सालभर मनेगी विवेकानंद की जयंती

विश्व को अध्यात्म का पाठ पढ़ाने वाले स्वामी विवेकानंद की 150वीं जयंती शनिवार से पूरे साल तक भारत में मनाई जाएगी। शनिवार को राष्ट्रपति भवन में प्रणब मुखर्जी इसका उद्घाटन करेंगे। इसके तहत अलग-अलग माध्यमों के जरिए विवेकानंद के विचारों को प्रचारित-प्रसारित किया जाएगा। साथ ही शिकागो के उस ऐतिहासिक स्थल पर स्वामी विवेकानंद की तस्वीर लगेगी जहां से उन्होंने विश्व समुदाय को भाई-बहन का संबोधन देकर मुग्ध कर दिया था।

गुरुदेव रवींद्र नाथ टैगोर और मदन मोहन मालवीय की 150वीं जयंती समारोह की तर्ज पर ही विवेकानंद को पूरे साल याद किया जाएगा। इसकी रूपरेखा और दिशा निर्देश तय करने के लिए प्रधानमंत्री डा. मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में समिति बनी थी, जबकि तत्कालीन वित्तमंत्री प्रणब मुखर्जी की अध्यक्षता में क्रियान्वयन समिति बनाई गई थी। प्रणब के राष्ट्रपति बनने पर इसका जिम्मा रक्षामंत्री एके.एंटनी को दिया गया था। समिति ने पूरे साल चलने वाले कार्यक्रमों के लिए 200.58 करोड़ रुपये की मंजूरी दी थी। तकरीबन सौ करोड़ रुपये विवेकानंद वैल्यू एजुकेशन प्रोग्राम के लिए मंजूर किए गए थे। 1893 में शिकागो के विश्व धर्म सम्मेलन में जहां उन्होंने भाइयो! और बहनों! के संबोधन से विश्व को मोह लिया था, उस स्थान पर विवेकानंद की तस्वीर भी लगाई जाएगी। इसमें तकरीबन 16 हजार डालर की लागत आई है। शिकागो विश्वविद्यालय में विवेकानंद के नाम पर पीठ बनाई जाएगी। शनिवार को उद्घाटन के अवसर पर संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और दूसरे केंद्रीय मंत्रियों के साथ- साथ रामकृष्ण मिशन बेलूर मठ के महासचिव स्वामी सुहितानंद भी मौजूद होंगे।

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