं को दिन-प्रतिदिन की वस्तुओं के साथ चाकू और पिस्तौल से होने वाले हमलों का मुकाबला करने के लिए भी प्रशिक्षित किया जा रहा है जिसे संभावित हत्यारे के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके अलावा, प्रशिक्षण में थप्पड़, मुक्के, स्ट्रीट स्मार्टनेस और निर्भया सेल्फ डिफेंस किट के उपयोग से बचाव के टिप्स भी शामिल हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन एमएसडीई के सेक्रेटरी श्री राजेश अग्रवाल ने एमएसडीई की ज्वाइंट सेक्रेटरी सुश्री अनुराधा वेमुरी, एमएसडीई के एडिशनल सेक्रेटरी श्री अतुल कुमार तिवारी, एमएसडीई की अंडर सेक्रेटरी सुश्री प्रभा शर्मा और स्पोर्ट्स, फिजिकल एजुकेशन, फिटनेस एंड लेज़र स्किल्स काउंसिल के सीईओ श्री तहसीन जाहिद की उपस्थिति में किया।
इस तरह की पहल के साथ, एमएसडीई महिलाओं के लिए एक सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने की दिशा में सक्रिय रूप से आगे बढ़ रहा है। इसके अतिरिक्त, प्रतिभागियों को सेफ्टी गियर से समर्थ बनाने के लिए, निर्भया सेल्फ डिफेंस किट भी सभी प्रतिभागियों को भागीदारी प्रमाण पत्र के साथ वितरित किया जाएगा।

error: Content is protected !!