अब यूपी में भी बैन हो सकती है विश्वरूपम

कमल हासन की फिल्म विश्वरूपम को लेकर जिस तरह से राजनीति चल रही है ऐसे में फिल्म के भविष्य पर कई सवाल उठ रहे हैं। फिल्म रिलीज को लेकर छिड़ा विवाद थमने का नाम ही नहीं ले रहा है। बुधवार को मद्रास हाई कोर्ट के आदेश के बाद फिल्म की रिलीज दोबारा टल गई और अब उत्तरप्रदेश में भी फिल्म पर बैन का खतरा मंडरा रहा है। इस बारे में सपा नेता राम आसरे कुशवाहा ने कहा कि फिल्म देखने के बाद ही कोई फैसला लिया जाएगा। इस बीच, बॉलीवुड इस फिल्म का जबरदस्त समर्थन कर रहा है। सल्लू मियां ने ट्वीट किया है कि ऐसी फिल्मों को जरूर रिलीज करना चाहिए।

वहीं, कमल हासन को अब भी हाई कोर्ट के अंतिम फैसले का इंतजार है। फिलहाल वह फिल्म को चुनौती देने के लिए सुप्रीम कोर्ट नहीं जा रहे हैं। लेकिन इस बीच फिल्म अधर में लटकी नजर आ रही है, क्योंकि फिल्म पर हासन ने करीब सौ करोड़ रुपये लगाए हैं। उन्होंने अपनी संपत्ति तक गिरवी रख दी है। रिलीज में देरी से होने वाले नुकसान के कारण उन्हें अपना घर तक गंवाना पड़ सकता है।

फिल्म के विवाद को लेकर कमल हासन नाराज नहीं बल्कि दुखी हैं। बुधवार को एक संवाददाता सम्मेलन में उन्होंने कहा था कि उनकी फिल्म को लेकर राजनीति हो रही है और वह इस राजनीतिक गेम का शिकार हो रहे हैं।

गौरतलब है कि अपनी मेगा बजट फिल्म विश्वरूपम को लेकर जारी विवाद से आहत अभिनेता कमल हासन ने बुधवार को कहा था कि तमिलनाडु सरकार नहीं चाहती कि वह राज्य में रहें। ऐसे में वह इस देश में अपने लिए कोई और धर्मनिरपेक्ष राज्य ढूढेंगे। इसमें असफल रहने पर वह देश छोड़ने के लिए भी तैयार हैं। इस बीच, कर्नाटक में इस फिल्म को हरी झंडी दी गई थी, लेकिन तमिलनाडु सरकार ने कोर्ट के इस फैसले को चुनौती देते हुए एक अपील दायर की थी। जिसके तहत बुधवार को कोर्ट ने अपना फैसला सुनाते हुए फिर से फिल्म की रिलीज टाल दी थी।

पत्रकारों से बातचीत में भावुक स्वर में राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता कमल हासन ने कहा कि मैं इन सब चीजों से आजिज आ चुका हूं। ऐसे में तमिलनाडु को छोड़कर कश्मीर से केरल तक वह ऐसी जगह ढूंढेंगे। अगले दो-चार दिनों में यह स्पष्ट हो जाएगा कि कि उन्हें भारत में कोई धर्म निरपेक्ष राज्य मिलता है या नहीं। ऐसी जगह भारत में नहीं मिलती है, तो वह विदेश चले जाएंगे।

उन्होंने कहा कि उन्हें अभी तक अंतरिम राहत नहीं मिली है। बुधवार को सिनेमाघरों ने फिल्म को तो लगाया लेकिन पुलिस ने रोक दिया। गत शाम हाई कोर्ट की एक सदस्यीय पीठ ने फिल्म को हरी झंडी दे दी थी। जबकि पुलिस को आदेश की प्रति नहीं मिली थी। हासन ने कहा,मेरे खिलाफ राजनीतिक खेल खेला जा रहा है। मैं नहीं जानता की यह खेल कौन खेल रहा है। मैं न तो दक्षिणपंथी रहा हूं और न ही वामपंथी। उन्होंने कहा कि वह मद्रास हाई कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे, जहां तमिलनाडु सरकार ने एक सदस्यीय पीठ के फैसले को चुनौती दी है।

कमल हासन कहा कि मैं सिर्फ एक कलाकार हूं और किसी भी धर्म को दोष नहीं दे रहा हूं। मुझे उम्मीद है कि मेरे प्रशंसक शांति बनाए रखेंगे, जिनमें बहुत-से मुस्लिम भी शामिल हैं। मैंने मुस्लिमों को अपनी फिल्म इसीलिए दिखाई थी, क्योंकि वे मेरे भाई हैं।

कमल के मुताबिक फिल्म की कहानी अफगानिस्तान पर आधारित है, इसलिए वह हैरान हैं कि भारतीय मुस्लिमों को किस चीज ने आहत किया और इस बात से भी उन्हें आश्चर्य होता है कि सिर्फ एक फिल्म पूरे देश की एकता को कैसे बिगाड़ सकती है। ज्ञात हो कि सरस्वती और भारत माता की नग्न पेंटिंग्स बनाने के कारण उपजे विवाद के बाद मशहूर चित्रकार एमएफ हुसैन ने भारत छोड़ दिया था और कतर ही नागरिकता ग्रहण कर ली थी।

हाई कोर्ट ने विश्वरूपम के रिलीज पर लगाई रोक

अभिनेता कमल हासन की तरफ से विश्वरूपम फिल्म से कुछ दृश्य हटाने का आश्वासन देने के बावजूद तमिलनाडु में इसके रिलीज पर फिर से रोक लग गई है। मद्रास हाई कोर्ट ने बुधवार को एक सदस्यीय पीठ के फैसले को दरकिनार कर दिया। पीठ ने मंगलवार को ही विश्वरूपम के रिलीज को हरी झंडी दे दी थी। इसके बाद तमिलनाडु सरकार ने इस फैसले हाई कोर्ट में चुनौती दी थी।

फिल्म पर रोक लगाते हुए कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश इलीप धर्मा राव और अरुणा जगदीशन की खंडपीठ ने सुनवाई अगले बुधवार तक के लिए टाल दी। माना जा रहा है कि कमल हासन हाई कोर्ट के ताजा फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देंगे।

फैसले से पहले कमल हासन ने बताया था कि मुस्लिम नेताओं से बातचीत में मसले को सुलझा लिया गया है। उन्होंने कुरान से संबंधित तथ्य और दृश्य हटाने पर रजामंदी दे दी थी। इस बीच, हाई कोर्ट के आदेश से पहले फिल्म को दिखाने जा रहे दो सिनेमाघरों पर कुछ अज्ञात लोगों ने हमला कर दिया। परमकुडी स्थित सिनेमाघर पर पेट्रोल बम फेंके जाने की भी खबर है। वहीं, कमल हासन के प्रशंसकों ने भी फिल्म के लिए रिलीज के लिए कई जगहों पर प्रदर्शन शुरू कर दिया है।

करुणानिधि ने बताई झगड़े की वजह

द्रमुक प्रमुख एम करुणानिधि ने राज्य सरकार और फिल्मकार कमल हासन की बीच तनातनी के पीछे की कहानी की ओर इशारा किया है। करुणानिधि का कहना है कि पिछले दिनों एक कार्यक्रम में कमल हासन ने चिदंबरम की तारीफ करते हुए कहा था कि धोती पहनने वाले तमिल को प्रधानमंत्री बनना चाहिए। उनकी वर्तमान समस्या इसी तारीफ की देन है। दरअसल कार्यक्रम में राज्य की मुख्यमंत्री जयललिता भी मौजूद थीं।

करुणानिधि ने कुछ रिपोर्टो का हवाला देते हुए कहा कि अन्नाद्रमुक से जुड़े एक टीवी चैनल फिल्म के राइट्स खरीदना चाहता था। लेकिन निर्देशकों ने इससे इन्कार कर दिया था।

कमल के पक्ष में केंद्र व कांग्रेस

तमिलनाडु की जयललिता सरकार भले ही विश्वरूपम पर प्रतिबंध के लिए आमादा हो, पर केंद्र सरकार और कांग्रेस पूरी तरह से इसके निर्माता कमल हासन के साथ है। केंद्रीय गृहमंत्री सुशील कुमार शिंदे ने साफ कर दिया है कि देश में अभिव्यक्ति की आजादी है और खासकर कलाकारों को अपनी मर्जी का काम करने की पूरी छूट है। वहीं कांग्रेस ने कमल हासन के देश छोड़ने की धमकी देने तक हालात पहुंचने को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया है। वहीं भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह का कहना था कि कमल हासन को देश छोड़कर जाने की जरूरत नहीं है। भारत में कानून का राज है और उन्हें उस पर भरोसा रखना चाहिए।

विवश्रूपम पर मचे विवाद के बारे में पूछे जाने पर सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि कुछ राज्यों को इस पर आपत्ति है और वे इसकी जांच कर रहे हैं। इस संबंध में राज्यों से रिपोर्ट मांगी जा रही है। शिंदे के साथ ही कांग्रेस प्रवक्ता पीसी चाको ने भी कहा कि उनकी पार्टी अभिव्यक्ति की आजादी की प्रबल समर्थक है। कमल हासन के देश छोड़ने की धमकी देने के बारे में पूछे जाने पर चाको ने कहा कि हालात के यहां तक पहुंचना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।

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