परफॉर्मिंग आर्ट्स (संगीत / नृत्य) में यूजी, पीजी और पीएचडी पाठ्यक्रमों के लिए वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन ने मांगे आवेदन

नई दिल्ली, 18 मई, 2022 : वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन ने उन छात्रों से आवेदन आमंत्रित किए हैं जो प्रदर्शन कला (परफॉर्मिंग आर्ट्स) में अपने जुनून को एक करियर के रूप में आगे बढ़ाना चाहते हैं। बीपीए में 4 साल के कार्यक्रम, एमपीए में 2 साल के कार्यक्रम और नृत्य और संगीत दोनों में 2 + 2 या 3 + 1 यूके डिग्री के विकल्प के साथ एडमिशन खुले हैं।
फॉर्म https://worlduniversityofdesign.nopaperforms.com/ पर उपलब्ध हैं।
भारत में प्रदर्शन कला के छात्र आमतौर पर समाजशास्त्र या इतिहास जैसे क्षेत्रों में स्नातक की पढ़ाई करते हैं क्योंकि प्रदर्शन कला में पेशेवर कार्यक्रम अब तक उपलब्ध नहीं थे। डब्ल्यूयूडी की ओर से शुरू किए गए कार्यक्रम इस कमी को पूरा करते हैं।
इन प्रोग्रामों को वैश्विक प्रदर्शन कला परिदृश्य में उभरते रुझानों पर केंद्रित भविष्य के पाठ्यक्रम के साथ डिजाइन किया गया है, जिसमें सौंदर्यशास्त्र, प्रोडक्शन, कॉस्ट्यूम डिजाइन, प्रशासन और डिजिटल में व्यापक पेशेवर जानकारियों को शामिल किया गया है। सभी कार्यक्रम यूजीसी द्वारा स्वीकृत हैं।
कोविड के बाद से परफॉर्मिंग आर्ट्स में करियर भी छात्रों के लिए व्यवहार्य और आकर्षक करियर विकल्प बन रहा है। वर्ल्ड यूनिवर्सिटी ऑफ़ डिज़ाइन अपने कई रचनात्मक पाठ्यक्रमों के साथ प्रदर्शन कला /नृत्य /संगीत में करियर बनाने के लिए जरूरी और पूरा तंत्र मुहैया कराने के लिए विशिष्ट रूप से प्रतिबद्ध है। इसके जरिए कलाकार, चिकित्सक, प्रशासक, शिक्षक, प्रोडक्शन डिजाइनर, कोरियोग्राफर, संगीतकार, अभिनेता, निर्देशक, शोध विद्वान, विषय विशेषज्ञ, मेटावर्स उपयोगकर्ता वगैरह के रूप में करियर के अवसर मौजूद हैं।
बीपीए कोर्स में प्रवेश लेने के लिए, उम्मीदवारों को किसी भी मान्यता प्राप्त स्कूल शिक्षा बोर्ड से सफलतापूर्वक कक्षा 12वीं पास करने के प्रमाण-पत्र की आवश्यकता होती है। हालांकि, प्रदर्शन कला में पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों को प्रवेश के समय वरीयता दी जाएगी
स्नातक पाठ्यक्रम छात्र को प्रदर्शनकला के सिद्धांतों, शास्त्रीय, लोक और समकालीन कला की बारीकियों, उत्पादन और प्रस्तुति के मूल सिद्धांतों के साथ-साथ विशेषज्ञता के क्षेत्र जैसे नृत्य (शास्त्रीय / समकालीन) या संगीत अध्ययन (शास्त्रीय / आधुनिक) में गहरी खास जानकारी के साथ तैयार करेगा।
उन्हें प्रदर्शन की व्यावहारिक और सैद्धांतिक प्रथाओं से रूबरू कराया जाएगा और संस्कृतियों, चिकित्सीय प्रथाओं और कला प्रशासन में प्रदर्शन कला के साहित्यिक, ऐतिहासिक, पारंपरिक और सांस्कृतिक खोजों की जानकारी दी जाएगी। मौजूद संकट के दौरान मिले सबकों को आगे बढ़ाते हुए, छात्रों को प्रदर्शन कलाओं को बढ़ावा देने और उन्हें प्रस्तुत करने के लिए डिजिटल मीडिया का इस्तेमाल और नियंत्रण भी सिखाया जाएगा।
सभी पाठ्यक्रमों में अलग-अलग मीडिया संचार के तत्व शामिल हैं, लिखे बोले जाने वाले फॉर्मैट, भाषा और प्रस्तुति कौशल जो प्रदर्शन की कला के मूल में बसी कहानी कहने की कला और अलगन किया जा सकने वाले हिस्से यानी अभिनय में महारत हासिल करने के गुर सिखाएंगे। प्रबंधन, सीखने की सभी पहलों में अहम है, जो छात्रों को उद्योग में एक मजबूत भविष्य के लिए तैयार करता है।
डब्ल्यूयूडी के प्रदर्शन कला प्रोगामों को व्यापक रूप से एक संपूर्ण ‘प्रदर्शन कला पेशेवर’ तैयार करने के लिए डिज़ाइन किया गया है जो न केवल विशेषज्ञता के अपने चुने हुए क्षेत्र में विशेषज्ञ होंगे, बल्कि प्रदर्शन प्रबंधन, उत्पादन, प्रचार और प्रस्तुति के मामले में भी महारती होंगे। स्नातकों को मेटावर्स (काल्पनिक ब्रह्मांड) के अवसरों का फायदा उठाने के लिए भी तैयार किया जाएगा।
वर्ल्ड डिज़ाइन यूनिवर्सिटी (डब्ल्ययूयूडी) रचनात्मक क्षेत्र में छात्रों को शिक्षित करने के लिए समर्पित भारत का पहला विश्वविद्यालय है। भारत के शैक्षिक केंद्र-राजीव गांधी एजुकेशन सिटी, सोनीपत, हरियाणा के केंद्र में स्थित – डब्ल्यूयूडी भारत में शिक्षा प्रणाली में क्रांति के अगुवा की भूमिका निभाता है। यह रूढ़िवादी शैक्षिक प्रतिमानों को तोड़ने का अगुवा है और इसने डिजाइन से संबंधित अध्ययनों को पूरी तरह से व्यवसाय-उन्मुख से अकादमिक-उन्मुख होने की सुविधा प्रदान की है। इस तरह से अपने छात्रों को केवल डिप्लोमा और प्रमाण पत्रदेने के बजाय प्रमाणित डिग्री (यूजीसी अधिनियम की धारा 2 (एफ) और 22 (एल) के तहत) की पेशकश की जाती है।

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