दिल्ली गैंगरेप के खिलाफ गुरुवार को भारत बंद

सामूहिक दुष्कर्म के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों का सिलसिला नए साल में भी जारी रहेगा। जंतर-मंतर व इंडिया गेट से लेकर रायसीना हिल्स तक विरोध करने वाले नौजवानों ने आगामी तीन जनवरी को भारत बंद का आह्वान कर काला दिवस मनाने का फैसला किया है। महत्वपूर्ण बात यह है कि इस आयोजन के पीछे कोई राजनीतिक दल नहीं है।

रविवार को प्रदर्शनकारियों ने भारत बंद की घोषणा की। उन्होंने युवती को श्रद्धांजलि दी और कैंडल मार्च निकाला। वह सोशल नेटवर्किग साइट के माध्यम से देशभर में अभियान चलाएंगे। दोषियों को फांसी देने और सख्त कानून लागू करने की मांग की मुहिम में कोई भी राजनीतिक दल शामिल नहीं होगा।

प्रदर्शनकारियों के मुताबिक किसी नेता को मुहिम में शामिल होना है तो वह आम आदमी के तौर पर शामिल हो सकते हैं। डीयू, जेएनयू और अन्य शैक्षणिक संस्थानों से आए छात्रों ने मंत्रणा करने के साथ अपील की कि सभी अपने दोस्तों को मोबाइल संदेश और फोन कर सूचित करें कि तीन जनवरी को काला दिवस मनाए और भारत बंद रहेगा।

प्रदर्शनकारियों ने रोष व्यक्त करते हुए वी वान्ट जस्टिस, देश शर्मिदा है, दुष्कर्मी अभी जिंदा हैं के नारे लगाए और कैंडल मार्च निकाला।

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