ब्रिक्स सीसीआई वी वार्षिक महिला सम्मेलन में केन्द्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने टिकाऊ विकास का लक्ष्य हासिल करने के लिए महिलाओं की समान भागीदारी की वकालत की
नयी दिल्ली, 11 अप्रैल, 2022: ब्रिक्स और अन्य मित्र देशों के बीच सक्रिय व्यापार, वाणिज्य एवं उद्यमशीलता को बढ़ावा देने की दिशा में काम करने वाले ब्रिक्स चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री की महिला इकाई ब्रिक्स सीसीआई ने “महिला सशक्तिकरण के जरिये टिकाऊ विकास लक्ष्यों (एसडीजी) की प्राप्ति” विषय पर द्वितीय वार्षिक सम्मेलन का आज यहां आयोजन किया। इस सम्मेलन की मुख्य अतिथि केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री श्रीमती मीनाक्षी लेखी थीं। साथ ही भारत में कोलंबिया की राजदूत मारियाना पाशेको मोंटेस और भारत में सूरीनाम दूतावास की प्रभारी सुश्री रिया ए सितल भी सम्मेलन में शामिल हुईं।
इस सम्मेलन में एनआरएए के सीईओ (कृषि एवं कृषक कल्याण विभाग) डॉक्टर अशोक दलवई, स्पेशल सीपी इंटेलिजेंस (दिल्ली) गरिमा भटनागर, संयुक्त आयुक्त-जीएसटी, कस्टम्स एवं नार्कोटिक्स श्री साहिल सेठ (आईआरएस), त्रिपुरा भवन की स्थायी आयुक्त श्रीमती सोनल गोयल (आईएएस), श्री अभिषेक सिंह (आईएएस), सुश्री दुर्गा शक्ति नागपाल (आईएएस), ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक डॉक्टर बीबीएल मधुकर, ब्रिक्स सीसीआई के चेयरमैन विश्वास त्रिपाठी, ब्रिक्स सीसीआई के वाइस चेयरमैन श्री एके सिंह और ब्रिक्स सीसीआई के एडीजी श्री सुहैल रंजन शामिल हुए। ब्रिक्स वी की टीम से वर्टिकल हेड शबाना नसीम, संयोजक रूबी सिन्हा, निदेशक-बिजनेस एडवाइजरी शर्मिष्ठा घोष और संयुक्त निदेशक अंकिता सचदेव ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी ने कहा, “मझे लगता है कि यदि हम अपने इतिहास, समाज और अपने पूर्वजों के किए गए कार्यों को नहीं जानते तो आजादी का अमृत महोत्सव अधूरा रहेगा। मैं मानती हूं कि यह समय महिला सशक्तिकरण का नहीं बल्कि महिलाओं के जरिये हमारे समाज को सशक्त करने की भावना पैदा करने का है। मुझे लगता है कि महिलाएं पहले से ही काफी सशक्त हैं और टिकाऊ विकास लक्ष्यों को महिलाओं की समान भागीदारी के बगैर हासिल नहीं किया जा सकता”।
ब्रिक्स सीसीआई के महानिदेशक डॉक्टर बीबीएल मधुकर ने कहा, “हमें ऐसी महिलाओं को शिक्षित करना होगा जिन्हें पर्याप्त शिक्षा हासिल करने का अवसर नहीं मिला क्योंकि शिक्षा के जरिये ही हम महिलाओं को सही मायने में सशक्त कर सकते हैं”।
विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली महिलाओं को इस सम्मेलन में सम्मानित भी किया गया
● ग्रामीण महिला सशक्तिकरण-श्रीमती लाजवंती फुलकारी कलाकार एवं पद्मश्री से सम्मानित (2021)
● खेल- अवनी लेखरा, पैराओलंपियन राइफल शूटर और पद्मश्री से सम्मानित (2021)
● शिक्षा- प्रोफेसर नजमा अख्तर, कुलपति जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय और पद्मश्री से सम्मानित (2022)
● नौकरीशाही- सुश्री संजुक्ता मुद्गल, संयुक्त सचिव, संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार
● वैश्विक महिला नेतृत्वकर्ता- डॉक्टर मर्सिया लेबांबो, वरिष्ठ लेक्चरर, श्वाने युनिवर्सिटी ऑफ टेक्नोलॉजी (दक्षिण अफ्रीका)
● वैश्विक महिला नेतृत्वकर्ता- गाओ क्विंगिंग, सीईओ किंग्सिग्नल टेक्नोलॉजी इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (चीन)
● वैश्विक महिला नेतृत्वकर्ता- ततियाना पी वोरोब्योया, उप निदेशक (विकास), नेशनल फंड फॉर डेवलपमेंट एंड इंटरनेशनल इंटीग्रेशन (रूस)
● प्रौद्योगिकी- रितुपर्णा मंडल, महाप्रबंधक एवं आरएंडडी प्रमुख मीडियाटेक इंडिया
● वित्त- जागृति कुमार, सीएफओ, एनएलबी सर्विसेज
● उद्यमशीलता- सीमा जिंदल, संस्थापक-नरिश ऑर्गेनिक्स
● स्वास्थ्य- डॉक्टर काकामनु, संस्थापक-कमला डेंटल केयर (कॉस्मेटिक्स एंड एस्थेटिक डेंटिस्ट)
● परोपकार- डॉक्टर ऐश्वर्य पंडित, संस्थापक फस्र्ट इन क्लास
● मार्केटिंग- रूचि कुकरेजा, महाप्रबंधक- कॉपर मार्केटिंग, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज
● फैशन एवं वैश्विक प्रभाव- मासूम मीनावाला, वैश्विक फैशन ब्लॉगर एवं उद्यमी
ब्रिक्स नेटवर्क से उभरती महिला नेतृत्वकर्ताओं को भी इस अवसर पर सम्मानित किया गया
● डॉक्टर नेहा मित्तल (कंसल्टेंट फिजियोथैरेपिस्ट)
● सुनीला यादव (प्रबंध निदेशक-अनिल मंत्रा एविएशन प्राइवेट लिमिटेड)
● सुचाली जैन (संस्थापक-सुचालीज़ आर्टिसन बेकहाउस)
● डॉक्टर प्रियंका गोयत (संस्थापक रेजोव क्लिनिक)
● स्नेहा श्रीवास्तव (सीनियर प्रोजेक्ट लीडर) सेंट्रल स्क्वायर फाउंडेशन
● डॉक्टर श्वेता सिंह (संस्थापक एवं सीईओ, एनोबल आईपी, शीरीयल, डब्लूआईईएफ एवं सीआईआईआर)
● डॉक्टर प्रियंका सिंह (न्यूट्रिशनिस्ट)
इस सम्मेलन में “महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण एवं लिंग समानता के जरिये टिकाऊ विकास और नयी सामान्य परिस्थिति में लिंग समानता को आगे बढ़ाने वाले कारक” विषय पर एक संवादात्मक एवं अंतर्दृष्टिपूर्ण परिचर्चा का भी आयोजन किया गया। इस सम्मेलन के प्रायोजकों में फोर स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, पावरग्रिड कॉरपोरेशन, शीएटवर्क, हिंडाल्को इंडस्ट्रीज एवं एनएफ इंफ्राटेक शामिल थे।