कैप्टन लक्ष्मी सहगल को अंतिम विदाई

स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और आजाद हिंद फौज की महिला विंग रानी झांसी रेजीमेंट की कैप्टन रहीं डॉ. लक्ष्मी सहगल (98) की अंतिम यात्रा में सबकी आंखें नम हो गई। सहगल की शव यात्रा आज सुबह 10 बजे मैकराबर्ट अस्पताल से निकलकर कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज की ओर एक जुलूस के रूप में गई, जहां उनका पार्थिव शरीर मेडिकल कॉलेज को दान कर दिया गया।

गुरुवार सुबह हार्ट अटैक पड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन उनकी हालत लगातार बिगड़ती ही गई। ब्रेन स्ट्रोक के बाद उन्हें आईसीयू के वेंटीलेटर पर रखा गया था। डॉक्टर दवाओं से उनकी हालत सुधारने की कोशिश कर रहे थे तो नाते-रिश्तेदार, परिचित और देशवासी उनके स्वास्थ्य में सुधार के लिए दुआएं मांग रहे थे। तमाम कोशिशों के बाद सोमवार सुबह डॉक्टरों की टीम ने हाथ खड़े कर दिए।

सुबह करीब सवा 11 बजे उनके निधन की घोषणा की गई तो अस्पताल में मौजूद सुभाषिनी अली, उनका बेटा व फिल्म निर्देशक शाद अली, दिल्ली निवासी बहन अनीसा, नाते-रिश्तेदार सहित अस्पताल में मौजूद करीबी व परिचित अपने आंसू रोक न सके। कुछ ही पलों में कैप्टन के निधन की खबर देशभर में फैल गई। अस्पताल में उद्योगपति यदुपति सिंहानिया, निवर्तमान महापौर रवींद्र पाटनी, गोविंदनगर विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सत्यदेव पचौरी, सपा नेता सुखविंदर सिंह लाडी, कॉमरेड दौलतराम, अनंतराम बाजपेयी सहित जनप्रतिनिधियों और परिचितों का तांता लग गया।

डीएम एमपी अग्रवाल और डीआईजी अमिताभ यश ने अस्पताल पहुंचकर श्रद्धांजलि अर्पित की। युग दधीचि देहदान अभियान के मनोज सेंगर ने बताया कैप्टन सहगल ने छह अक्टूबर 2010 को देहदान और नेत्रदान का संकल्प ले लिया था। अस्पताल पहुंचकर डॉ. महमूद रहमानी ने उनके नेत्र सुरक्षित रखे। दोपहर करीब पौने दो बजे कैप्टन लक्ष्मी सहगल का पार्थिव शरीर एंबुलेंस से मकराबर्टगंज में हडसन स्कूल के सामने स्थित उनके पुराने आवास ले जाया गया।

यहां भारतीय प्रवासीय कार्य मंत्री व्यालार रवि, भाजपा विधान मंडल दल के उपनेता व कैंट विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक सतीश महाना, सीसामऊ विधानसभा क्षेत्र से सपा विधायक इरफान सोलंकी, किदवईनगर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस विधायक अजय कपूर, शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेश दीक्षित, रंगकर्मी संजीबा सहित सैकड़ों लोग उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे। इस दौरान कैप्टन लक्ष्मी सहगल का प्रिय नारा ‘लड़ेंगे-जीतेंगे’ गूंज उठा। वापमंथियों ने ‘हम सबकी मम्मी जिंदाबाद, मम्मी को लाल सलाम, इंकलाब जिंदाबाद, कैप्टन लक्ष्मी सहगल अमर रहें, पूंजीवाद मुर्दाबाद, साम्राज्यवाद मुर्दाबाद’ आदि नारे लगाए।

error: Content is protected !!