‘उमर की रजामंदी से हुई अफजल को फांसी’

umar abdulaजम्मू। पैंथर्स पार्टी के मुख्य संरक्षक प्रो. भीम सिंह ने कहा कि अफजल गुरु की फांसी के बाद कश्मीर में बिगड़े हालात के लिए उमर अब्दुल्ला जिम्मेदार हैं। मुख्यमंत्री की रजामंदी से अफजल को फांसी दी गई और उसके बाद वे लोगों को गुमराह करने में जुट गए।

सोमवार को जम्मू प्रेस क्लब में संवाददाताओं से प्रो. भीम ने कहा कि उनके पास इसकेसुबूत हैं। उमर को फांसी के बारे में पहले से पता था और वह नहीं चाहते थे परिवारजन गुरु से मिलें। भीम ने आरोप लगाया कि नेकां हालात बिगाड़कर राज्य को विभाजित करने वाले डिक्सन प्लान को लागू करने की कोशिश कर रही है। उन्होंने राज्यपाल से राज्य सरकार को फौरन बर्खास्त करने की भी मांग की।

अफजल पर सरकार ने रातों रात लिए फैसले

मेरठ। संसद हमले के मास्टरमाइंड अफजल गुरु के वकील और दया याचिका बनाने वाले वकील एनडी पंचौली का कहना है कि अगर अफजल की फांसी में संवैधानिक तौर-तरीके अपनाए जाते तो यह फांसी ही नहीं होती।

एनडी पंचौली ने कहा कि उन्होंने कभी भी अफजल को निर्दोष बताने की कोशिश नहीं की, लेकिन वह चाहते थे कि उसे फांसी न हो क्योंकि वे फांसी की सजा के खिलाफ हैं। पंचौली ने कहा कि कसाब की फांसी के बाद वह अफजल से मिले थे और कहा था कि सरकार जल्द ही उसे भी फांसी दे देगी। ऐसे में उन्होंने तय किया था कि जैसे ही राष्ट्रपति द्वारा दया याचिका की अर्जी खारिज होगी, कोर्ट की शरण ले लेंगे। इसके लिए तैयारी भी पूरी कर ली गई थी, लेकिन चोरी-छिपे अफजल को फांसी के फंदे पर लटका दिया। उन्होंने कहा कि वे सबसे अधिक खुश तब होते जब उसे आजीवन कारावास की सजा होती। उन्होंने कहा कि वह अब अफजल के शव को उसके परिजनों के हवाले करवाने की खातिर कानूनी लड़ाई लड़ेंगे, क्योंकि यह उस परिवार का हक है। अब इस पर फिर से कानूनी लड़ाई तेज होने की संभावना है।

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