अरबपति दीपक मर्डर मिस्ट्री में बाबा कनेक्शन

deepak-bhardwaj-murderprime-accused-escapesनई दिल्ली। बसपा नेता और अरबपति कारोबारी दीपक भारद्वाज की हत्या मामले में महंत स्वामी प्रतिभानंद के हाथ न आने से पुलिस की मुश्किलें बढ़नी शुरू हो गई हैं। उसकी तलाश में महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में लगातार छापेमारी की जा रही है।

शुक्रवार को एसटीएफ इंदौर से एक योग गुरु को हिरासत में लेकर दिल्ली लायी है। दीपक भारद्वाज की हत्या के बाद प्रतिभानंद बहादुरगढ़ से जाकर इसी योग गुरु के पास रुका था। जांच में यह बात भी सामने आई है कि प्रतिभानंद एक बड़े स्वामी का शिष्य रहा है। वह उनसे कई वर्षो तक जुड़ा था। उसी दौरान वह दीपक भारद्वाज के नजदीक आया था। पुलिस स्वामी से भी पूछताछ करेगी। पुलिस की मानें तो प्रतिभानंद ने पिछले कुछ समय से महाराष्ट्र के शोलापुर व उत्तर प्रदेश के मथुरा में स्थाई ठिकाना बनाया था। हत्याकांड में उसका नाम आने से सबसे पहले उन्हीं ठिकानों पर छापेमारी की गई थी। इससे पहले प्रतिभानंद के खिलाफ कहीं कोई भी मामला दर्ज नहीं था। जब तक वह पकड़ा नहीं जाएगा तब तक पुलिस जांच आगे नहीं बढ़ पाएगी।

बताया जाता है कि हत्याकांड के बाद प्रतिभानंद बहादुरगढ़ से इंदौर चला गया था। वहां वह योग गुरु अविनाश शास्त्री के पास दो दिन रुका था। दक्षिण जिले की एसटीएफ की टीम शुक्रवार को इंदौर के अमानंद आश्रम पहुंची और अविनाश शास्त्री को हिरासत में लेकर दिल्ली ले आई। उनसे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस अधिकारी की मानें तो फेसबुक पर जितने बाबा हैं, उनके बारे में जानकारी जुटाकर दक्षिण जिला पुलिस पूछताछ के लिए उन्हें बुला रही है। प्रतिभानंद का भी फेसबुक पर अकाउंट है। पुलिस को दो महिलाओं पर भी शक है। उनसे कई बार पूछताछ की गई है, लेकिन अभी हिरासत में नहीं लिया गया है। प्रतिभानंद के हाथ आने के बाद ही इन महिलाओं की भूमिका का खुलासा होगा। उधर, शुक्रवार को पुलिस ने फार्म हाउस के कर्मचारियों व घटना वाले दिन मौजूद दोनों निजी सुरक्षा गार्ड समेत अन्य गार्डो को फिर वसंत कुंज थाने बुलाकर पूछताछ की। मामले में करीब 40 लोग संदेह के घेरे में हैं। बृहस्पतिवार को पुलिस ने बहादुरगढ़ से एक बाबा को हिरासत में लिया। उसने पुलिस को बताया कि प्रतिभानंद का एक नाम चित्रानंद भी है। पुलिस इस नाम के बारे में पता लगा रही है। डीसीपी छाया शर्मा के मुताबिक सूत्रधार के रूप में प्रतिभानंद का नाम आने से पहला लक्ष्य प्रतिभानंद को ढूंढना है। फिर अन्य बिंदुओं पर काम किया जाएगा। अभी पुलिस ने वारदात में प्रयुक्त प्वाइंट 32 बोर की पिस्तौल व कट्टा को बरामद करने की दिशा में सोचा ही नहीं है। पूछताछ में दोनों शूटर ने खुलासा किया कि 26 मार्च की सुबह पहले पुरुषोत्तम ने आगे से कंट्टे से दीपक भारद्वाज पर गोली चलाई। फिर सुनील ने पिस्तौल से गोली चलाई थी। तीसरी गोली पुरुषोत्तम ने ही उनके सिर में मारी थी।

आश्रम संचालक से भी पूछताछ

दीपक भारद्वाज हत्याकांड मामले में बीती रात बहादुरगढ़ में एक आश्रम संचालक से भी पूछताछ की गई। यहां से पुलिस को कुछ जानकारी तो मिली, लेकिन प्रतिभानंद का सुराग नहीं लगा। प्रतिभानंद कुछ साल पहले झज्जर जिले में सक्रिय रहा है। उसने लोगों को बताया था कि उसका आयुर्वेद का कारोबार है। उसकी तलाश में दिल्ली पुलिस की एक टीम पहले झज्जर पहुंची थी। इसके बाद बहादुरगढ़ के परनाला रोड पर स्थित वेदांत आश्रम के संचालक स्वामी देवेंद्रानंद गिरि से पूछताछ के लिए गई। उस समय स्वामी आश्रम में नहीं थे। फोन करने पर पता चला कि वह दिल्ली के पीरागढ़ी क्षेत्र के आसपास हैं। वहां गिरी से पूछताछ की गई। वहीं स्वामी देवेंद्रानंद गिरि ने बताया कि वह अखिल भारतीय संत समिति के महामंत्री हैं। पुलिस इस उम्मीद से आई थी कि उनके पास साधु संतों का पता और संपर्क नंबर होंगे। पुलिस को उनसे प्रतिभानंद का जो संपर्क नंबर मिला, वह काफी पुराना था। उस पर बातचीत नहीं हुई। वहीं दिल्ली पुलिस की ओर से प्रतिभानंद का मूल निवास बहादुरगढ़ में होने की बात कही जा रही है। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि उसका यहां इस आश्रम से कोई जुड़ाव रहा या फिर अन्य जगह कोई ठिकाना कब रहा।

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