अन्ना का अनशनः कांग्रेसियों का हंगामा, प्रणब की तस्वीर ढकी

जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर अनशन कर रही टीम अन्ना के कार्यक्रम स्‍थल पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने हंगामा किया। कांग्रेस की विद्यार्थी परिषद (एनएसयूआई) के कुछ कार्यकर्ता अनशन स्‍थल पर आ गए और हंगामा शुरू कर दिया। कांग्रेसियों ने मंच पर चढ़ने की कोशिश की, लेकिन टीम अन्ना समर्थकों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। बाद में उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया गया।

पिछले दिनों तक प्रणब मुखर्जी पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाली टीम अन्ना उनके राष्ट्रपति बनते ही नरम पड़ गई। प्रणब मुखर्जी के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अनशन स्‍थल पर उनके तस्वीर पर पर्दा डाल दिया गया। साथ ही टीम अन्ना की ओर से कहा ‌गया कि प्रणब मुखर्जी अब देश के राष्ट्रपति हैं। ऐसे में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की गरिमा को ध्यान में रखते हुए उनपर कोई टिप्पणी नहीं की जाएगी।

दूसरी ओर अनशन स्थल पर लोग खासी संख्या में जुट गए हैं। भीड़ को दखते हुए अनशन स्थल पर सुरक्षा की चाक-चौबंद व्यवस्था की गई है। अनशन स्थल पर अन्ना के समर्थक देश भक्ति गीत गाकर अपना समर्थन जाहिर कर रहे हैं। मंच पर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की एक बड़ी तस्वीर लगाई गई है। इसके अलावा उन नेताओं की तस्वीर लगाई गई है, जिनके खिलाफ टीम अन्ना स्वतंत्र जांच कराने की मांग कर रही है।

गर्मी और उमस के बावजूद महिलाओं और युवाओं की उपस्थिति देखी जा रही है। उनके अलावा वहां स्कूली छात्र-छात्राएं और अन्य बच्चे भी हैं। जंतर-मंतर से लेकर कनॉट प्लेस की सड़क तक हर तरफ अन्ना टोपी पहने और हाथों में तिरंगा लिए लोग देखे जा रहे हैं।

अनशन स्‍थल पर आने वाले लोगों तक अपनी बात पहुंचाने के लिए अन्ना और जनलोकपाल से संबंधित किताबें और सीडी बेची जा रही हैं। मुख्य मंच पर होने वाले कार्यक्रम को दिखाने के लिए एक बड़ा सा एलईडी स्क्रीन लगाया गया है।

केजरीवाल के नेतृत्व में शुरू हुआ अनशन
टीम अन्ना के सदस्य अर्विन्द केजरिवाल, मनीष सिसौदिया और गोपाल राय अपने समर्थकों के साथ अनशन पर बैठे हैं। अपनी तीन सूत्री मांगों पर टीम अन्ना के सदस्य अरविंद केजरीवाल ने कहा कि केंद्रीय मंत्रिमंडल और संसद का शुद्धीकरण बेहद जरूरी है। इसके बिना जन लोकपाल बिल पारित नहीं हो सकता। केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल 15 वरिष्ठ मंत्रियों के खिलाफ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप हैं। इसकी जांच के लिए तीन सदस्यीय विशेष जांच दल का गठन किया जाना चाहिए। इसमें सुप्रीम कोर्ट या हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त जजों को शामिल किया जाना चाहिए।

इसके साथ ही केजरीवाल ने कहा कि किसी भी मामले में आरोपी सांसदों के खिलाफ सुनवाई के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाया जाना चाहिए, जहां से छह महीने के भीतर इन मामलों का निपटारा हो सके। उन मामलों की भी जांच विशेष जांच दल कराई जानी चाहिए, जिनमें आरोपी किसी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और मामले जांच सीबीआई कर रही हो।

केजरीवाल ने बताया कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के राजघाट पहुंचने के बाद टीम अन्ना अपने समर्थकों के साथ बापू की समाधि पर पहुंचेगी। इसके बाद करीब 11.30 बजे काफिला जंतर-मंतर की तरफ कूच करेगा। उन्होंने देशवासियों से आह्वान किया कि कम से कम एक दिन के लिए देश के शुद्धीकरण में हिस्सा लें।

29 जुलाई से अनशन पर बैठ सकते हैं अन्ना
अन्ना ने कहा है कि अगर सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानी तो 29 जुलाई से वे खुद आमरण अनशन पर बैठेंगे। टीम अन्ना के सदस्यों के अनशन में हिस्सा लेने के लिए अन्ना हजारे मंगलवार को दिल्ली पहुंचे। यहां पहुंचते ही उन्होंने केंद्र पर जमकर निशाना साधा।

अन्ना ने कहा कि देश में हर ओर भ्रष्टाचार व्याप्त है, इसके बावजूद सरकार इसे खत्म नहीं करना चाहती। उन्होंने कहा कि लोकपाल बिल के मामले में ज्वाइंट कमेटी, कैबिनेट और संसद हर किसी ने देश को धोखा दिया है। अन्ना दिल्ली से सीधे कौशांबी स्थित इंडिया अगेंस्ट करप्शन के कार्यालय पहुंचे।

यहां भी उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सरकार को लोकपाल लाना होगा या जाना होगा। हमें अभी पूरी तरह से आजादी नहीं मिलेगी और जब तक नहीं मिलती हम लड़ते रहेंगे। अन्ना ने कहा कि अब देश जान गया है कि सरकार की नीयत साफ नहीं है।

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