नई दिल्ली। किसानों के कर्ज माफी को लेकर हुए अरबों रुपये के घोटाले की गूंज आज सदन में सुनाई दी। विपक्ष ने इस मुद्दे पर जमकर हंगामा किया जिसके बाद लोकसभा की कार्यवाही बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। विपक्ष ने इस मसले पर चर्चा के लिए दोनों सदनों में स्थगन प्रस्ताव दिया है। इस बीच कृषि मंत्री शरद पवार ने किसानों की कर्ज माफी में किसी तरह का घोटाला होने से साफ इन्कार किया है।
बुधवार सुबह लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने पर जैसे ही लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने प्रश्नकाल शुरू करने का ऐलान किया, तभी भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे ने किसानों को कर्ज माफी में हुई धांधली का आरोप लगाते हुए इस पर चर्चा की मांग की। इसके बाद सीपीआई एम के नेता भी नारेबाजी करते हुए बीच में आ गए। वहीं एआईएडीएमके के सांसदों ने तमिलों के मुद्दे पर लोकसभा में जमकर हंगामा किया। इसके बाद लोकसभा की कार्यवाही को बारह बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। इस बीच कृषि मंत्री शरद पवार ने कहा है कि किसानों की कर्ज माफी में कोई अनियमितता नहीं बरती गई है।
गौरतलब है कि संप्रग-एक की गेम चेंजर किसान कर्ज माफी योजना में भारी घोटाले का पर्दाफाश करने वाली कैग की रिपोर्ट को सरकार द्वारा सार्वजनिक करने के बाद सरकार के लिए समस्या बढ़ गई है। इस रिपोर्ट ने साफ कर दिया कि जिस स्कीम को संप्रग किसानों का हित साधने वाली अहम स्कीम बता रही थी, उसमें अरबों-खरबों रुपये की गड़बड़ियां हुई हैं।
इस स्कीम के तहत वितरित लगभग 52,500 करोड़ में से कम से कम 20 फीसद राशि के इस्तेमाल को लेकर गंभीर सवाल उठाए गए हैं। पहले से ही कई घोटालों में फंसी संप्रग-दो के लिए नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (कैग) की रिपोर्ट के बाद राजनीतिक मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।