महिला शक्तिकरण पर आधारित नाटक काया का मंचन संपन्न

नई दिल्ली । (अशोक लोढ़ा) एलटीजी के ब्लैंक कैनवस सभागार में विक्रम शर्मा द्वारा लिखित महिला शक्तिकरण पर आधारित नाटक काया का मंचन किया गया ।
नाटक काया का मुख्य उद्देश्य यह है कि महिलाओं के लिए पढ़ाई कितनी जरूरी है । सदियों से चली आ रही धार्मिक प्रथाओं और गलत मानसिक विचारधाराओ में परिवर्तन पढ़ाई के जरिए ही आ सकता है । महिलाओं के शिक्षित होने से वे अपने ऊपर होने वाले उत्पीड़न का विरोध कर सकती है और अपने अधिकार की मांग कर सकती है।

नाटक की नायिका काया कम उम्र में विधवा हो जाती है और फिर उसे गांव के भयावह रीति रिवाजो की परीक्षा से गुजरना पड़ता है। इस परिस्थिति में, काया अपनी यात्रा की कठिनाइयों को दूर करने और गांव से दूर जाकर अपने आपको उन भयानक रिवाजों से बचाने के लिए, एक वेश्यालय में रहने को मजबूर हो जाती हैं, जहां एक बुद्धिमान शिक्षक पहले उसका गुरु बन उसको उसके दर्द से ऊपर उठने में मदद करता है। काया की कहानी स्त्री उत्थान पर है जहाँ एक असहाय विधवा अनपढ़ होने के बावजूद गांव के भयानक रस्मो से लड़ती हुई और अनेक परिस्थितियों से गुज़रती हुई अपना खुद का उत्थान ही नहीं करती, बल्कि लौट के उसी गांव में ऊंचे पद पर सम्मानित होने के पश्चात उस गांव में स्त्री उत्थान केंद्र खोलती है जहाँ सब बेबस महिलाओं को उनकी समग्र भलाई के लिए अनेक परिक्षण दिए जाते हैं । सरल शब्दों में कहा जाये तो नाटक काया में महिला सशक्तिकरण और स्त्री उत्थान को बहुत ही कड़े अंदाज़ में बताया और संवारा गया है । दर्शकों द्वारा बहुत पसंद किए जाने के कारण रुबरू थिएटर ग्रुप द्वारा इस नाटक का मंचन लगातार किया जा रहा है ।

इस अवसर पर मुख्य अतिथि दिल्ली पुलिस की लेडी सिंघम का नाम से मशहूर एवं राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किरण सेठी ने कहा कि आज के ज़माने में इस तरह के नाटकों का होना बहुत जरूरी है जो महिला शक्तिकरण और बालिका शिक्षा पर जोर देते हैं।

काजल सूरी के निर्देशन में पेश किए गए इस नाटक में मेकअप मुहम्मद राशिद ने किया और मंच पर अपने अपने किरदार का रोल न्याय के साथ जसकीरन चोपड़ा, गुंजन, तनिषा गांधी, वर्षा, सुजाता जैन, मंत्र भारद्वाज, कृष बब्बर, आफताब हुसैन, अपूर्व एवं ओम चौधरी ने किया ।
संगीत संचालन स्पर्श रॉय ने किया, मंच को पीछे से शुभम शर्मा ने संभाला और रुबरू थिएटर ग्रुप के अध्यक्ष समीर खान और प्रबंधक रोहित कुमार ने इस प्रस्तुति को दक्षतापूर्वक एवं प्रभावपूर्ण तरीके से समन्वय किया। मंच संचालन गीता सेठी एवं जानी मानी मीडिया कर्मी सुखनंदन बिंद्रा ने किया ।

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