कांग्रेस पर पवार और ममता ने बढ़ाया दबाव

राष्ट्रपति चुनाव में यूपीए उम्मीदवार प्रणब मुखर्जी की तय जीत का जायका खराब करने में एनसीपी और तृणमूल कांग्रेस दोनों जुट गए हैं। सरकार से बाहर जाने की धमकी देने के बाद एनसीपी हालांकि यूपीए में बने रहने की बात कर रही है, लेकिन उसने कांग्रेस के खिलाफ आक्रामक रूप जारी रखा है। वहीं मौका देख कर केंद्र की घटक तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने भी सरकार की बांहे मरोड़ दी है।

चौतरफा घिरी कांग्रेस नाराज पवार को मनाने के सुलह फार्मूला बनाने में जुटी हुई है। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने जहां राकांपा नेता डीपी त्रिपार्टी से मुलाकात की, वहीं पवार की नारागजी की प्रमुख वजह बने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण को दिल्ली आने के लिए कहा गया है। जबकि राकांपा नेता तारिक अनवर को राज्यसभा में उपसभापति बनाने की बात पर फिलहाल कांग्रेस सहमत नहीं दिख रही। वह इस कुर्सी पर पार्टी के नेता को ही बैठाना चाह रही है।

शनिवार को शरद पवार और उनके सहयोगी प्रफुल्ल पटेल का पड़ाव मुंबई रहा। जहां पवार ने महाराष्ट्र एनसीपी के प्रमुख नेताओं से मुलाकात की। इसके बाद एनसीपी ने वहां भी महाराष्ट्र कांग्रेस पर सीधा वार कर पृथ्वीराज चह्वाण को निशाने पर ले लिया। पटेल ने कहा कि केंद्र और महाराष्ट्र में एनसीपी सत्ता में भागीदार है, लेकिन कांग्रेस के साथ समन्वय का अभाव है। उनकी राय को तवज्जो नहीं दी जा रही है। पटेल ने यूपीए सरकार में बने रहने की बात कही। सोमवार को एनसीपी की उच्च स्तरीय बैठक होनी है, जिसमें पार्टी अपने भविष्य की दशा और दिशा के बारे में विचार विमर्श करेगी।

दूसरी ओर पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी ने सरकार की मुश्किल की मुश्किलें बढ़ाती देख फौरन वार किया। उन्होंने एक रैली में ऐलान कर दिया कि तृणमूल कांग्र्रेस को 2014 के लोकसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस की कोई जरूरत नहीं है। वह अकेले चुनाव लड़ेगी। यूपीए सरकार के रणनीतिकार इस पूरे मसले को जल्द से जल्द सुलझाने में जुटे हुए हैं।

इस क्रम में पृथ्वीराज चह्वाण को तलब करने की बात है। चह्वाण को शनिवार को ही दिल्ली आना था, मगर किन्हीं कारणों से नहीं आ सके। कहा जा रहा है कि वह सोमवार को दिल्ली आएंगे। चव्हाण को राज्य में एनसीपी की बातों का ख्याल रखने के लिए कहा जा सकता है।

वहीं शनिवार को प्रधानमंत्री ने राकांपा नेता डीपी त्रिपाठी से मुलाकात की। हालांकि त्रिपाठी मुलाकात की वजह मौजूदा विवाद से बिलकुल अलग बताई। मगर माना जा रहा है कि प्रधानमंत्री ने उनसे मौजूदा विवाद पर बात की है। उधर, कहा जा रहा है कि एनसीपी नेता तारिक अनवर को खाली पड़े राज्यसभा के उपसभापति पद पर बैठाने की पवार की मांग पर फिलहाल कांग्रेस सहमत नहीं है।

सूत्रों का कहना है कि पार्टी केरल के वरिष्ठ सांसद पीजी कूरियन को इस पद पर तैनात करना चाहती है। मगर पवार की नाराजगी को दूर करने के लिए संतुलित फार्मूले पर विचार किया जा रहा है।

कैबिनेट में नंबर दो का कोई पद नहीं: एंटनी
कैबिनेट में नंबर दो जैसा कोई पद नहीं है। ये कहना है केंद्रीय रक्षा मंत्री एके एंटनी का। शनिवार को मुंबई के मझगांव स्थित नेवल डॉकयार्ड पर जलपोत आईएनएस सहयाद्री के जलावतरण के लिए आए रक्षा मंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार में सभी कैबिनेट मंत्री एक स्तर के हैं, ऐसे में किसी कानंबर दो या तीन होने का सवाल ही पैदा नहीं होता। लेकिन शरद पवार सरकार में अपने पद की स्थिति को लेकर नाराज चल रहे हैं, इस पर एंटनी ने ‘नो कमेंट’ कहकर पल्ला झाड़ लिया। वहीं दूसरी तरफ आदर्श सोसायटी मामले की जांच को लेकर भी एंटनी ने साफ किया कि सीबीआई को घोटाले की जांच का पूरा अधिकार है।

हम सोनिया गांधी के अलावा और किसी कांग्रेसी नेता की बातों को तवज्जो नहीं देते। कांग्रेस के कुछ नेता शरद पवार को लेकर गलत बयानबाजी करके अफवाह फैला रहे हैं।-प्रफुल्ल पटेल, एनसीपी नेता

हम किसी की दया पर नहीं रहना चाहते। दिल्ली में हम केंद्र के गठबंधन का हिस्सा हैं और जब तक हमारा सम्मान बरकरार रहता है, गठबंधन में बने रहेंगे। लेकिन बंगाल में हमारी राहें अलग हैं।- ममता बनर्जी, मुख्यमंत्री, पश्चिम बंगाल

ममता बनर्जी ने ऐसी कोई बात नहीं की जिससे गठबंधन में तनाव पैदा हो। उन्होंने कुछ भी आपत्तिजनक नहीं कहा। हमने पिछले दिनों स्थानीय निकाय के चुनाव में अलग-अलग ही चुनाव लड़ा था।-शकील अहमद, पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष

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