उत्तरकाशी में बादल फटने से 21 बहे, 110 लापता

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में बादल फटने से 21 लोगों के बह जाने की खबर है। इनमें से 7 लोगों के मौत की पु‌ष्टि हो चुकी है। हादसे में 110 लोग अब भी लापता हैं और 2,000 लोग प्रभावित हैं। यह हादसा स्वर्णघाट और संगमचट्टी इलाके में हुआ हैं।

बादल फटने से जिले के असी गंगा घाटी में दयारा बुग्याल के पास पापड़गाड, स्वारी गाड, नहरी गाड, गवाना गाड और असी गंगा क्षेत्र में जल प्रलय जैसे हालत पैदा हो गए हैं। प्रभावितों की मदद के लिए आईटीबीपी राहतकार्य में जुटी हुई है। प्रशासन ने हालात को देख्रते हुए चार धाम यात्रा स्‍थगित कर दी है।

जिले के चिन्यालीसौड़ से लेकर भटवाड़ी तक लगभग 70 किमी के इलाके में कोहराम मच गया है। वहीं, गंगोत्री राजमार्ग पर 150 तीर्थ यात्रियों के फंसने की खबर है। बारिश्‍ा से 304 मेगावाट की मनेरी भाली जलविद्युत परियोजना-2 को भी नुकसान हुआ है। परियोजना के फोरवे इनटेक में गाद आ गई थी। बारिश और बाढ़ की आशंका के चलते परियोजना के कर्मचारियों में भी अफरा-तफरी है।

आपदा से कितना नुकसान, अंदाजा मुश्किल
लगभग दस बजे रात को आई इस आपदा के बाद कई लोगों के बह जाने की आशंका है। एक दर्जन होटल, घर बह गए हैं। 70 किलोमीटर के दायरे में तबाही की बात कही जा रही है। बादल फटने के आधी रात से इलाके में भारी बारिश हो रही थी। हालांकि देर रात तक यह अनुमान लगाना मुश्किल था कि इस आपदा से कितना नुकसान हुआ है।

मौसम विभाग ने दी भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने शनिवार को खासकर कुमाऊं में भारी बारिश की चेतावनी दी है। देहरादून में भी कई दौर की बारिश का अनुमान लगाया गया है। पिछले तीन दिनों में जोरदार बारिश से गढ़वाल के चमोली और कुछ अन्य इलाकों में जनजीवन पर असर पड़ा है।

मनाली में भी बादल फटा
मनाली के पलचान इलाके में भी बादल फटने की खबर है। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है। मिट्टी खिसकने से मनाली रोहतांग लेह हाइवे पर यातायात बंद हो गया है। प्रशासन ने खतरे को देखते हुए पलचान, बांहग, आलू ग्राउंड, सोलंगनाला और पतलीकूहल में हाई अलर्ट जारी करते हुए इन इलाकों को खाली करवा दिया है। वहीं, सोलंग गांव का पुल भी बाढ़ में टूट गया है।

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