जमीन से आसमान तक सुरक्षा ऐसी कि परिंदा भी पर न मार सके

देश आज गणतंत्र दिवस मना रहा है। सभी जगह हर्ष उल्लास का माहौल है। सुरक्षा के मद्देनजर दिल्ली और मुबंई में हाईअलर्ट है। जमीन से आसमान तक सुरक्षा व्यवस्था इस कदर चुस्त और दुरुस्त है कि परिंदा पर भी ना मार सके। कमांडो समेत 25 हजार जवान तैनात किए गए हैं। राजपथ से लालकिले तक रास्ते में 60 सीसीटीवी कैमरा लगाएं गए हैं।

देश के 64वें गणतंत्र दिवस की परेड में युवा शक्ति के स्मरण के साथ ही सैन्य शक्ति का भी प्रदर्शन हो रहा है।

देश के 64वें गणतंत्र दिवस की परेड में उन युवाओं के आक्रोश को भी याद किया जाएगा, जिनके गुस्से को लाठीचार्ज और आंसूगैस के सहारे राजपथ से बाहर किया गया था। गणतंत्र दिवस परेड की कमेंट्री दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म कांड मामले में व्यवस्था के खिलाफ युवाओं के आक्रोश भी याद दिलाएगी।

यह पहला मौका होगा जब ऐसी किसी समसामयिक घटना का उल्लेख गणतंत्र दिवस परेड के आरंभिक संबोधन में किया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक राजपथ के परिचय के साथ कमेंट्री बॉक्स से सुनने को मिलेगा कि यह मार्ग बीते दिनों ‘एक बेहतर भारत और अच्छे बदलाव के लिए युवाओं के जागरण और उनके उद्वेलित कर देने वाले आह्वान का साक्षी रहा है।’ महत्वपूर्ण है कि दिल्ली में सामूहिक दुष्कर्म मामले को लेकर 22 और 23 दिसंबर को युवाओं की भीड़ राजपथ और इंडिया गेट पर उमड़ी थी। हालांकि भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसूगैस का भी इस्तेमाल किया। साथ ही उसके बाद से राजपथ को आम जनता के लिए बंद कर दिया गया था।

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