भारतीय जवान का सिर काटकर पाकिस्तान ले गए सैनिक

भारत-पाक के बीच कथित दोस्ती की क्रिकेट सीरीज खत्म होने के 48 घंटे के अंदर पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा और बर्बरता की हद लांघते हुए दो भारतीय जवानों को मारकर उनके सिर काट लिए। एक भारतीय सैनिक का सिरविहीन शव बरामद कर लिया गया है। पाकिस्तानी सेना ने इस रोंगटे खड़े कर देने वाली वारदात को जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में मंगलवार दोपहर अंजाम दिया। इस दुस्साहसिक घटना में सेना के दो जवान घायल भी हुए हैं। मारे गए जवानों के नाम लांस नायक हेमराज और सुधाकर सिंह है। पाकिस्तानी सेना की इस हरकत ने कारगिल संघर्ष के दौरान मारे गए कैप्टन सौरभ कालिया की याद दिला दी है, जिनके शरीर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त किया गया था।

भारत ने पाकिस्तानी सेना की हरकत पर उसे आगाह किया है। सेना मुख्यालय के अनुसार, मंगलवार को पाकिस्तानी सैनिकों ने नियंत्रण रेखा पार कर भारतीय हद में घुसपैठ की। मेंढर सेक्टर में घने कोहरे और जंगल का फायदा उठाकर भारतीय चौकी की ओर बढ़ रहे पाक सैनिकों को जब सेना की गश्ती टुकड़ी ने चुनौती दी तो गोलीबारी शुरू हो गई। साढ़े ग्यारह बजे शुरू हुई मुठभेड़ आधे घंटे तक चली, जिसमें दो लांस नायक शहीद हो गए। इस घटना के बाद नियंत्रण रेखा पर तनाव के चलते देर शाम पाकिस्तान सेना ने क्षेत्र के कृष्णाघाटी, बलनोई, मनकोट सेक्टर की आठ पोस्टों पर भारी गोलीबारी शुरू कर दी। देर रात तक पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी जारी थी।

घटना के बाद सेनाध्यक्ष जनरल बिक्रम सिंह ने जहां रक्षा मंत्री एके एंटनी को ब्योरा दिया है, वहीं रक्षा मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन के बीच भी वार्ता हुई है। भारत के डायरेक्टर जनरल मिलिट्री ऑपरेशन ने अपने पाकिस्तानी समकक्ष से सख्त आपत्ति दर्ज कराई। रक्षा मंत्रालय प्रवक्ता सितांशु कार के अनुसार पाकिस्तान की ताजा करतूत उकसावे की कार्रवाई है, जिसकी हम निंदा करते हैं। भारत उम्मीद करता है कि पाक शांति समझौते का अक्षरश: सम्मान करेगा। दोनों देशों के सैन्य अभियान महानिदेशक संपर्क में हैं।

ज्ञात हो कि पाकिस्तान ने 6 जनवरी को भी उड़ी सेक्टर में बिना किसी उकसावे के भारी गोलीबारी की थी। तब भारत की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई पर पाकिस्तान ने आरोप मढ़ा था कि भारतीय सेना ने नियंत्रण रेखा पर हाजीपीर इलाके में उसकी चौकी पर हमला किया, जिसमें उसके एक सैनिक की मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। पाक विदेश मंत्रालय ने इस्लामाबाद में भारत के उप-उच्चायुक्त को तलब कर आपत्ति-पत्र भी जारी किया था। भारतीय विदेश मंत्रालय प्रवक्ता सैय्यद अकबरूद्दीन ने पाकिस्तान की ओर से लगाए गए इन आरोपों को सिरे से खारिज किया था।

पाकिस्तान बीते एक साल में तीन दर्जन से ज्यादा बार सीमा पर 2003 से लागू शांति समझौते को तोड़ चुका है। सेना मुख्यालय के मुताबिक सीमा समझौता तोड़ने के साथ ही पाक जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ को भी लगातार मदद जारी रखे हैं। ताजा घटना को दोनों मुल्कों के बीच संबंध सुधार की कोशिश को पटरी से उतारने की हरकत के तौर पर देखा जा रहा है और उसके पीछे पाकिस्तान सेना का हाथ माना जा रहा है। पाकिस्तान में अगले दो महीनों में आम चुनाव होने हैं और भारत के साथ तनाव को सेना के सियासी पैंतरे के रूप में भी देखा जा रहा है।

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